आज पहली बार रोहित के साथ की आवश्यकता महसूस हुई उसे. कौन कहता है जीवन में बस भोर की…
रोहित भी तो विशाखा से यही चाहता है, थोड़ी चुहल, थोड़ा साथ, थोड़ी रूमानी छेड़छाड़, थोड़ा क्वालिटी टाइम. कभी…
थोड़ी देर बाद अंकल ने दवाइयां निकालीं और ख़ुद भी लीं व आंटी को भी दीं. कितनी परवाह कर…
उनका बोलना बतियाना, एक-दूसरे की ओर झुकना, मोबाइल में कुछ दिखाने या कहने के बहाने कंधे से सट जाना.…
सामने बैठे वृद्ध दंपत्ति अपनी दुनिया में मगन थे. अंकल अपने मोबाइल से कुछ पढ़कर सुना रहे थे और…