जी, मैं यूं तो रिेएलिटी शोज़ करता ही आ रहा था, ताक़ि फेस वैल्यू बनी रहे. लेकिन मुझे कोई फिक्शन नहीं करना था, क्योंकि मैं फिल्में करना चाहता था. मैंने साउथ में काम करना शुरू किया, भगवान की कृपा से मैं वहां काफ़ी सक्सेसफुल हूं. मेरी फिल्म कावन रिलीज़ होने वाली है. मैं ब्लेस्ड हूं कि मैं साउथ में अच्छा काम कर रहा हूं. मैं टेलिविज़न पर कम बैक करना चाहता हूं, क्योंकि मैं आज जो कुछ भी हूं, वो टेलिविज़न की वजह से हूं. मैंने इतना काम किया है, लेकिन आज भी अंश गुजराल को लोग भूल नहीं पाते. मेरी मॉम की वजह से मैंने टेलिविज़न जॉइन किया था, क्योंकि वो क्योंकि सास भी कभी बहू थी की फैन थीं. जब मैं इसके ऑडिशन के लिए जाने वाला था, तो मम्मी ने कहा कि मेरी लिए सबसे बड़ा तोहफा यही होगा कि तुम ये शो करो. मैं थैंकफुल हूं मेरी मॉम का कि उनकी सलाह मानकर मैंने ये शो किया. बालाजी टेलिफिल्म और एकता मेरी लाइफ में बहुत अहमियत रखते हैं.
मैं इस सीरियल में नेगेटिव रोल कर रहा हूं. मेरे किरदार का नाम पीर मोहम्मद है. यक़ीन मानिए इतना अच्छा लगा, जब मैंने अपना शॉट दिया और मेरे को-स्टार्स, जो मुझसे जूनियर हैं, उन्होंने मेरे लिए तालियां बजाईं और कहा कि आपने टेलिविज़न क्यों छोड़ दिया था. अपनी तारीफ़ करना अच्छा नहीं लगता, लेकिन मुश्किल है ये मानना कि मैं अपने काम में इतना अच्छा हूं.
(हंसते हुए) आपकी ही तरह मैं भी इस सवाल का जवाब ढूंढ़ रहा हूं. या तो लोग चाहते हैं कि मैं नेगेटिव रोल्स ही करूं. मुझे ऐसा लगता हैं कि जो अंश का किरदार था, वो इतना नेगेटिव था कि लोगों की ज़ेहन में वो बात बैठ गई थी कि स्काय इज़ ए बैड बॉय. लेकिन मैं अलग-अलग किरदार निभाना चाहता हूं. मैं ऐसे रोल्स करना चाहता हूं, जो ग्रे हों या जिसमें कई शेड्स हों.
माय गॉड पूरा मीडियम बदल गया है, एचडी हो गया है, लोग शूट कर रहे हैं एचडी में. देखकर ख़ुशी हो रही है, जिस तरह इंडस्ट्री में काम हो रहा है. मेरी जड़ टेलिविज़न है. मैं वापस इसिलिए आ रहा हूं टीवी पर, क्योंकि बड़े-बड़े स्टार्स भी, चाहे वो सलमान खान, आमिर खान, शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन हों हर किसी को टेलिविज़न मीडियम की ज़रूरत है. छोटे-छोटे गांवों में थिएटर भले न हो, लेकिन टीवी सबके घरों में है. मुझे लगता है आज के वक़्त में टीवी से बड़ा मीडियम कोई और नहीं है.
देखिए, हर ऐक्टर बॉलीवुड करना चाहता है. मैंने एकता से कहा था कि मुझे अब टेलिविज़न से ब्रेक लेकर फिल्में करनी है. लोगों ने मुझे कहा कि आप सोमवार से शुक्रवार टीवी पर दिखते हैं, ऐसे में बॉलीवुड में आने के लिए आपको तीन साल का ब्रेक लेना पड़ेगा, इसलिए मैंने एक लंबा ब्रेक लिया था. लेकिन इस बीच मुझे साउथ की फिल्मों से ऑफर आए, साथ ही गोवा में मैं अपने नाइट क्लब और रेस्टॉरेंट के बिज़नेस में बिज़ी हो गया था, जिसकी वजह से बॉलीवुड और टेलिविज़न से दूर हो गया था.
