बढ़ते बिजली के बिल को कंट्रोल करने के स्मार्ट टिप्स (Smart Tips To Minimize Your Electricity Bill)
कई बार जानकारी न होने के कारण हम अनजाने में ही अपने घर के बिजली की खपत बढ़ा देते हैं. ऐसे में ज़रूरी है उन छोटी-छोटी बातों को जानना, जिससे इलेक्ट्रिक सेविंग होने के साथ बिजली का बिल भी कम आए.
कभी भी एसी को 16 डिग्री पर न रखें. यदि आप एसी को 22 से 24 डिग्री पर रखते हैं, तो तक़रीबन 56 प्रतिशत बिजली की बचत होती है. यानी एसी का टेम्प्रेचर 24 तक रखने से काफ़ी एनर्जी सेविंग होती है.
एसी की समय-समय पर सर्विसिंग करवाते रहें व फिल्टर भी बदलें.
सोने के लिए जाने से कुछ देर पहले एसी ऑन कर दें और सोते समय पंखा चालू करके एसी को 24 डिग्री पर कर दें. इससे रूम का टेम्प्रेचर कूल रहने के साथ बिजली की बचत भी होती है.
जब भी एसी, फ्रिज ख़रीदें, तो तीन से फाइव स्टार रेटिंग वाली ही ख़रीदें. ऐसा करने से इलेक्ट्रिसिटी की सेविंग होती है. अधिक स्टार रेटिंग वाले होम अप्लायंसेस बिजली की खपत कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
बीईई सर्टिफाइड उपकरणों को ख़रीदने से एनर्जी सेविंग होती है. दरअसल, बीईई हर इलेक्ट्रॉनिक सामानों को बिजली के ख़र्च के अनुसार एक से पांच तक की रेटिंग देती है. इसलिए जिस उपकरणों की रेटिंग जितनी अधिक होगी, उससे उतनी कम बिजली ख़र्च होगी.
अक्सर कमरे से बाहर जाने के बाद भी कई बार लाइट, पंखा, एसी आदि हम ऑन ही रहने देते हैं. इसलिए इस बात का ख़ास ख़्याल रखें कि जब चीज़ें इस्तेमाल में न हों, तब उसे ऑफ कर दें.
एनर्जी सेविंग के लिए एसी को 24 डिग्री पर रखने के साथ ही रूम की खिड़की-दरवाज़े बंद रखें, जिससे कूलिंग अच्छी तरह से बनी रहे.
यदि मुनासिब हो, तो एसी कम और पंखों का अधिक उपयोग करें. जहां एसी में प्रति घंटे दस रुपए ख़र्च होते हैं, वहीं पंखों पर तीस पैसे होते हैं. ऐसे में फैन का अधिक यूज़ करना फ़ायदेमंद का सौदा है.
आमतौर पर घर की 15 प्रतिशत इलेक्ट्रिसिटी की खपत फ्रिज में ही हो जाती है. इसके लिए साल में कम से कम एक बार फ्रिज कॉइल्स को ज़रूर साफ़ करें. इससे बिजली की खपत कम होगी.
फ्रिज को ओवन व धूप आनेवाली खिड़की के क़रीब न रखें.
इसके अलावा ध्यान रखें कि फ्रिज के आसपास एयरफ्लो के लिए पर्याप्त स्थान हो.
फ्रिज को 37 डिग्री व फ्रीज़र को शून्य डिग्री पर सेट करके रखें. ऐसा करने से फ्रिज को टेम्प्रेचर बनाए रखने के लिए एक्स्ट्रा मेहनत की ज़रूरत नहीं होगी.
कभी भी फ्रिज के ऊपर माइक्रोवेव न रखें, इससे अधिक बिजली ख़र्च होती है.
फ्रिज पर सूर्य की किरणें सीधे न पड़ें, इसका ख़्याल रखें.
फ्रिज में गरम भोजन न रखें, बल्कि ठंडा होने के बाद रखें.
फ्रिज को कभी भी पूरा भरकर न रखें और न ही बेवजह बार-बार फ्रिज को खोलें.
कंप्यूटर यूज़ करने के बाद पावर ज़रूर ऑफ करें और मॉनिटर को स्लीप मोड पर रखें.
ऐसे इलेक्ट्रिकल आयरन का इस्तेमाल करें, जो टेम्प्रेचर बढ़ने पर ऑटोमैटिक बंद हो. साथ ही अधिक गीले कपड़े पर इस्त्री न करें और न ही प्रेस करते समय कपड़ों पर ज़्यादा पानी छिड़कें.
फोन व कैमरे का चार्जर यूज़ करने के बाद प्लग से निकालना न भूलें, क्योंकि प्लग इन होने पर इलेक्ट्रिसिटी यूज़ होती रहती है.
जहां पर रोशनी की आवश्यकता न हो, वहां की लाइट बंद करें.
आम टयूबलाइट व बल्ब की बजाय सीएफएल (कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लाइट बल्ब) इस्तेमाल करने से बिजली का बहुत कम उपयोग होता है. साथ ही ये लंबे समय तक चलते हैं और एनर्जी सेविंग भी करते हैं.
इलेक्ट्रिकल केटल को नियमित रूप से क्लीन करते रहें, क्योंकि अक्सर केटल में नमक जम जाती है, जिससे बिजली अधिक ख़र्च होता है. केटल ऑटोमैटिक पावर कट ऑफ वाली लें.
मोशन सेंसर, इन्फारेड सेंसर, डिमर जैसी डिवाइस का इस्तेमाल करने से भी बिजली की बचत होती है.
डिमर स्विच लगाएं. डिमर स्विच को अपने रूम में ज़रूरी प्रकाश व मूड के अनुसार सेट करने से एनर्जी सेविंग होती है.
एलईडी लाइट यूज़ करने से इलेक्ट्रिसिटी सेविंग होती है. पुराने फिलामेंट बल्ब की जगह एलईडी लाइट्स का उपयोग करें. हां, ये थोड़े महंगे होते हैं, पर बिजली की खपत कम करने में मदद करते हैं.
कोई भी होम अप्लायंसेस इस्तेमाल करने के बाद बंद ज़रूर कर दें, फिर चाहे वो टीवी, पंखा, कूलर ही क्यों न हो.
जब आप कई अप्लायंसेस को एक साथ इस्तेमाल कर रहे हैं, तो पावर स्ट्रीप का उपयोग करें. ऐसा करने से जब आप यूज़ न करने की स्थिति में सब एक साथ बंद करते हैं, तब फैंटम एनर्जी को ख़र्च होने से बचा सकते हैं.
घर में हर स्विच बोर्ड पर इंडिकेटर न लगाएं. एक छोटा सा इंडिकेटर बिजली अधिक ख़र्च करता है. दरअसल, लाल रंग के फिलामेंट का पुराना इंडिकेटर भी कम से कम पांच वॉट का होता है. ऐसे में मान लीजिए आपने घर में सात इंडिकेटर लगाए हैं, तो पैंतीस वॉट बिजली की खपत होगी. इसलिए बेहतर होगा कि जितनी ज़रूरत हो, उतने ही इंडीकेटर लगाएं.
बिजली के ऑप्शन के तौर पर सोलर एनर्जी सिस्टम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. घर के छत पर सोलर पैनल लगाया जा सकता है. इस वन टाइम इंवेस्टमेंट के ज़रिए आप बिजली की काफ़ी बचत कर सकते हैं.