“मैं आईना इसलिए देखता हूं, ताकि मुझे अपनी कुरूपता का भान होता रहे और मैं अच्छे काम करने का प्रयत्न…
पहरे पर खड़े बलराम ने कुछ समय पश्चात एक भयानक राक्षस की आकृति पास आती देखी. राक्षस ज़ोर से दहाड़ा,…
सब पशोपेश में पड़ गए, यह कैसे सम्भव है? बिना कोहनी मोड़े निवाले को मुंह तक कैसे ले जाया जा…
क्षत्रिय को चार गुनी सज़ा मिलनी चाहिए, क्योंकि उसे शस्त्रों का ज्ञान अन्य लोगों की रक्षा करने हेतु दिया गया…
युधिष्ठिर की संतुष्टि हो गई. गुरु द्रोण के पूछने पर अब वह कह सकते थे कि ‘अश्वस्थमा मारा गया है’…