मन को जो इतना मथा है हृदय में तेरे कितनी व्यथा है अब खोल दे बांहें यूं भर ना तू…
पृथ्वी घूमे धुरी पर, बदले दिन सँग रात।चक्कर काटे सूर्य के, शीत उष्ण बरसात। घेरे पृथ्वी को सदा, रेखाएँ हैं…
काश मैं दे पातातुम्हें वो उपहारजो अनेक बार देने के लिए सोचता रहाऔर न दे सकासंकोच के कारणकि तुम्हारे पास…
बचपन का सपना अचानक सच हो जाता हैजब मुझे दूल्हे के रूप मेंएक दिन सुपर हीरो मिल जाता हैअपने प्यार…
काँपें थर-थर तन सभी, मुख से निकले भाप।रगड़ें लोग हथेलियाँ, बढ़े तनिक सा ताप।बढ़े तनिक सा ताप, युक्ति सारी कर…
दिनभर की किच-किचऔर काम की आपाधापी में भी अक्सरसैंकड़ों मेंएक सेल्फी क्लिक करके मैं ख़ुद को सौंप देती हूंअदनी सी मुस्कुराहट…
अतीत की ओरकिवाड़मज़बूती से भेड़और विस्मृति की चादर ओढ़मैं तो लगभग सो ही चुकी थीओ भूली हुई यादोंतुमने क्योंफिर आकरमेरा…
ये धड़कनें भी अजीब हैंकभी-कभी बेवजह धड़कती हैंसांस लेने के लिएदिल पूछता हैजब तुम नहीं हो तोसांस चलना बस यूं…
आज उम्र की इस दहलीज़ पर खड़ी हूंमैं जाऊं उधर, या कि अंदर लौट आऊं? चलती रही अब तक नियति…
इस दिवाली सौ दीपों में एक दीपक मन का भी जलानाजगमगाते दीपों के बीच केएक दीया ख़ुद को बनानाजो दूर करें मन…
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष में आता ये त्योहार है, दुर्गा पूजा कहते जिसको पूजे सब संसार है। दस दिवसीय…
नौ दिन की नवरात्रि हमकोकितना कुछ सिखलाती हैनारी ही निर्मात्री हैयह हमको बतलाती हैप्रथम दिवस शैलपुत्री की पूजामन को पावन…