अनुभा से बेइंतहां प्यार करनेवाले विभु को अपने देश से भी उतना ही प्यार था और एक फौजी ने आख़िर…
सब कुछ एक बहुत ही सुंदर सपने की तरह सहज हो रहा था. इतनी जल्दी की विभु और अनुभा को…
"तुम तो कविता करने लगे. तुम्हे तो कवि होना चाहिए था." अनुभा कहती. "वो तो तुमने बना दिया, वरना मैं…
"अच्छा बाबा अब नहीं करूंगा ऐसी बातें बस मेरी जान." उसकी पलकों को चूमते हुए विभु कहता और उसे कसकर…