आपको जेस्टेशनल डायबिटीज़ की समस्या है, जो गर्भावस्था के दौरान होनेवाली बीमारियों में से ही एक है. कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान जेस्टेशनल डायबिटीज़ हो जाती है. ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए आपको अपनी डायट में बदलाव करना चाहिए, जैसे- इंसुलिन नियमित रूप से लेते रहें, ताकि डिलीवरी तक आपका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहे. शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए आप डायबिटोलॉजिस्ट और डायटीशियन की सलाह भी ले सकती हैं, जो आपको और आपके बच्चे को ध्यान में रखते हुए डायट प्लान करेेंगे. इसके अतिरिक्त प्रेग्नेंसी के दौरान नियमित रूप से अपना चेकअप कराएं. हो सकता है कि डिलीवरी के बाद भी आपको इंसुलिन की ज़रूरत पड़े. इसके लिए नियमित अंतराल पर ब्लड शुगर टेस्ट कराती रहें.
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आपको ऐनल इन्कन्टिनेंस की समस्या हो सकती है, जो इंस्ट्रूमेंटल डिलीवरी के कारण हो जाती है. आप गायनाकोलॉजिस्ट से संपर्क करें. चाहें तो आप कोलोरेक्टल सर्जन से भी संपर्क कर सकती हैं. वे आपके कुछ टेस्ट कराएंगे और उसी के अनुसार ट्रीटमेंट भी करेंगे, ताकि भविष्य में बच्चा प्लान करना चाहें तो इस तरह की परेशानी न हो.
डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
rajshree.gynoncology@gmail.com
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