Health & Fitness

कैसे करें अपने लिए अच्छे हेल्थ सप्लीमेंट का चुनाव? (How to Choose the Right Supplements For Your Health)

हमें पता है कि विटामिन्स और मिनरल्स की कमी से हम बीमारियों के शिकार हो सकते हैं, इसीलिए हम जैसे-जैसे अपनी सेहत को लेकर जागरूक हो रहे हैं, वैसे-वैसे हेल्थ इंडस्ट्री भी आगे बढ़ रही है. हेल्थ सप्लीमेंट्स हमारी इसी जागरूकता के प्रतीक हैं, पर जो विटामिन या मिनरल्स हम ले रहे हैं, क्या वे सही सप्लीमेंट्स हैं? क्या सचमुच हमें उनकी ज़रूरत है? ऐसे कई अनसुलझे सवाल हैं, जिनके जवाब तलाशने के लिए हमने बात की कंसल्टेंट फिज़िशियन व कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सुनित नवाले से.

हमारे शारीरिक व मानसिक विकास के लिए पोषण बहुत ज़रूरी है, पर क्या हमें हमारे रोज़ के खाने से ज़रूरी पोषण मिल रहा है या कहीं कोई कमी है, जो हमें इतनी बीमारियां दे रही हैं. लोगों की रोगप्रतिरोधक क्षमता कम हो रही है जिससे वे आसानी से बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. आख़िर इसका कारण क्या है? इसके लिए हमें ज़मीनी हक़ीक़त से रू-ब-रू होना होगा.

क्यों पड़ते है हम बीमार?
1. लगातार एक ही फसल उगाने व कृत्रिम खाद के इस्तेमाल से ज़मीन की उर्वरक क्षमता दिन-ब-दिन घटती जा रही है.
2. आजकल फल व सब्ज़ियों को पकने या तैयार होने से पहले ही तोड़ लिया जाता है, जिससे उनके पोषक तत्व 80% ही रह जाते हैं. मार्केट से घर तक पहुंचते-पहुंचते उनके पोेषक तत्वों की संख्या और भी कम हो जाती है. उदाहरण के लिए पालक में मौजूद फॉलिक एसिड 3 दिनों में 60% घट जाता है और पकाने से कुछ और प्रतिशत पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं. ऐसे में आपको ज़रूरत के मुताबिक पोषण नहीं मिलता.
3. सब्ज़ियों की गुणवत्ता घटकर 50% से भी कम रह गई है. न ही अब सब्ज़ियां उतनी ताज़ी मिलती हैं और न ही उनमें वो क्वॉलिटी रह गई है. रही-सही कसर कीटनाशकों ने पूरी कर दी है.
4. स्टडीज़ में यह बात सामने आई है कि 1970 के मुक़ाबले अब एंटीआक्सीडेंट्स की ज़रूरत तीन गुना ज़्यादा बढ़ गई है, जबकि भोजन में इसकी मात्रा घटकर आधी रह गई है.
5.  पहले जहां ब्लडप्रेशर, डायबिटीज़ और हार्ट प्रॉब्लम्स बड़ी उम्र की बीमारियां मानी जाती थीं, वहीं आज ये कम उम्र के लोगों को अपने चपेट में ले रही हैं.
6. संतुलित आहार लेना उतना आसान नहीं, जितना हमें लगता है. डॉक्टर्स के मुताबिक़, सेहतमंद रहने के लिए हर किसी को रोज़ाना फल व सब्ज़ियों की 9 सर्विंग्स लेनी चाहिए, जो हमारे लिए मुश्किल है. ऐसे में इस कमी को पूरा करने के लिए हमें खाने के अलावा सप्लीमेंट्स की ज़रूरत पड़ रही है.
7. विटामिन सी की रोज़ाना की ज़रूरत को पूरा करने के लिए हमें 20 संतरे खाने चाहिए, जो किसी के लिए भी मुमकिन नहीं. ऐसे में विटामिन सी की कमी से उससे जुड़ी बीमारियां होने लगती हैं.
8. बदलती लाइफस्टाइल ने हमारे खान-पान को बहुत प्रभावित किया है. आज जहां ज़्यादातर लोगों को घर के खाने की बजाय जंक फूड व फास्ट फूड खाना पसंद आता है, वहीं बाहर का खाना खाना कुछ लोगों की मजबूरी बन गई है.
9.  जो लोग घर का बना खाना खाते भी हैं, वो न तो सही मात्रा में होता है और न ही सही समय पर लिया जाता है.
10.  बहुत से लोग फल व सब्ज़ियां खाना पसंद नहीं करते, जबकि जितना ज़रूरी साबूत अनाज हैं, उतना ही ज़रूरी फल व सब्ज़ियां भी हैं.  डॉ. सुनित नवाले के अनुसार,“आज की हमारी बदलती लाइफस्टाइल और बदलते हुए माहौल को ध्यान में रखते हुए हेल्थ सप्लीमेंट्स लेना एक स्मार्ट चॉइस बन गई है. समय के साथ हमारे शरीर की ज़रूरतें भी बदली हैं. ऐसे में यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम अपनी सेहत के लिए बेस्ट करें, जिसमें नैचुरल सप्लीमेंट्स हमारी मदद कर सकते हैं, पर ध्यान रहे कि मार्केट में मौजूद ज़्यादातर सप्लीमेंट्स सिंथेटिक होते हैं, जो हमारी ज़रूरतें पूरी नहीं करते और न ही उतने फ़ायदेमंद होते हैं.
11. बढ़ते प्रदूषण और तनाव से शरीर में टॉक्सिन का लेवल भी बढ़ रहा है, जिससे बचने के लिए शरीर को एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्वों की ज़रूरत भी बढ़ गई है.

