कहानी- लव यू विभु…5 (Story Series- Love You Vibhu…5)

अनुभा से बेइंतहां प्यार करनेवाले विभु को अपने देश से भी उतना ही प्यार था और एक फौजी ने आख़िर में अपने देश से ही अपना प्यार निभाया, देश से किए वादे को ही सर्वोपरि रखा.

 

 

 

 

 

… विभु अर्थात मेजर वैभव सिंह चौहान, भारतीय सेना का एक जांबाज कमांडों अपने ब्याह के ठीक पहले घुसपैठिये आतंकवादियों का एनकाउंटर करते हुए चार आतंकवादियों को मारकर ख़ुद भी  गोलियों का शिकार हो गया. विभु दूल्हा होने जा रहा था, लेकिन शहीद हो गया.
अनुभा से बेइंतहां प्यार करनेवाले विभु को अपने देश से भी उतना ही प्यार था और एक फौजी ने आख़िर में अपने देश से ही अपना प्यार निभाया, देश से किए वादे को ही सर्वोपरि रखा.
अनु के साथ उसकी प्रेम कहानी भले ही अधूरी रह गई, लेकिन देश के साथ उसकी प्रेम कहानी स्वर्णिम अक्षरों में लिखी गई. वीरता के लिए मेजर वैभव को मेडल मिला और अनुभा ने उस मेडल को ही वरमाला मानकर अपने गले में डाल लिया. तन से न सही मन से तो वह अपने विभु की ब्याहता ही है और देश के लिए बलिदान होनेवाले तो यूं भी अमर होते हैं. उसका विभु भी अमर है. हमेशा उसके दिल में ज़िंदा रहेगा. वह मिसेज़ अनुभा वैभव सिंह चौहान है, उसकी कोई और पहचान कभी हो ही नहीं सकती.

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समय लगा सबको स्वीकारने को, लेकिन अंत में सबने उसके इस सच को स्वीकार कर ही लिया. अनुभा की दृढ़ता के आगे उन्हें झुकना ही पड़ा.
अनुभा ने साइड टेबल पर रखी विभु की तस्वीर को देखा. विभु मुस्कुरा रहा था. चार साल हो गए विभु को तस्वीर में बसे हुए, लेकिन अनुभा की धड़कनों में विभु का दिल आज भी धड़कता है.
“हमेशा हंसती रहना. मैं बस आ ही रहा हूं. नो शरमाना-वरमाना. तुम्हारे चेहरे पर वही खिलखिलाती हंसी दिखनी चाहिए मुझे. तुम्हे पता है न ये हंसी मुझे कितनी पसन्द है, ये ही मेरा जीवन है.”
एनकाउंटर पर जाने के ठीक पहले यही आख़िरी शब्द कहे थे विभु ने उससे. तब बताया नहीं था विभु ने कि वह किसी ऑपरेशन पर जा रहा है. वो तो बाद में पता चला था.
“देखो न विभु तुम्हारी इच्छानुसार मैं हमेशा हंसती रहती हूं. लव यू विभु, लव यू सो मच…” आंखों मे नमी लिए मुस्कुराते होंठों से अनुभा ने कहा और विभु की फोटो उठाकर उसे सीने से लगा लिया.
बाहर खिड़की से दिखते आसमान में तैरते बादलों से उसने कहा कि मेरे विभु से कह देना मैं ठीक हूं. मेरी चिंता न करे. मैं हमेशा हंसती रहूंगी, क्योंकि आई लव यू विभु…

डॉ. विनीता राहुरीकर

 

 

 

 

 

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Usha Gupta

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