बदलते मौसम में ही नहीं बल्कि हमेशा ही होम हाइजीन बेहद ज़रूरी होती है ताकि घर रहे सुरक्षित और कीटाणु मुक्त औरहम रहें हेल्दी. यहां हम होम हाइजीन के वो आसान टिप्स बता रहे हैं जो पता तो हम सबको होते हैं लेकिन कभी लापरवाहीके चलते तो कभी समय ना होने का बहाना करके हम उन्हें नज़रअंदाज़ करते रहते हैं. बेहतर होगा आप इन्हें अपनाकरसुरक्षित रहें और घर को हेल्दी रखें. सबसे पहले डोर हाइजीन ज़रूरी है. घर के बाहर डोर मैट ज़रूर रखें वो भी अच्छी क्वालिटी का. उसे समय समय पर क्लीन करें. डोरबेल को सैनिटाइज़ करें नियमित रूप से क्योंकि उसे कई तरह के लोग छूते हैं और उनके ज़रिए कीटाणु घर में याहमारे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं.दरवाज़े को भी क्लीन करें. एंटीबैक्टीरियल स्प्रे से दरवाज़े को साफ़ करें. घर में नियमित रूप से डस्टिंग करें, ताकि धूल मिट्टी ना जम पाए और आपको हेल्दी माहौल मिले.सीलिंग और दीवारों को साफ़ रखें ताकि मकड़ी जाले ना बना पाए.पंखों की सफ़ाई भी उतनी ही ज़रूरी है.एसी की सर्विसिंग भी नियमित रूप से करवाएँ.सोफ़ा कवर और बेडशीट्स भी समय समय पर धोएँ क्योंकि उनमें भी कीटाणु पनप कर आपको बीमार कर सकते हैं.तकिए के कवर की भी सफ़ाई करें. इन सबको क्लीन करें. अगर वैक्यूम क्लीनर नहीं हो तो झाड़पोंछकर बिछाएँ बिस्तर. इसी तरह से फ़र्नीचर और बाक़ी के समनों की भी डस्टिंग करें.घर में बर्तन या बाल्टी में पानी भरकर ना रखें, जमा पानी में मछर-मक्खी पनप कर कई बीमारी दे सकते हैं.बाथरूम को भी गीला ना रखें. नहाने के बाद उसे सूखा कर दें.बाल्टी और मग प्लास्टिक के होते हैं उन्हें नियमित रूप से बदलते रहें और उन्हें साफ़ भी करते रहें. नल और बेसिन को भी साफ़ करते रहें. बेसिन में फिनाइल की गोलियाँ डालकर रखें.टूथब्रश एरिया को भी साफ़ करते रहें. वहाँ की सफ़ाई को भी लोग नज़रअंदाज़ करते हैं.परदों की सफ़ाई का भी ख़्याल रखें. खिड़कियाँ खुली रखें ताकि सूरज की रोशनी व ताज़ा हवा आ सके. सूरज की रोशनी से भी कीटाणु मरते हैं और ताज़ा हवा आपको फ्रेश फील देती है.किचन की सफ़ाई का भी पूरा ध्यान रखें क्योंकि यह सबसे महत्वपूर्ण जगह होती है.खाना बनाने से पहले बरतों को धोकर इस्तेमाल करें क्योंकि रात को कोकरोच बरतनों पर घूमकर उनमें संक्रमणछोड़ सकते हैं और आपको बीमार कर सकते हैं.सब्ज़ियों को धोकर बनाएँ.कटिंग बोर्ड को साफ़ रखें. नॉनवेज के लिए अलग से बर्तन व कटिंग बोर्ड रखें.फ्रिज को समय समय पर साफ़ करें और उसमें सामान ठूँसकर ना भरें. अक्सर लोग ऐसा करते हैं और सालों तकफ्रिज की सफ़ाई तक नहीं करते.किचन में एग्ज़ॉस्ट फैन ज़रूर होना चाहिए. सही वेंटिलेशन हेल्दी कुकिंग के लिए ज़रूरी है.किचन सिंक की सफ़ाई भी उतनी ही ज़रूरी है. सिंक में खाने के कण जमा ना होने दें.बाथरूम और टॉयलेट को भी नियमित रूप से साफ़ करें. सिर्फ़ साबुन-पानी से धोकर चमकाना ही ज़रूरी नहीं बल्किडिसइंफ़ेक्ट करना भी बेहद ज़रूरी है.तौलिए भी साफ़ रखें. उन्हें भी नियमित रूप से धोएँ.अलमारी को समय समय पर साफ़ करें और उसमें फिनाइल की गोलियाँ रखें. फर्नीचर के पीछे और नीचे भी काफ़ी कचरा जमा हो जाता है इसलिए ज़रूरी है कि उन्हें हटाकर वहाँ की सफ़ाई कीजाए.शूरैक की सफ़ाई को अक्सर लोग नज़रअंदाज़ करते हैं लेकिन वहाँ भी काफ़ी कीटाणु पनपते हैं इसलिए उसकाध्यान रखें.खिड़कियों के आसपास भी मकड़ी के जाले बन जाते हैं इसलिए वहाँ की सफ़ाई को भूलें नहीं.बालकोनी को स्टोर रूम ना बना दें. उसे क्लीन रखें और ध्यान रहे कि वहाँ से मछर-मक्खी अंदर ना आएँ इसलिएज़रूरी उपाय करें.अगर किसी रूम की दीवार में सीलन आती है तो इसे फ़ौरन ठीक करवाएँ क्योंकि इससे सांस की बीमारी हो सकतीहै और जिनको अस्थमा है उनकी तकलीफ़ बढ़ सकती है.दरवाज़ों में या किसी भी चीज़ पर ज़ंग लगा हो तो उसके उपाय करें क्योंकि यह ख़तरनाक हो सकता है.