एक बात मेरे दिलो-दिमाग़ में ज़रूर घूमती रहती कि मैं तो इस काल्पनिक मनःस्थिति से संतुष्ट हो लेती हूं, परंतु…
इस दिवाली सौ दीपों में एक दीपक मन का भी जलानाजगमगाते दीपों के बीच केएक दीया ख़ुद को बनानाजो दूर करें मन…
“देखना एक दिन मैं भी बहुत पैसा कमा कर दिखाऊंगी. हम भी ख़ूब पटाखे छुड़ाएंगे. जी भर कर मिठाई खाएंगे.…
"यही सच है मां. हम दोनों ने सज़ा भोगी है. तुम्हारी सज़ा ये है कि तुमने मुझे विधवा के रूप…
''मुझे पटाखे नहीं चाहिए. जब आदित्य भैया पटाखे छुड़ाते हैं, तो मैं उन्हें देखकर ही ख़ुश हो लेता हूं. और…
कहीं यह सहयोग, साथ स्थाई न हो जाए… और वह इस झील की बेनूर और कचरे की खत्ती बन कर…
"वो आपके बारे में सब कुछ जानती हैं पापा. आपसे मिल भी चुकी हैं, लेकिन आपको कभी अपना परिचय नहीं…
"तुम तैयार नहीं हुए? चलो उपहार लेने चले. फिर शाम को एक ज़ोरदार पार्टी-हंगामा होगा दोस्तों के साथ.""कौन से दोस्त?..…
"यह नहीं हो सकता, जब तक अम्मा-बाबूजी हैं मैं इन्हें नहीं छोड़ सकती. मैं ऐसा कोई काम नहीं करूंगी, जिससे…
"समीर, तुम बच्चे पर हाथ नहीं उठाते हो, लेकिन वही डर तुम आगे बढ़ा रहे हो! नीलू ने शिकायत नहीं…