शाम को सुनील के बहुत ज़ोर देने पर मैं घर जाने को तैयार हुई थी, लेकिन देहरी पर पांव रखते…
मुझे लग रहा था कि मैं सही स्थान पर आ गई हूं. नए शहर में, नए लोगों के बीच अब…
एक स्त्री अपने घर की धुरी होती है. विशेषकर शादी के बाद स्वयं अगरबत्ती की तरह जलकर वह अपने नए…
लेकिन पति महेन्द्र से बबीता की मनोदशा व चिड़चिड़ेपन का कारण छुपा नहीं है. वह भली-भांति जानते हैं कि बबीता…
वो लड़के तो सलाखों के पीछे क़ैद हुए, मेरी बच्ची खुली दुनिया में भी क़ैद होकर रह गई. कभी अपना…
''आप सच कह रहे हैं ताऊजी, हम शहरी लोग बहुत स्वार्थी हो गए हैं, तभी हमारे शहर में शुद्ध हवा…
मैंने पापा को टोक दिया था, “पापा प्लीज़ आपका ज़माना और था. अब ज़माना अलग है…”“मैंने इसके आगे तेरी बात…
"अरे रामू भाई, यह बड़े लोग हैं. इन्हें गाय के गोबर साफ़ करने से बदबू आती है और कुत्ते के…
"… क्यों ऐसा हो जाता है जब तक अपनी कमी पता चलती है इतनी देर क्यों हो जाती है? घर…
वैसे तो वह कभी कुछ नहीं कहा करती थीं, लेकिन धीरे-धीरे हमारी पहचान होने लगी थी, तो मैं ऑफिस जाते…