मैं स्तब्ध खड़ी रह गई थी. मेरा बुद्धिजीवी तार्किक मस्तिष्क संज्ञाशून्य हो गया था. तकनीक और विज्ञान हमें चांद-सूरज पर…
मैं इधर-उधर बिखरे काग़ज़ात को समेटने लगी. मम्मी के बनाए उन नक्शों में मुझे उनके टूटे हुए ख़्वाबों की किर्चें…
इस तरह से कमरे में अकेले एक अनजान लड़के के साथ. दुर्गा भी बाहर गई हुई थी. वह लड़का लेकिन…
मूंदी हुई पलकों के पीछे मायके में कुछ दिन पूर्व बिताया समय साकार हो उठा. कैसे उसे देखते ही मम्मी-पापा…
परिवार के इस आपसी वार्तालाप से संशय की दीवारें ख़ुद ही ढह गई थीं. उस घर का हर सदस्य सहज…
उसने ख़ुद नोट किया है कि वह सबको बहुत प्यार करती है. बहुत ध्यान रखती है हर बात का. वह…
“रिश्ते बैंक की तरह होते हैं. बैंक में स़िर्फ डिमांड करने से काम नहीं चलता, पहले वहां उतना ही डिपॉज़िट…
काश सुजीत, तुम कहकर जाते, यूं ही बिना कुछ कहे अचानक चले गए. बेटे के आने का इंतज़ार तो कर…
“वैसे भी अभी तुम्हारी उम्र ही क्या है? कभी फिर से घर बसाने का ख़्याल नहीं आता?” “कोई उचित पात्र…
क्या मांएं एक ही मिट्टी की बनी होती हैं? क्या हर मां एक जैसा ही सोचती है? आज जब हर…
कौशल को भी धक्का लगा था. जैसे-तैसे उन्होंने विहान को जगाया. घर का माहौल तनाव से भर गया. पूरे घर…
स्मिता ने वीडियो देखने आरंभ किए, तो देखती ही रह गई. मॉल में हिचकिचाती मां को हाथ पकड़कर एस्केलेटर चढ़ाते…