बाबु मोशाय, ज़िंदगी बड़ी होनी चाहिए…लंबी नहीं…वाक़ई ये लाइन बिल्कुल फिट बैठती है बॉलीवुड के काका यानी राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) पर, जिन्होंने अपनी ज़िंदगी ज़िंदादिली से जी है. बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार थे राजेश खन्ना. काका ने जो स्टारडम देखा है, वो शायद ही किसी एक्टर ने देखा हो. उनकी हर एक अदा पर फिदा थे उनके फैन्स.
फिल्म- आराधना (1969), गायक- किशोर कुमार
फिल्म- कटी पतंग (1970), गायक- किशोर कुमार
फिल्म- मेहबूब की मेहंदी (1971), गायक- मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर
फिल्म- अनुरोध (1977), गायक- किशोर कुमार
फिल्म- दो रास्ते (1969), गायक- मोहम्मद रफ़ी
फिल्म- मेरे जीवन साथी (1972), गायक- किशोर कुमार
फिल्म- आप की कसम (1974), गायक- किशोर कुमार, लता मंगेशकर
फिल्म- अमर प्रेम (1972), गायक- किशोर कुमार
फिल्म- सच्चा झूठा (1970), गायक- मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर
फिल्म- द ट्रेन (1970), गायक- मोहम्मद रफ़ी
सलमान खान (Salman khan) और उनके पापा सलीम खान (Salim Khan) की दरियादिली के कई…
अभिनेता संकर्षण कऱ्हाडे सोशल मीडियावर खूप सक्रिय असतो. नुकताच त्याने त्याला साताऱ्याला आलेला त्याच्या खास…
ईद के मौक़े पर सभी सेलेब्स अपने-अपने तरीक़े से इसे सेलिब्रेट कर रहे हैं. गौहर…
"... आप सोचते होंगे डायरी में अपनी कुशलता दिखानेवाली की क्या पहचान! लेकिन चाहे मेरे नाम…
-ऋषिकेश वांगीकरआपणच फक्त मागे राहिलो हे कळल्यावर त्या मुलाचे अवसान गळाले आणि कुठलाही विचार न…
सलमान खान आणि ईद हे समीकरण गेली बरीच वर्ष बॉलिवूडमध्ये पाहायला मिळतं. पण यंदाची ईद…