Relationship & Romance

वक्त के साथ रिश्ते कमज़ोर न पड़ें, इसलिए अपने रिश्तों को दें वक्त… (Invest In Your Relationship: Spend Some Quality Time With Your Partner)

समय के साथ रिश्ते (relationship) मज़बूत होने चाहिए लेकिन अक्सर होता उल्टा है, वक्त बीतने के साथ-साथ हमारे रिश्ते कमज़ोर पड़ने लगते हैं और जब तक हमें एहसास होता है तब तक देर हो चुकी होती है. बेहतर होगा समय रहते अपने रिश्तों को समय (quality time) दें ताकि वो मज़बूत बने रहें.  वक्त देने का मतलब ये नहीं कि बस आप हाथों में हाथ डाले दिन-रात चिपके रहें, बल्कि जब भी ज़रूरत हो तो सामनेवाले को येभरोसा रहे कि आप उनके साथ हो. रिश्ते में अकेलापन महसूस न हो. अक्सर ऐसा होता है कि किसी के साथ रहते हुए भी हम अकेलापन महसूस करते हैं, क्योंकिरिश्तों से हम जिस सहारे की उम्मीद करते हैं वो नहीं मिलता. ऐसे में मन में यही ख़याल आता है कि ऐसे रिश्ते से तो हम अकेले हीअच्छे थे. इसलिए बेहतर होगा अपने रिश्तों में ऐसा अकेलापन और ठंडापन न आने दें.साथ-साथ होकर भी दूर-दूर न हों. हो सकता है आप शारीरिक रूप से साथ हों लेकिन अगर मन कहीं और है, ख़याल कहीं और हैतो ऐसे साथ का कोई मतलब नहीं. इसलिए जब भी साथ हों पूरी तरह से साथ हों,पास-पास बैठे होने पर भी एक-दूसरे के बीच खामोशी न पसरी हो. क्या आपका रिश्ता उस हालत में आ चुका है जहां आपकेबीच कहने-सुनने को कुछ बचा ही नहीं? ये ख़ामोशी दस्तक है कि आप अपने रिश्तों को अब समय दें और इस ख़ामोशी को तोड़ें.अपनी-अपनी अलग ही दुनिया में मशगूल न हों. आप अपने-अपने कामों और दोस्तों में व्यस्त हैं लेकिन अपनों के लिए ही अपनेसमय का एक छोटा सा हिस्सा भी न हो आपके पास तो दूरियां आनी लाज़मी है. इससे बचें. अपनी दुनिया में अपनों को भीशामिल रखें और उनके लिए हमेशा आपकी दुनिया में एक ख़ास जगह होनी ही चाहिए.अपने कामों में इतना मसरूफ न हों कि रिश्तों के लिए वक्त ही न हो.माना आज की लाइफ़ स्टाइल आपको बिज़ी रखती हैलेकिन क्या आप इतने बिज़ी हैं कि अपने रिश्तों तक के लिए समय नहीं बचता आपके पास? जी नहीं, ऐसा नहीं होता बस हमारीप्राथमिकताएं बदल गई होती हैं. लेकिन ध्यान रखें कि अपने रिश्तों को अपनी प्राथमिकता की सूची में सबसे ऊपर की जगह दें वरना हर तरफ़ से अकेले हो जाएंगे.अपनी डिजिटल दुनिया में अलग सी अपनी दुनिया न बसा लें. सोशल मीडिया पर आपके दोस्त होंगे, उनसे चैटिंग भी होती होगीलेकिन ध्यान रखें कि ये दुनिया एक छलावा है और हक़ीक़त से कोसों दूर. यहां धोखा खाने की गुंजाइश सबसे ज़्यादा होती है. आपको जब ज़रूरत होगी या जब आप मुसीबत में होंगे तो आपके अपने रियल लाइफ़ के रिश्ते ही आपके साथ होंगे न किडिजिटल दुनिया के रिश्ते. इसलिए एक सीमित तक ही डिजिटल दुनिया से जुड़ें.