हेल्दी और फिट रहना आज के टाइम में मुश्किल ज़रूर लगता है लेकिन ये इतना भी मुश्किल नहीं. अगर आप खुद को रोज़ देंगे फिटनेसका डोज़ तो आपका हर दिन हेल्दी बनेगा. बस इन ईज़ी टिप्स को फ़ॉलो करें. हर दिन सुबह एक पॉज़िटिव सोच के साथ उठें. इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और स्ट्रेस कम होगा.चेहरे पर एक स्माइल हो और बिना किसी शिकायत के खुश होकर जोश के साथ दिन शुरू करें. हल्का व्यायाम, योगा, मेडिटेशन को अपना मॉर्निंग रूटीन बनाएं. इससे दिन भर एनर्जेटिक महसूस करेंगे. अपने शरीर के साथ-साथ मन को भी फ़िट रखने की दिशा में प्रयास करें. हर रोज़ एक अच्छा काम करने का संकल्प लें और दिन बांट लें, जैसे- मंडे किसी गरीब को खाना खिला दें, मंगलवार किसी केलिए कुछ भी बुरा कहने से बचें, बुधवार अपने गांवके रिश्तेदारों या दूर रहनेवाले दोस्तों का हाल चाल फ़ोन पर पूछ लें, गुरुवारदिनभर ग़ुस्सा न करने और हंसते रहने का संकल्प लें, शुक्रवार लोगों को कॉम्प्लिमेंट देने के लिए रखें, शनिवार घरवालों को कुछसरप्राइज़ दें, संडे अपने बारे में कुछ अच्छा सोचें. एक डायरी बनाएं और किस तरह आप अपना हर दिन बेहतर व ख़ास बना सकते हैं उससे सम्बंधित बातें लिखें. अच्छी किताबें पढ़ें, सोने से पहले रोज़ आधा घंटा कुछ अच्छा पढ़ने की आदत डालें. पॉज़िटिव थिंकिंग और मोटिवेशनल बुक्सपढ़ें.नेगेटिव लोगों से दूर रहें. अपनी बॉडी को पहचानें. ये ज़रूरी नहीं कि एक हेल्दी हैबिट जो दूसरे के लिए सही हो वो आपको भी सूट करे. सुबह उठकर गुनगुने पानी में नींबू पीना हेल्दी ज़रूर है लेकिन जिनको एसिडिटी या एलर्जी की प्रॉब्लम है उनको शायद ये सूट नकरे इसलिए बेहतर होगा कि रूटीन में कोई भी ऐसे बदलाव से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछ लें.हेल्दी नाश्ता करें, क्योंकि रिसर्च कहते हैं ब्रेकफ़ास्ट करने से मोटापे और डायबीटीज़ जैसे रोगों का ख़तरा कम होता है. अगर ब्रेकफ़ास्ट नहीं करते तो ज़बरदस्ती आदत न डालें क्योंकि सबका शरीर अलग होता है और सबके शरीर की ज़रूरतें भीअलग होती हैं.वज़न को कंट्रोल में रखें. इससे आप कई तरह के रोगों से बचे रहेंगे.खाने में हर तरह की वेरायटी हो ये ध्यान रखें, ताकि पोषण की कमी न हो. किसी भी चीज़ को पूरी तरह से खाना बंद न करें, जैसे- घी, तेल, शुगर, नमक, मिर्च-मसाला, खट्टा आदि क्योंकि शरीर को इनसबकी ज़रूरत होती है और इनकी कमी से भी शरीर में ज़रूरी तत्वों की कमी हो जाती है, जैसे- शुगर की कमी से आपका बीपीकम हो सकता है… इसी तरह घी-तेल पूरी तरह बंद करने से बॉडी में ड्राईनेस आ सकती है. बेहतर होगा संतुलन बनाए रखें.वेटलॉस के लिए भी छोटे गोल्स सेट करें, ये न सोचें कि बस एक हफ़्ते में ही सारा फैट्स कम हो जाएगा. खुद को और अपने शरीर को वक्त दें.ओवर एक्सरसाइज़ न करें, इससे मसल डैमेज हो सकती है और आप खुद को हर्ट भी कर सकते हैं. वक्त पर बेड पर जाएं और नींद पूरी लें. सोशल मीडिया और टीवी देखने का भी एक वक्त तय कर लें कि डेली आपको इतना ही समय देना है और उस टाइम टेबल कोईमानदारी से फ़ॉलो करें.अपने रोज़ के कुछ काम खुद करें, जैसे- अपने कपड़ों को प्रेस करना, जूतों को पॉलिश करना, अलमारी में अपने कपड़े खुद ठीककरके रखना आदि. इससे आप फ़िज़िकली एक्टिव रहेंगे और अपना काम खुद करने की आदत से अलग ही सुकून और संतुष्टिमिलती है. रोज़ का अपना मेनू संडे को ही बना लें. हफ़्तेभर के इस मेनू में आपको अपने पोषण और कैलोरीज़ को संतुलित रूप से डिवाइडकरना होगा, साथ ही क्रेविंग्स के लिए चीट डे भी रखें.