कहानी- सुख

कहानी- सुख 5 (Story Series- Sukh 5)

माला ने एक प्रेम से भीगा निवाला मेरी ओर बढ़ा दिया था.. छोले-भटूरे, अचार का स्वाद मेरी जिह्वा को नहीं,…

November 5, 2021

कहानी- सुख 4 (Story Series- Sukh 4)

मैंने हंसते हुए कहा, "इतना सा बच्चा और क्या-क्या कह रही हो उसे." माला के चेहरे पर एक शिकायत आकर…

November 4, 2021

कहानी- सुख 3 (Story Series- Sukh 3)

गाड़ी और ड्राइवर मुझे ढोकर ले जाएंगे क्लीनिक तक.. कभी-कभी मन ढोने के लिए भी तो कोई चाहिए होता है!…

November 3, 2021

कहानी- सुख 2 (Story Series- Sukh 2)

  मैं बाकी बातों को भूलकर उनके 'अब' पर अटककर रह जाती.. अब का क्या मतलब? यही न कि मायके…

November 2, 2021

कहानी- सुख 1 (Story Series- Sukh 1)

आज सुबह से ये शांति मुझे बेचैन कर रही थी. सब कुछ करके देख लिया; तेज़ म्यूज़िक सुना, ध्यान, योगा…

November 1, 2021
© Merisaheli