रिश्तों को क्वांटिटी की बजाय क्वालिटी टाइम दें. दिन-रात साथ रहने को साथ होना नहीं कहा जा सकता बल्कि जब भी साथ होंतो पूरी तरह से साथ हों. एक-दूसरे को स्पेशल फ़ील कराएं. कुछ स्पेशल करें. यूं ही बैठकर कभी पुरानी बातें याद करें, कभीएक-दूसरे को रोमांटिक गाना गाकर सुनाएं या कभी कोई अपनी सीक्रेट फैंटसीज़ के बारे में बताएं. साथी की फ़िक्र हो, ज़िम्मेदारीका एहसास हो, दूर रहने पर भी कनेक्शन फ़ील हो, हाल-चाल जानों- यही मतलब है क्वालिटी का.दूर होकर भी पास होने का एहसास जगाएं. ऑफ़िस में हों या टूर पर रोमांस और कम्यूनिकेशन कम न हो. आप कैसे और कितनाएक-दूसरे को मिस करते हो ये बताएं. आपकी दोनों एक-दूसरे की लाइफ़ में कितना महत्व रखते हैं ये फ़ील कराएं.फ़ोन पर बात करें या मैसेज करें. माना आप काम में बिज़ी हैं पर फ़ोन करके तो हाई-हेलो कर ही सकते हैं. लंच टाइम में तो कॉलकर ही सकते हैं. फ़ोन नहीं तो मैसेज ही करें पर कनेक्टेड रहें.रात को साथ बैठकर खाना खाएं. दिनभर तो वक्त नहीं मिलता लेकिन रात का खाना तो साथ खाया ही जा सकता है. और खानाखाते वक्त मूड हल्का रखें, पॉज़िटिव मूड के साथ पॉज़िटिव बातें करें. दिनभर की बातें बताएं, शेयर करें. सोने से पहले रोज़ दस-पंद्रह मिनट का वक्त दिनभर की बातें करने, बताने और शेयरिंग के लिए रखें.केयरिंग की भावना जगाएं. प्यार और रोमांस अपनी जगह है लेकिन केयर की अपनी अलग ही जगह होती है रिश्तों में. बीमारी मेंडॉक्टर के पास खुद ले जाना, घर का काम करना, अपने हाथों से खाना खिलाना- ये तमाम छोटी-छोटी चीजें रिश्तों को मज़बूतबनाती हैं.तबीयत का हाल पूछें, कोई परेशानी हो तो उसका सबब जानें. ज़रूरी नहीं कि बीमारी में ही हाल पूछा जाए, कभी यूं ही हल्कासिर दर्द होने पर भी पूछा जा सकता है कि आराम आया या नहीं… फ़िक्रमंद होना ठीक है पर इस फ़िक्र को दर्शाना भी ज़रूरी है.काम और ज़िम्मेदारियां बांटें. रिश्तों में एक-दूसरे का बोझ हल्का करना बेहद ज़रूरी है. वीकेंड को स्पेशल बनाएं. बाहर से खाना मंगावाएं या डिनर पर जाएं. मूवी प्लान करें या यूं ही वॉक पर जाएं. फैमिली हॉलिडेज़ प्लान करें. ये आपको ही नहीं आपके रिश्तों को भी रिफ़्रेश कर देती हैं. ज़रूरी नहीं किसी बड़ी या महंगी जगहपर ही जाया जाए. आसपास के किसी रिज़ॉर्ट या हॉलिडे होम में भी क्वालिटी वक्त बिताया जा सकता है.बात करें, परेशनियां बांटें, राय लें. सामनेवाला परेशान लग रहा है तो खुद अंदाज़ा लगाने से बेहतर है बात करें और उनकी परेशानीया मन में क्या चल रहा है ये जानें और उसे दूर करने में मदद करें.काम की ही तरह अपने रिश्तों को भी अहमियत दें और उनके लिए भी अलग से समय निकालें. धोखा न दें और रिश्तों में झूठ न बोलें. सम्मान दें और ईर्ष्या व ईगो से दूर रहें. सेक्स लाइफ़ को इग्नोर न करें. इसे स्पाइसी बनाए रखने के लिए कुछ नया ज़रूर ट्राई करते रहें. लेकिन सेक्स मशीनी क्रिया नहो, उसमें प्यार और भावनाओं का होना सबसे ज़रूरी है. भोलू शर्मा 

