असली फुंसुख वांगडु को सम्मानित किया गया रोलेक्स अवॉर्ड से. हम बात कर रहे हैं लद्दाख के इंजिनियर सोनम वांगचुक की. मॉडर्न एजुकेशन और पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए सोनम कई सराहनीय काम कर रहे हैं. उन्होंने एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख नाम का संगठन बनाया है, जहां सौर ऊर्जा का पूरा इस्तेमाल किया जाता है. ऐसा ही कुछ आपने फिल्म 3 इडियट्स में भी देखा था. आमिर खान भी लद्दाख में एक ऐसा ही स्कूल चलाते नज़र आए थे. दरअसल आमिर ने जो फुंसुख वांगडु का किरदार निभाया था, वो सोनम वांगचुक से इंस्पायर्ड था. आमिर फिल्म में उन बच्चों की प्रतिभा को संवारने का काम करते नज़र आए थे, जिन्हें पैसों के अभाव में आगे बढ़ने का मौक़ा नहीं मिलता. लद्दाख के 50 साल के सोनम भी यही काम करते हैं. वांगचुक ने जब शिक्षा के लिए काम करना शुरू किया, तो उन्हें एहसास हुआ कि भाषा की वजह से बच्चे सवालों के जवाब पता होने के बावजूद उसका जवाब नहीं दे पाते थे, इसलिए उन्होंने स्थानीय भाषा में ही बच्चों की शिक्षा के लिए कोशिश करनी शुरू कर दी. वांगचुक सहित पूरी दुनिया से 140 लोगों को ये रोलेक्स अवॉर्ड दिया जाना है.
– प्रियंका सिंह
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