मेटल्स की नियमित सफ़ाई करते रहें और घर में मेटल क्लीनर रखें.इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि हर जगह के कलीनिंग प्रोडक्ट्स आपके पास होने चाहिए, चाहे फ्लोर हो, किचनहो, बाथरूम, डिशवाश सोप, हैंडवाश, फिनाइल, फिनाइल और कपूर की गोलियाँ आदि.पोछा और किचन का नैपकिन भी क्लीन रखें, इन्हें समय समय पर बदलते भी रहें. स्टोर व कंटेनर्स हो सके तो प्लास्टिक का यूज़ ना करें और अगर करें तो उन्हें नियमित रूप से बदलते रहें.यही नियम फ्रिज की बोतलों पर भी लागू होता है.बहुत सारा सामान एक जगह डम्प करके ना रखें. सामान और कमरा जितना व्यवस्थित होगा उतना ही आसान होगाउन्हें साफ़ रखना.कलीनिंग का एक नियम बना लें और उसी के अनुसार काम करें.रात के जूठे बर्तन सुबह के लिए ना रखें. बेहतर होगा उन्हें तभी धो लें वर्ना उनमें कोकरोच, मच्छर, चींटियाँ औरमक्खी आ सकते हैं.घर को इन सभी से मुक्त रखने के ज़रूरी उपाय करें. घर पर ही बनाएँ फ्लोर क्लीनर, जानें ईज़ी रेसिपी एक लीटर पानी में कपूर की गोलियाँ डालें, उसमें ३-४ चम्मच नमक और एक चम्मच विनेगर मिला लें. इसको स्टोरकर लें. जब भी इस्तेमाल करना हो एक ढक्कन क्लीनर को बाल्टी के पानी में मिला लें.दो कप गर्म पानी में आधा-आधा कप वाईट वीनेगर और रबिंग अलकोहोल मिला लें. इसमें ३-४ बूँदें लिक्विड डिशसोप की मिलाकर यूज़ करें. गर्म पानी में ओलिव ऑयल और नींबू का रस मिलाकर भी क्लीनर बनाया जा सकता है.नींबू का रस और विनेगर को भी पानी में मिक्स करके क्लीनर बनाया जा सकता है.सबसे सिंपल है कि पोछा लगाते वक़्त बाल्टी में एक दो चम्मच नमक मिला लें. यह भी क्लीनर का काम करता है.गर्म पानी में बेकिंग सोडा और विनेगर मिला लें, चाहें तो लिक्विड डिश सोप भी मिक्स कर लें.आधा कप ब्लीच पानी में मिलाकर डिसइंफेक्टेंट तैयार किया जा सकता है.गर्म पानी में विनेगर मिलाकर भी क्लीनर तैयार किया जा सकता है. इन क्लीनर्स में चाहें तो अपनी पसंद का एसेंशियल ऑयल भी मिक्स कर सकते हैं.
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घर को साफ़ सुथरा रखें. गंदगी से नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है.कहीं भी कचरा या कबाड़ ना रखें. दरवाज़े के पास डस्टबिन ना रखें, क्योंकि इनसे नेगेटिव एनर्जी पैदा होती है.कलर थेरेपी और सायकॉलोजी का प्रयोग करें. एनर्जी देने वाले फ़्रेश कलर्स यूज़ करें. ग्रीन,ब्लू, पर्पल, येलो, ऑरेंज आदि कलर्स यूज़ करें.नेगेटिव और डार्क कलर्स अवॉइड करें.अरोमा थेरेपी से घर को महकायें.घर में क्रिस्टल्स रखें.सही वेंटिलेशन हों.प्लांट रखें.लाइटिंग डल ना हो.कहीं सीलन या लीकेज ना हो, अगर हो तो जल्द से जल्द ठीक करवायें.दरवाज़े आवाज़ ना करते हैं aur ना ही रगड़ खाते हों.दीवारों में दरार हो तो भरवा लें.ख़ुशनुमा यादों से घर को सजायें, फ़ैमिली फ़ोटो, हंसते हुए चित्र यानी हैपी मोमेंट्स घर की दीवारों पर भी सजे हों.शेल्फ बनवाकर उसमें बुक्स और डेकोरेटिव पीसेज़ रखें, बुक्स रखें और लाइटिंग अरेंज्मेंट करवायें.घर में अंधेरा ना हो, नैचुरल सनलाइट घर में आए इसका ध्यान रहे.अक्वेरीयम रखें. यह समृद्धि लाता है. मेन डोर को फ़ेस करता हुआ पेड़, पोल या पिलर ना हो.किचन में दवाएँ ना रखें.टूटे बर्तन, रुकी हुई घड़ी या ख़राब इलेक्ट्रॉनिक आइटम घर में ना रखें.बाथरूम का दरवाज़ा बंद रखें.किचन को फ़ेस करता हुआ टॉयलेट ना हो.दीवारों पर अकेलापन, क्रोध, लड़ाई या हताशा वाले चित्र, पैंटिंग्स ना लगायें.फ़र्निचर के कोने बहुत शार्प ना हों, वो टूटा ना हो, हिलने डुलने पर आवाज़ ना करता हो इसका ध्यान रहे.अगर घर को रॉयल लुक देना चाहते हैं तो वाइट और क्रीम यूज़ करें. ये रंग सॉफ़्ट, सूदींग और पॉज़िटिव होता है, जोआपके मन मस्तिष्क और मूड को शांत रखने में सहायता करता है.
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