August 16, 2022

मैरिड लाइफ में हैप्पीनेस के लिए अपनाएं ये 7 मनी मैनेजमेंट हैबिट्स (7 Money Management Habits That Can Bring Happiness In Married Life)

पैसा ज़िंदगी के लिए बहुत ज़रूरी है, मगर इससे जुड़े मसलों को यदि सही तरी़के से हैंडल न किया जाए,…

August 9, 2022

भाई-बहन अब बन चुके हैं बेस्ट फ्रेंड्स, बदल रहा है इनके पारंपरिक रिश्तों का ट्रेंड… (From Brother-Sister To Best Friends… The Changing Trends Of Sibling Relationships)

एक वक्त था जब भाई-बहन का रिश्ता लिहाज़, संकोच और शर्म और हल्के से डर के दायरे में रहा करता…

August 5, 2022

हैप्पी रिश्तों के लिए बनें इमोशनली इंटेलिजेंट कपल, अपनाएं ये 7 आदतें (7 Habits Of Emotionally Intelligent Couple Which Will Make You Happy Couple)

पैसों, गाड़ी या अच्छी जॉब से ही ख़ुशियां मिलें, ये ज़रूरी नहीं. सोशल मीडिया या फिल्मों में भले ही दिखाया…

July 25, 2022

इस मॉनसून अपने रिश्तों को भी बनाएं लीक प्रूफ… (Get Romantic With Your Partner In The Rains: Make your Relationship Leak Proof This Monsoon)

