थायरॉइड ग्लैंड हमारे गले में स्थित सबसे बड़ा एंडोक्राइन ग्लैंड है, जो थायरॉइड हार्मोंस- टी3 और टी4 का निर्माण करता है. आपके द्वारा बताए गए लक्षणों को देखकर लगता है कि आपको हाइपोथायरॉइडिज़्म है. इसे कंफर्म करने का तरीक़ा स़िर्फ ब्लड टेस्ट ही है, तभी आपके टी3 और टी4 हार्मोंस के लेवल्स का पता चल पाएगा. इसके बाद ही डॉक्टर आपको दवाइयों आदि के बारे में बता पाएंगे.
यह भी पढ़ें: Personal Problems: दो साल में सिर्फ दो बार पीरियड्स आए (Reasons For Irregular Periods)
यूटेराइन फायब्रॉइड को मैनेज करने के कई तरी़के हैं. जब ट्रीटमेंट जल्द से जल्द करना हो, तब ज़्यादातर डॉक्टर्स सर्जरी की सलाह देते हैं. आमतौर पर डॉक्टर्स हिस्टेरेक्टॉमी की सलाह देते हैं और अगर महिला मेनोपॉज़ से गुज़र रही हो, तो यूटेरस निकालने की सलाह दी जाती है. और अगर महिला की उम्र कम है और उसकी प्रेग्नेंसी के लिए यूटेेरस और बाकी रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स की ज़रूरत होती है, तो उनका मायमेक्टॉमी किया जाता है. इस प्रक्रिया में स़िर्फ फायब्रॉइड्स को टारगेट करके ख़त्म किया जाता है. इसके लिए डॉक्टर्स हिस्टेरोस्कोप, लैप्रोस्कोप और सर्जरी का सहारा लेते हैं. इसके अलावा लेज़र सर्जरी के ज़रिए फायब्रॉइड को नष्ट करना भी एक ट्रीटमेंट है.
डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
rajshree.gynoncology@gmail.com
हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए हमारा ऐप इंस्टॉल करें: Ayurvedic Home Remedies
अपने देश में हमें इस बात को अपना सौभाग्य समझना चाहिए कि बड़ी कंपनियों ने…
बॉलीवूड अभिनेत्री तापसी पन्नू आणि अभिनेता विक्रांत मेसी यांच्या ‘हसीन दिलरुबा’ या चित्रपटाने प्रेक्षकांना अक्षरशः…
टीवी की सीता देबिना बनर्जी (Debina Bonnerjee) ने एक्टिंग से ब्रेक ले रखा है और…
मेगास्टार अमिताभ बच्चन यांचे लाडका लेक अभिषेक बच्चन गेल्या २४ वर्षांपासून बॉलिवूड इंडस्ट्रीत सक्रिय आहे.…
एक व्हिडिओ सोशल मीडियावर व्हायरल होत आहे. ज्यात तिचा वेगळा स्वभावही पाहायला मिळतो. व्हिडिओमध्ये ती…
किरण मानेंनी अमृता सुभाषसोबतचा एक आठवणीचा किस्सा शेअर केला होता. त्यात त्यांनी लिहिले की, आठ…