कविता

काव्य- वसुधैव कुटुंबकम… (Poetry- Vasudhaiva Kutumbakam)

वैश्विक धरातल परभारत की उपस्थितिवसुधैव कुटुंबकम की स्वीकृतिधरा के संरक्षण की संस्तुतिसांस्कृतिक विरासत कीअद्भुत सुवासयह G20 समेटे हुए हैगौरव की…

September 11, 2023

ग़ज़ल- इश्क़ का चैप्टर और तुम… (Poetry- Ishq Ka Chapter Aur Tum…)

कभी कभीमुझे लगता हैमुझे इश्क़ का चैप्टर क्लोज़ कर देना चाहिएकि तभी तुम आ जाती होमुस्कुराते हुएमेरे सीने पर हाथ…

July 3, 2023

कविता- दूर पर साथ साथ… (Poetry- Dur Par Sath Sath…)

भोर के सफ़ेद मखमली कोहरे मेंहम एक साथ खड़े थेयह सत्य अंकित है मेरे स्मृति पटल परज्यों पाषाण पर खुदाकोई…

April 8, 2023

काव्य- पगडंडियाँ (Poetry- Pagdandiyan)

पगडंडियाँ कभी झूठ नहीं बोलतीं निश्चित रूप से गन्तव्य तक पहुँचाती है अनुभवी लोगों का पदचिह्न होती हैं वह विजेताओं…

April 2, 2023

कविता- बिछोह की शर्त लिए… (Poetry- Bichooh Ki Shart Liye…)

मेरा उससे वादा था कि जब सूरज और सागर का मिलन होगा और रक्ताभ हो उठेंगे सूरज के गाल तो…

March 16, 2023

काव्य- क्या नाम दूं इस कशिश को मैं… (Poetry- Kya Naam Doon Iss Kashish Ko Main…)

पानी-पानी समां है, बूंदों सा बिखर जाना एक तेरा छा जाना, एक मेरा बरस जाना बस एक यही तो मौसम…

February 11, 2023

काव्य- बहुत ख़ूबसूरत मेरा इंतज़ार हो गया… (Poetry- Bahut Khoobsurat Mera Intezar Ho Gaya…)

कश्मकश में थी कि कहूं कैसे मैं मन के जज़्बात को पढ़ा तुमको जब, कि मन मेरा भी बेनकाब हो…

January 28, 2023

कविता- शक्ति स्त्री की (Poetry- Shakti Stri Ki)

स्त्री शक्ति का अवतार है वो प्रेम, ममता, वात्सलय और स्नेह से मालामाल है जगत को जीवन देने वाली वो…

January 19, 2023

गीत- दोस्ती (Poetry- Dosti)

तुम मिल जाओगी किसी गली में तो कमाल हो जाएगा मगर पता है कि आज भी इस बात पर बवाल…

December 10, 2022

ग़ज़ल- कभी हम नहीं मिलते… (Gazal- Kabhi Hum Nahi Milte…)

ढूंढे़ कोई हमें तो सिर्फ़ ठिकानों पर मिलते है ये बंजारापन देख के अब हम घर में नहीं मिलते मुझसे…

November 21, 2022

काव्य- कार्तिक पूर्णिमा (Kavya- Kartik Purnima)

आई कार्तिक की पूर्णिमा लेकर ख़ुशियां हज़ार प्रतिवर्ष में एक दिन आता है ये पावन त्योहार आज दिन है गंगा…

November 6, 2022
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