भीगते मौसम में रिश्तों की गर्माहट और सुहानी लगती है लेकिन वक़्त के साथ-साथ रिश्ते ठंडे पड़ते जाते हैं और उनकी गर्माहट खोने लगती है. तो क्यों न इस बारिश में अपने रिश्तों की खोई गर्माहट वापस पाने की कोशिश करें और बनाएं उनको लीक प्रूफ ताकि वो बने रहें मज़बूत और टिकाऊ. रिश्तों को बचाएं इन दरारों और दीमकों से और प्यार से सींचें अपने रिश्तों को  ईगो में न डूबने दें अपने रिश्तों को: रिश्तों में हमेशा प्यार और अपनापन ज़रूरी होता है, लेकिन हम अपने अहम के चलते उनको कमज़ोर और खोखला बना देते हैं. रिश्ते लीकप्रूफ तभी होंगे जब हम झुककर चलेंगे. अपनों की ख़ातिर झुकने में आख़िर बुराई ही क्या है? गलती न होने पर भी अगर एक सॉरी कह देने से काम बनता है तो हर्ज़ ही क्या है? अपनों को कभी-कभार थैंक यू कह देने से उनके चेहरों पर मुस्कान खिल जाती है तो कह देने में भी भलाई है. ईगो आपको सिर्फ़ अहंकारी और तनहा ही करेगा. बेहतर होगा इसे रिश्तों में पनपने न दें. क्या करें: अपनों की ख़ुशी में खुद भी खुश होकर देखें. ज़िंदगी हल्की और आसान लगेगी. खुद को सबसे श्रेष्ठ और दूसरों को कम आंकने का भ्रम मन में न पालें. इंसानी कमज़ोरियां सभी में होती हैं और आप व आपके अपने भी इससे अछूते नहीं. हर बार आपकी ही बात सही है और वो ही फ़ाइनल है इस सोच से उबरें. दूसरों की सोच, उनके सुझाव व निर्णयों को भी महत्व दें. क्रोध की आंधी से बचाएं अपने रिलेशनशिप को: ग़ुस्सा इंसानी स्वभाव का हिस्सा है और ये स्वाभाविक है लेकिन ग़ुस्से मेंअपने रिश्तों को नुक़सान पहुंचाने से हमेशा बचें. कभी वाद-विवाद में ऐसी कोई बात न कह दें जिससे सामने वाला हर्ट हो जाए और ग़ुस्से में कही कोई छोटी सी बात हमेशा के लिए मन में घर कर जाए. वक़्त के साथ यही छोटी सी बात रिश्तों में सुराख़ कर सकती है, इसलिए बेहतर होगा कि उसे लीकेज से बचाया जाए. क्या करें: जब कभी झगड़ा या विवाद हो तो दिमाग़ ठंडा रखने की कोशिश करें और अपना आपा न खोएं. बेहतर होगा किउस वक़्त कम बोलें और अपना ध्यान अन्य बात या काम पर लगाएं. जब मन शांत हो जाए तब अपने विवादों को सुलझाएं. क्योंकि क्रोध में चीज़ें अलग दिखती हैं और सच्चाई कोसों दूर. जब दिमाग़ ठंडा हो जाता है तब पता चलता है कि ये तो ज़रा सी बात थी जिस पर हम बेवजह आग-बबूला हो रहे थे. अविश्वास के झोंकों को हावी न होने दें: किसी भी बात को लेकर अविश्वास पैदा हो तो उसे फ़ौरन बातचीत से दूर कर लें क्योंकि एक बार ये मन में घर कर जाए तो यही अविश्वास धीरे-धीरे शक बन जाता है और जैसाकि कहते हैं शक का तोकोई इलाज होता ही नहीं है. बेहतर होगा समय रहते इस अविश्वास को दूर करें और भरोसा करना सीखें. क्या करें: बात करें, अपने मन की शंकाओं को डिसकस करें और एक ही दिशा में अपनी सोच के घोड़े न दौड़ाएं. शेयर करें क्योंकि शेयरिंग से ही केयरिंग बढ़ती है और शक-शंकाएं दूर होती हैं.  धोखे के तूफ़ान से रिश्तों को ख़राब न करें: धोखा किसी भी तरह का हो सकता है. ज़रूरी नहीं कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफ़ेयर ही हो, पैसों को लेकर या झूठ बोलना भी एक तरह का धोखा ही है. रिश्तों में चीटिंग की कोई जगह नहीं होती. क्या करें: बस धोखा न दें. झूठ और फ़रेब न करें. रिश्तों की बुनियाद सच्चाई पर ही टिकी होती है. सच चाहे जितना कड़वा हो कभी रिश्तों में उसे छिपाएं नहीं. पैसों को भी कभी अपने रिश्तों व उनकी सच्चाई पर हावी न होने दें. अपनी समस्या और अपना मन अपनों के साथ बांटें इससे रिश्ते मज़बूत होंगे. किसी बाहरवाले से कोई बात पता चले और आप झूठे साबित हों उससे बेहतर है खुद ही सच का सामना करें.  ईर्ष्या के सैलाब को समय रहते पहचानें: अपनों से भला कैसी जलन? लेकिन अक्सर साथ रहते-रहते ये भावना खुद ब खुद पैदा हो जाती है और हमें नकारात्मक बनाने लगती है. अपनों की ही तारीफ़ और उनकी कामयाबी हमसे बर्दाश्त नहीं होती और हम कुढ़ने लगते हैं.  क्या करें: अपनों में अपनी झलक देखें. उनके हुनर को सराहें और कामयाबी में खुद की कामयाबी को देखें. रिश्तों का तोमतलब ही यही होता है. कभी किसी और के सामने अपनों को नीचा दिखाने, ताने देने या उनको कमतर दर्शाने की कोशिशन करें. उनकी कमज़ोरियों को बाहर लाकर खुद को बेहतर साबित करना आपके रिश्ते की नींव को खोखला ही करेगा.  इस मॉनसून ऐसा क्या करें कि रिश्ते लीकप्रूफ़ हो जाएं?  सबसे पहले इस रोमांटिक मौसम में अपने रिश्तों में रोमांच और रोमांस वापस लाकर उस पर प्यार की सील लगाएं.अपनी सेक्स लाइफ़ रिवाइव करें. अपनी ज़िंदगी से बोरियत हटाएं और ताज़गी लाएं.छोटे-छोटे एफ़र्ट्स लें. बारिश में एक साथ भीगने का आनंद उठाएं.साथ बेठकर चाय-पकौड़े खाएं. जोक्स सुनाएं. पुरानी यादों को ताज़ा करें.ड्राइव पर भी जा सकते हैं.डिजिटल लाइफ़ से थोड़ा ब्रेक लें और रियल वर्ल्ड में ज़्यादा वक़्त बिताएं.बारिश के गाने सुनें और सुनाएं. बरसात के गानों पर अंताक्षरी भी खेली जा सकती है.अपने अन्य रिश्तों में भी केयरिंग का डोज़ बढ़ाएं और उन्हें लीकप्रूफ़ बनाएं. बस इतना ही काफ़ी है बरसात के इस प्यारे मौसम को और भी प्यारा और प्यार भरा बनाने के लिए. गीता शर्मा 

July 21, 2022

ना बनाएं कोविड सिंड्रोम रिश्ते, ना करें ये गलतियां, रखें इन बातों का ख़याल (Covid syndrome relationship: How much have relationships evolved in the pandemic, Mistakes to avoid in relationships)

पिछले दो-ढाई साल हमने अपने रिश्तों के बिना बिताए, अगर ऐसा कहा जाए तो ग़लत नहीं होगा. कोविड 19 के…

