प्रेरक कहानी- दो पेड़ (Inspirational Story- Do Ped)

अमीर व्यक्ति अपने पौधे में अच्छी तरह पानी देता और खाद ख़रीद कर डालता. कड़ी धूप से उसे बचा कर रखता. गरीब का पौधा छोटा रहा और फूल भी कम ही आए, जबकि अमीर का पौधा ख़ूब ऊंचा लंबा हो गया और फूलों से भर गया.
अमीर आदमी मन ही मन सोचता- ‘देखा यह होता है, अमीरी-ग़रीबी का फ़र्क़.’

एक अमीर व्यक्ति के पड़ोस में एक गरीब ने अपनी झोंपड़ी बना कर सामने फूलोंवाला एक छोटा-सा पौधा भी लगा दिया. उस पर सुन्दर फूल खिले. अमीर को वह फूल बहुत पसंद आए, तो उसने भी वैसा ही एक पौधा अपने बगीचे में लगा लिया.
उसने देखा कि वह गरीब उस पौधे में कभी-कभार थोड़ा-सा पानी डाल देता है बस.
अमीर व्यक्ति अपने पौधे में अच्छी तरह पानी देता और खाद ख़रीद कर डालता. कड़ी धूप से उसे बचा कर रखता. गरीब का पौधा छोटा रहा और फूल भी कम ही आए, जबकि अमीर का पौधा ख़ूब ऊंचा लंबा हो गया और फूलों से भर गया.
अमीर आदमी मन ही मन सोचता- ‘देखा यह होता है, अमीरी-ग़रीबी का फ़र्क़.’

यह भी पढ़ें: सीखें ख़ुश रहने के 10 मंत्र (10 Tips To Stay Happy)

क़रीब एक वर्ष बाद एक रात ख़ूब ज़ोर से आंधी-तूफ़ान आया. सुबह उठ कर अमीर आदमी ने देखा कि उसका पेड़ तो धराशायी हुआ पड़ा है, जबकि ग़रीब की झोंपड़ी के आगेवाला पौधा अब भी सिर उठाए खड़ा है.
क्यों?
गरीब आदमी के पौधे को पानी सीमित मिला था, अतः अपनी ज़रूरत पूरी करने उसकी जड़ें दूर-दूर तक फैल गई थीं. अपने लिए ज़रूरी खाद पाने के लिए भी उसकी जड़ें उसकी लंबाई से तीन गुना नीचे फैली हुई थीं. तीखी धूप का मुक़ाबला भी उसने अपने बूते पर किया था.
अतः आंधी-तूफ़ान उसका कुछ न बिगाड़ सके.
जबकि अमीर के पौधे को सब कुछ वहीं प्राप्त होता रहा था. धूप से बचाव भी कर दिया गया था. अतः उसने विपरीत परिस्थितियों से लड़ना सीखा ही नहीं.

यह भी पढ़ें: इसलिए सिखाएं बच्चों को हेल्दी कॉम्पटीशन (Why Healthy Competition Is Good For Kids)

मतलब यह कि अपने बच्चों को ज़रूरत से अधिक सुरक्षा देकर नाज़ुक मत बनाइए. बेटा हो या बेटी उन्हें अपनी समस्याओं का सामना करने की हिम्मत और बल दीजिए. पूरी उम्र उन्हें उंगली पकड़ कर मत चलाइए.

– उषा वधवा

अधिक कहानियां/शॉर्ट स्टोरीज़ के लिए यहां क्लिक करें – SHORT STORIES

Photo Courtesy: Freepik

डाउनलोड करें हमारा मोबाइल एप्लीकेशन https://merisaheli1.page.link/pb5Z और रु. 999 में हमारे सब्सक्रिप्शन प्लान का लाभ उठाएं व पाएं रु. 2600 का फ्री गिफ्ट.

Usha Gupta

Share
Published by
Usha Gupta

Recent Posts

कहानी- इश्क़ (Short Story- Ishq)

सोमू बोला, "तुमने कहा था उसे मुझ से ज़्यादा प्यार देना. तुम्हारी बात मानता हूं,…

July 12, 2025

फिल्म समीक्षाः ऐसी फिल्मों का भगवान ही ‘मालिक’ है… (Movie Review: Maalik)

अक्सर फिल्म बनाने का उद्देश्य मनोरंजन, कमाई, संदेश, प्रेरणा इत्यादि रहती है. लेकिन जब सारी…

July 11, 2025
© Merisaheli