कैसे चुनें क्वॉलिटी सप्लीमेंट्स? 
1. क्वॉलिटी हेल्थ सप्लीमेंट्स प्राकृतिक स्रोतों से बनाए जाते हैं, इसलिए सबसे पहले ध्यान दें कि वो ऑर्गेनिक हों, न कि सिंथेटिक.
2. सप्लीमेंट्स के लेबल में यह ज़रूर देखें कि ये पिल्स किन प्राकृतिक तत्वों से बनाए गए हैं और उनकी मात्रा क्या है.
3. सिंथेटिक पिल्स पर ऐसी कोई जानकारी नहीं होती, जिससे साफ़ पता चल सके कि वे आपकी सेहत के लिए सही हैं या नहीं.
4. महज़ किसी विज्ञापन में देखकर कभी किसी हेल्थ सप्लीमेंट का चुनाव न करें. अगर आपको कोई समस्या है, तो अपने डॉक्टर को बताएं, वो आपको सही सलाह देंगे कि आपको सप्लीमेंट की ज़रूरत है या नहीं? अगर है, तो किस सप्लीमेंट की. ये जानकारी एक्सपर्ट से अच्छा कौन दे सकता है.
5.  मार्केट में रोज़-रोज़ नए सप्लीमेंट ब्रांड्स आ रहे हैं, ऐसे में सालों से जांचे-परखे मैन्यूफैक्चरर्स पर ही विश्‍वास करें.
6. याद रहे, अच्छे क्वॉलिटी के कॉन्संट्रेटेड प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से अच्छे हेल्थ सप्लीमेंट्स हमेशा बाकी सप्लीमेंट्स के मुक़ाबले थोड़े महंगे होते हैं.
7. सस्ते के चक्कर में कोई भी सप्लीमेंट ट्राई न करें, वरना ये आपको महंगा पड़ सकता है.
8. ख़ासतौर पर बुज़ुर्गों, बीमार व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं को हेल्थ सप्लीमेंट्स की ज़रूरत होती है, जो उनके डॉक्टर ज़रूरत के मुताबिक़ लेने की सलाह देते हैं.

ये भी पढ़ेंः क्यों ज़रूरी है वेजाइनल हेल्थ और हाइजीन? (Vaginal Health And Hygiene)

 

Shilpi Sharma

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