July 11, 2022

अपने रिश्ते में यूं एड करें मसाला, रोमांच और रोमांस और बनाएं अपने स्लो रिश्ते को फास्ट… (Smart Ways To Spice Up Your Marriage To Speed Up A Relationship)

शादी के कुछ समय बाद ही हम अपने रिश्ते को लेकर काफ़ी ढीला रवैया अपनाने लगते हैं, जिससे धीर-धीरे रिश्ता…

July 7, 2022

अपने रिश्ते से दूर करेंगे स्ट्रेस, तो रिश्ता बनेगा बेस्ट (Smart & Simple Ways To De-Stress Your Relationship)

रिश्ते हमारी ताक़त होते हैं लेकिन कई बार यही हमारी कमजोरी भी बन जाते हैं. फिर भी रिश्ते कहीं न कहीं हमें सहारा देतेहैं और ख़ासतौर से पति-पत्नी का रिश्ता तो उम्र भर का साथ और सहारा होता है, लेकिन अक्सर वक़्त के साथ रिश्तों कीडोर ढीली पड़ जाती है, क्योंकि हम खुद ही अपने रिश्तों के प्रति बेपरवाह हो जाते हैं और उनको तनावपूर्ण बना लेते हैं. बेहतर होगा कि अपने रिश्ते से ये तनाव और स्ट्रेस दूर करें ताकि आपका रिश्ता हमेशा मज़बूत और फ्रेश बना रहे. आइएजानते हैं रिश्ते में क्या और कैसे स्ट्रेस होते हैं और उनको कैसे दूर किया जाए… परफेक्ट बने रहने का स्ट्रेस: हम सभी चाहते हैं कि हम परफेक्ट बनें और हर काम परफेक्शन के साथ करें लेकिन हम येक्यों भूल जाते हैं कि आख़िर हम सब इंसान ही तो हैं और कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता. सबकी कुछ कमज़ोरियांहोती ही हैं, इसलिए न आप खुद से और न ही अपने पार्टनर से परफेक्ट होने की उम्मीद करें, क्योंकि परफेक्शन का येस्ट्रेस आप दोनों पर ही भारी पड़ेगा.  सारे काम खुद करने का स्ट्रेस: अक्सर हमारे समाज में लिंग के आधार पर काम को बांटा जाता है कि ये काम महिलाओंका ही है और ये पुरुषों का, लेकिन अब जब लाइफ़स्टाइल इतनी बदल चुकी है तो ये नियम क्यों न बदला जाए?  बेहतरतो यही होगा कि आप अपनी-अपनी सुविधानुसार अपने काम और जिम्मेदारियां बांट लें. चाहे बच्चों की पढ़ाई हो या खानाबनाने से लेकर घर के अन्य काम, सभी सदस्य मिलकर एक टाइम टेबल बना लें और मिल-जुलकर काम करें.  हमेशा अट्रैक्टिव दिखने का स्ट्रेस: उम्र और हालात के अनुसार शरीर बदलता और ढलता है लेकिन कोशिश ये होनी चाहिएकि आकर्षक दिखने की बजाय हेल्दी और फिट बने रहने का प्रयास करें. ग्रेसफुली खुद को और अपने रिश्ते को हैंडल करें. अपने पार्टनर को कभी इस तरह की बातें न कहें कि उसे देखो इस उम्र में भी कितनी अट्रैक्टिव है… इसकी बजाय आप दोनोंएक-दूसरे को फिट बने रहने के लिए प्रोत्साहित करें. न तो अपनी पत्नी से ये उम्मीद करें कि वो हमेशा नई-नवेली दुल्हनकी तरह सजी-धजी रहे और न पत्नी ये उम्मीद करे कि उनके पति हमेशा फ्रेश और रोमांटिक नज़र आएं. अपने पार्टनर्स केकैज़ुअल लुक्स को भी ऐक्सेप्ट करें. क्योंकि आप दोनों का रिश्ता एक वक़्त के बाद उस स्तर पर खुद ब खुद पहुंच जानाचाहिए जहां शरीर और लुक्स मायने ही न रखे बल्कि आप दोनों एक-दूसरे के साथ हर तरह से सहज महसूस करें. बड़ी-बड़ी अपेक्षाओं का स्ट्रेस: सपनों को नींदों में ही रहने दें तो बेहतर होगा क्योंकि न तो सारे सपने पूरे होते हैं और न हीसारी हसरतें मुकम्मल हो पाती हैं. इस अधूरेपन को स्ट्रेस न बनाकर ज़िंदगी की हक़ीक़त के तौर पर स्वीकार लें और एंजॉयकरें. फ़िल्मी दुनिया में जीना छोड़कर यथार्थ को बेहतर बनाने पर ध्यान दें. बड़ी गाड़ी, महंगे शौक़, दूसरों की देखा-देखीवैसी ही लाइफ़ स्टाइल जीने की हसरत को अपने रिश्ते पर हावी न होने दें.  