दिनभर के अपने भोजन की थाली में जितने ज़्यादा हो सके कलर्स ऐड करें.गेहूं के आटे की जगह कभी नाचनी, रागी, ज्वार-बाजरा भी ट्राई करें. वाइट राइस की जगह ब्राउन राइस खाएं.प्रोटीन, कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिंस की ज़रूरतों को डायट से पूरा करने की कोशिश करें, न कि सप्लिमेंट्स से.रेडी तो ईट या रेडी तो कुक खाने की बजाय घर पर बना खाना ही खाएं. पैक्ड फ़ूड में प्रीजर्वेटिव होते हैं. सब्ज़ियों का सूप पिएं, दाल पिएं, मौसमी फल और सब्ज़ियां खाएं.हेल्दी और अनहेल्दी फैट्स के फ़र्क़ को जानें और हेल्दी फैट्स खाएं.डेली सुबह या तो रातभर पानी में भिगोए बादाम छीलकर खाएं या फिर चने और किशमिश भिगोकर खाएं. ये बहुत हेल्दी होता हैऔर आपको दिनभर एनर्जेटिक रखता है क्योंकि ये प्रोटीन, फाइबॉर, विटामिन, राइबोफलेविन व अन्य पोषकतत्वों से भरपूर होता है.अपने लंच में दही या पनीर, सलाद या हरी पत्तेदार सब्ज़ी ज़रूर शामिल करें. पानी न तो कम पिएं और न ही बहुत ज़्यादा. हाइड्रेटेड रहें. पानी आपके बॉडी टॉक्सिंस को बाहर निकालता है. लिफ़्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करें. डेली रात के भोजन के बाद थोड़ा टहलने ज़रूर जाएं, अगर बाहर नहीं तो घर पर ही टहलें. डेली अपना मनपसंद म्यूज़िक ज़रूर सुनें या जो आपको पसंद हो उसके लिए वक्त निकालें.ग्रीन टी को अपने डेली रूटीन में शामिल करें. सूखी सब्ज़ी की बजाए तरीवाली सब्ज़ी खाएं. ब्रोकोली, लौकी, मेथी-पालक, पत्ता गोभी को अपने डायट में शामिल करें. पपीता, सेब जैसे फल काफ़ी पौष्टिक होते हैं. पपीता आप कभी भी खा सकते हैं. रात को भी. ये पेट और पाचन तंत्र के लिएकाफ़ी अच्छा होता है और पेट भी साफ़ रखता है.हींग, जीरा,दालचीनी, हल्दी, अदरक, काली मिर्च आदि काफ़ी हेल्दी होते हैं, इनको अपने डेली डायट में शामिल करें. टमाटर, चुकंदर, गाजर आदि खून की कमी नहीं होने देते, इनका सलाद खाएं. डेली शाम को बाहर से आने के बाद हल्के गर्म पानी में नामक मिलाकर अपने पैरों को उनमें डुबोकर रखें, इससे दिनभर की सारीथकान उतर जाएगी. रात को सोने से पहले हल्दीवाला दूध पिएं. पैरों में लोशन लगाकर सोएं. डेली हाईजीन का ख़याल रखें. नहाने के पानी में गुलाबजल या नीम का उबला पानी मिलाएं. चाहें तो आधा नींबू काटकर भी मिलासकते हैं.बहुत ज़्यादा पेनकिलर या दवाएं खाने से बचें. हल्की-फुल्की तकलीफ़ों के लिए घरेलू उपाय करें, जैसे- अगर पेट फूला हुआ लगरहा है, गैस की समस्या है तो हींग को गुनगुने पानी में मिलाकर पेट और नाभि में लगाएं.कोशिश करें कि आप कम से कम बीमार पड़ें, पानी साफ़ पिएं, साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखें, घर में सही वेंटिलेशन हो, डिसइंफ़ेक्टेंट का उपयोग करें. नियमित हेल्थ चेक अप और वैक्सीन लगवाएं. बीच-बीच में घूमने जाएं ताकि बोरियत मिटे और रूटीन थोड़ा बदले. डेली ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ या प्राणायाम ज़रूर करें. रोज़ खुलकर ज़रूर हंसे क्योंकि इससे लंग्स मज़बूत और लचीले होते हैं.खाने के फ़ौरन बाद पानी न पिएं, बल्कि वज्रासन में कुछ देर बैठें. ये एकमात्र योग है जो भोजन के बाद किया जाता है. ये खानापचाता है, पाचन क्रिया को बेहतर करने के साथ-साथ पीठ दर्द से राहत देता है और अच्छी नींद में भी मदद करता है. रिंकु शर्मा