सामान्यतया लड़कियों के पीरियड्स यानी माहवारी की उम्र 11-12 वर्ष होती है, लेकिन कुछ परिवारों में इसकी शुरुआत 14-15 की उम्र से भी होती है. फिर भी आपको चेकअप करा लेना चाहिए, ताकि ये पता चल जाए कि कहीं आपको जन्म से कोई शारीरिक समस्या तो नहीं है, जैसे- अविकसित यूटेरस आदि. कुछ हार्मोनल टेस्ट करवाने भी ज़रूरी हैं. यदि आपका क़द, वज़न, स्तनों का विकास, अंडरआर्म व प्यूबिक हेयर का विकास आदि सही हैं तो कोई बड़ी जेनेटिक प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिए. फिर भी पूर्ण जानकारी के लिए किसी गायनाकोलॉजिस्ट से संपर्क करें.
यह भी पढ़ें: Personal Problems: 3-4 महीनों के बाद पीरियड्स आते हैं (Why My Periods Are 3-4 Months Late?)
असुरक्षित सेक्स संबंध बनाने के बाद इमर्जेंसी पिल्स खाने के बावजूद गर्भधारण का ख़तरा 20 से 25 प्रतिशत तक बना रहता है, ख़ासकर तब, जब आपने अपने ओव्यूलेशन पीरियड के आसपास सेक्स किया हो. अब अगर आपकी माहवारी अनियमित हो गई हो तो तुरंत प्रेग्नेंसी टेस्ट कराएं. अगर टेस्ट पॉज़िटिव आता है तो फौरन किसी गायनाकोलॉजिस्ट की सलाह लें.
यह भी पढ़ें: Personal Problems: प्रेग्नेंसी में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? (Do’s And Don’ts For A Safer Pregnancy
डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
rajshree.gynoncology@gmail.com
हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए हमारा ऐप इंस्टॉल करें: Ayurvedic Home Remedies
गुन्हेगाराला सुधारण्याची संधी मिळाली तर गुन्हेगाराच्या आयुष्यात काय बदल घडून येऊ शकतो, या विषयावर आधारीत…
सलमान खानच्या घरावर झालेल्या गोळीबार प्रकरणात आणखी एक नवीन अपडेट समोर आले आहे. 14 एप्रिल…
मुंबईतील बीकेसी येथे उभारण्यात आलेल्या नीता अंबानी कल्चरल सेंटरला नुकताच एक वर्ष पूर्ण झाले आहे.…
सोशल मीडियावर खूप सक्रिय असलेल्या जान्हवी कपूरने पुन्हा एकदा तिच्या चाहत्यांना सोमवारची सकाळची ट्रीट दिली…
The loneliness does not stop.It begins with the first splash of cold water on my…
सध्या सर्वत्र लगीनघाई सुरू असलेली पाहायला मिळत आहे. सर्वत्र लग्नाचे वारे वाहत असतानाच हळदी समारंभात…