इमेज कॉन्शियस यानी अच्छी इमेज बनाए रखने का स्ट्रेस: एक अच्छी बहू, अच्छी मां, अच्छी बीवी या एक बेस्ट पति, बातफादर, बेस्ट सन बने रहने का प्रेशर आपको बेस्ट से कहीं वर्स्ट न बना दे. आपसे भी ग़लतियां हो सकती हैं. आपको भीकभी-कभी ग़ुस्सा आ सकता है, आप भी कभी-कभार ओवर रिएक्ट कर सकते हैं… ये सब मानव सुलभ कमज़ोरियां यास्वभाव है. आप हमेशा हंसते हुए ही दिखें ये ज़रूरी नहीं, लेकिन अक्सर लोग अपनी तकलीफ़ों को छिपाने की कोशिशकरते हैं. बेहतर होगा उनको बांट लें, शेयर करें, ऑफ़िस में कुछ हुआ हो तो घर पर शेयर करके ग़ुबार निकाल लें. स्ट्रॉन्ग बने या दिखने का स्ट्रेस: आप पुरुष हो, आप कभी कमजोर नहीं पड़ सकते, आप कभी रो नहीं सकते या आप कभीटूट नहीं सकते… इन बातों का बोझ अपने ऊपर और अपने रिश्तों पर न पड़ने दें. आप भी कमजोर पड़ सकते हैं… अपनों सेअपने दिल की बातें छिपाएं नहीं ये सोचकर कि वो क्या सोचेंगे, बल्कि उनके सामने अपना दिल खोलकर रख दें ताकि वोआपका साथ भी दें और आप भी और भरोसा भी करें… इसी तरह आप पत्नी हो, बहू हो या बेटी हो इसलिए आप कभीकिसी को ना नाहीं कह सकतीं, इस सोच के साथ कभी आगे न बढ़ें. अगर आप थकी हुई हैं, आपका मन नहीं है या आपअस्वस्थ महसूस कर रही हैं तो आप पति को सेक्स के लिए ना बोल सकती हैं, आप घरवालों को अपनी तबियत बताकरघर के कुछ काम या खाना बनाने के लिए ना कह सकती हैं, आप आराम करना चाहती हैं ये कह सकती हैं… विनम्रतापूर्वकऔर प्यार व भरोसे से कहेंगी तो सब आपका साथ देंगे. हां, काम से बचने का बहाना करेंगी तो वो भी सब समझ जाएंगे. रिश्तों में सच्चाई और ईमानदारी बेहद ज़रूरी है. पैसों को लेकर स्ट्रेस: रिश्तों में आपका प्यार और विश्वास ही आपकी सबसे बड़ी बचत है इसलिए पैसों को लेकर सतर्कज़रूर रहें पर स्वार्थी न बनें. घर की ज़िम्मेदारियों में सहयोग करें और अपने भविष्य के लिए भी निवेश ज़रूर करें लेकिनअपना सारा पैसा बचाने की तरकीबें करेंगे तो सिर्फ़ स्ट्रेस ही हाथ आएगा और हाथ से जाएगा वो होगा रिश्तों का प्यार, विश्वास और अपनों का साथ. बेहतर होगा कि इन तमाम तरह के स्ट्रेस से अपने रिश्ते को बचाएं और उसे बेस्ट बनाएं.  परी शर्मा 

July 1, 2022

शादी तय करते समय न करें झूठ बोलने की गलती, वरना आ सकती है मैरिड लाइफ में प्रॉब्लम (Don’t Make Mistakes Of Telling Lies Before Marriage, It Will Destroy Your Marriage)

कहते हैं, शादी जन्मों का बंधन होता है. कांच से भी ज़्यादा नाजुक इस रिश्ते को ताउम्र प्यार और विश्‍वास…

June 30, 2022
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