नहीं, ये बात मैंने बोली ही नहीं थी. हां कुछ इशूज़ थे, जो बिग बॉस के घर तक ही थे. जब मैं उस घर से निकला, तब मुझे पूजा बेदी ने एक ही चीज़ बोली थी कि स्काय हम इस एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का हिस्सा हैं. हमने एंटरटेन किया, हमारे अपने इशूज़ थे, ये सब कुछ घर के अंदर था, अब बिग बॉस का सीज़न 5 ख़त्म हो चुका है, तो हमे सब कुछ भूल के आगे बढ़ना चाहिए. मैं इतना बड़ा स्टार नहीं था उस वक़्त कि जहां मैंने मीडिया में पीआर्स हैंडल करके रखे हैं. ना ही सलमान से मेरी कोई दोस्ती है, ना उनसे मेरी कभी कोई बातचीत होती है. वो केवल बिग बॉस के वक़्त जो भी हमारे बीच बहस हुई थी उतना ही था और वो काफ़ी दुर्भाग्यपूर्ण था.
(हंसते हुए) अगर वो मुझे, जितने सलमान को पैसे देते हैं, उतने देंगे तो मैं जाऊंगा! बिग बॉस एक मैड हाउस है. ये एक सायकोलॉजिकल गेम शो है. इसमें 24 घंटों को मिलाकर 45 मिनट का शो बनाया जाता है. आप वही देखते हैं, जो आपको दिखाया जाता है.
आईएम सो फुल ऑफ एनर्जी. मैं रेडी हूं अपना बेस्ट देने के लिए. ज़िंदगी के इस सफ़र में मैं जहां भी गया, जो भी किया, मैंने महसूस किया कि कुछ लोग कुछ ख़ास कामों के लिए ही बने होते हैं, मैं एक ऐक्टर के तौर पर बहुत अच्छा हूं. मुझे लगता है कि मेरा टेलिविज़न में वापस आने का निर्णय सही है. मैं अपनी ऐक्टिंग से लोगों का दिल जीतता रहूंगा.
किसी ने सही कहा है कि शादियां स्वर्ग में बनती हैं. (हंसते हुए) तो जब मैं स्वर्ग में जाऊंगा, तब मेरी शादी हो जाएगी. कई बार जब शादी होने वाली रहती है, तब लोगों को पता तक नहीं होता है और हो जाती है. ये चीज़ें पहले से लिखी होती हैं.
फिलहाल साउथ की एक फिल्म के लिए मैंने वज़न बढ़ाया था, लेकिन अब मैं अपना वज़न घटाने में लगा हूं, जो बेहद मुश्किल है. मैं पंजाबी हूं, फूडी हूं, इसलिए फिल्म के लिए वज़न बढ़ाना मेरे लिए आसान था, लेकिन अब वज़न घटाने में तारे नज़र आ जाते हैं. लेकिन हां, मैं हेल्थ का पूरा ध्यान रखता हूं. हेल्दी खाता हूं, पीता हूं, वक़्त पर सो जाता हूं, सुबह जल्दी उठता हूं. मैं अपने पापा के नक्शे कदम पर चलता हूं. मैं सुबह 5 बजे उठता हूं. मेरे पिता जी कहते हैं कि सुबह के वक़्त ग्रहों की दशा बदलती है और हर इंसान को उस वक़्त उठ जाना चाहिए, ताकि वो उन ग्रहों से मिलने वाले सिग्नल्स को अपने अंदर ग्रहण कर सके. ये आपके शरीर के सिस्टम को दुरुस्त करते हैं. मेरे लिए ये नुस्ख़ा काम कर रहा है. मैं हेल्दी, वेल्दी एंड वाइस हूं!
– प्रियंका सिंह
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