“चलो भई, आज की होली सफल हुई और हमें सीखा गई कि अगर हम साल में एक दिन सामनेवाले का…
“हां... हां... ओ... हो... तुम? क्या नाम बताया था..?” “जी शाहनवाज अली.”, नाम सुनकर सभी को झटका लगा. शाहनवाज अली...…
उम्रदराज़ महिलाओं ने जब “सासू पनिया कैसे जाऊं रसीले दोऊ नैना...” उठाया, तो अपने ज़माने में ‘कत्थक क्वीन’ कहलाई जानेवाली…
वह तूफ़ान की तरह आया और पूरे जोश और तेजी के साथ सबको होली की मुबारकबाद देता हुआ गुलाल लगाने…
डीजे के आसपास किशोर और युवा टोली थिरक रही थी. वहां होली खेलने से ज़्यादा सेल्फी खींची जा रही थी.…