Hindu Rituals

बांझपन दूर करने में किस तरह मददगार है गायत्री मंत्र और गेंदे के फूलों को क्यों माना जाता है शुभ? जानें इन मान्यताओं के पीछे का विज्ञान? (Gayatri Mantra For Infertility & Significance Of Marigolds In Indian Culture, Amazing Science Behind Hindu Traditions)

मंत्रों का असर मंदिरों में और अधिक बढ़ जाता है... मंत्रों को यदि मंदिरों में जपा व सुना जाए, तो उनका प्रभाव काफ़ी अधिक होता है, क्योंकि मंदिर गुंबदाकार से शब्द जब टकराकर वापस आते हैं, तो मन-मस्तिष्क में नई ऊर्जा भर देते हैं. मंदिर का गुंबदाकार उनके प्रभाव को कई गुना बढ़ा देता है. यही वजह है कि मंदिरों के आकर को भी वैज्ञानिक तरीक़े से गढ़ा जाता है. जितना हंसेंगे, उतना हेल्दी रहेंगे... रिसर्च बताते हैं कि जो लोग ज़्यादा हंसते हैं, वो शारीरिक व मानसिक तकलीफ़ों को बेहतर तरी़के से टैकल व टॉलरेट कर…

June 20, 2021

भजन भी एक प्रकार का मंत्र होता है और पूजा में क्यों जलाया जाता है कपूर, जानें ऐसी हिंदू मान्यताओं के पीछे क्या हैं वैज्ञानिक कारण! (Scientific Reasons Behind Hindu Traditions)

वैदिक काल से ही वायुमंडल का शुद्धीकरण करता आ रहा है कपूर पूजा के दौरान या आरती के समय घरों में भी कपूर जलाने का चलन वैदिक काल से चला आ रहा है. इसके पीछे वैज्ञानिकतथ्य यही है कि कपूर जलाने से वायुमंडल शुद्ध होता है, क्योंकि वो हानिकारक संक्रामक बैक्टीरिया को नष्ट करके भीनी-भीनी शुद्ध ख़ुशबू से वातावरण को महका देता है. बीज मंत्र क्या होते हैं? बीज मंत्र किसी भी मंत्र का लघु रूप होते हैं, जो काफ़ी प्रभावी होते हैं. ये मात्र एक अक्षर के होते हैं, लेकिन इनका प्रभावइतना गहरा होता है कि स्वास्थ्य की कुंजी इनमें छुपी होती है.  भजन को भी एक प्रकार का मंत्र माना है कीर्तन, प्रार्थना या भजन को भी एक प्रकार का मंत्र ही माना गया है, क्योंकि एक निश्‍चित लय, ताल व समयावधि में इन्हेंगाने पर आपका संपर्क भीतर की आध्यात्मिक ऊर्जा से होता है व सारे टॉक्सिन्स दूर हो जाते हैं. मेडिटेशन करता है कई मानसिक रोगों को कंट्रोल रिसर्च कहते हैं कि मेडिटेशन घबराहट को कम करके कई तरह के मानसिक रोगों को भी नियंत्रित करने में सक्षम है. यहफोबिया, लत, विकृत सोच, ऑबसेसिव कंपलसिव डिसऑर्डर आदि में भी फ़ायदेमंद है. मेडिटेशन डिप्रेशन और स्ट्रेस पैदा…

June 13, 2021

गाय के गोबर को क्यों पवित्र माना जाता है और क्यों श्रावण में शिवलिंग पर दूध चढ़ाने की परंपरा है, जानें इन 7 हिंदू मान्यताओं के पीछे छिपे विज्ञान व स्वास्थ्य के कारणों को! (7 Scientific Reasons Behind Popular Hindu Traditions)

महामृत्युंजय जाप का विज्ञान इसमें अक्षरों का संयोजन इस प्रकार से है कि इसके नियमित जाप से सूर्य व चंद्र नाड़ियों में कंपन होता है और शरीर केसातों चक्रों में ऊर्जा का संचार होता है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है और शरीर निरोगी रहता है.  स्फटिक माला का स्वास्थ्य लाभ इसकी प्रकृति ठंडी होती है, इसलिए यह बुखार में बेहद लाभदायक है, क्योंकि यह शरीर की गर्मी यानी बढ़े हुए तापमानको नीचे लाने में कारगर है. यदि किसी को बुखार है, तो स्फटिक की माला को धोकर व्यक्ति के नाभि स्थान पर रख दें. इससे काफ़ी लाभ मिलेगा. इसी तरह से यदि कोई यह माला धारण करता है, तो उसे सिरदर्द की समस्या नहीं होता वउसका मन शांत रहता है.  श्रावण में शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का वैज्ञानिक कारण...इस माह दूध व उससे बने पदार्थ विष के समान होते हैं, क्योंकि ऋतु परिवर्तन से ये सब वात को बढ़ाते हैं.  शिवजी विषों को पीकर हमारी रक्षा करते हैं, यही वजह है कि आयुर्वेद में भी श्रावण में शिवजी को दूध चढ़ाने का प्रावधान है, क्योंकि वह दूध हेल्दी नहीं होता. इस दौरान गाय-भैंस भी जो चारा खाती हैं, उसके ज़रिए कुछ कीटाणु शरीर में चले जाते हैं, जिससे उनका दूध दूषित हो जाता है.  शास्त्रों में ग़ुस्से से दूर रहने पर इतना ज़ोर क्यों दिया जाता है? दरअसल, ग़ुस्सा मानव का नेचुरल इमोशन है और ग़ुस्साआना बुरी बात नहीं है, लेकिन उसका बेक़ाबू हो जाना ज़रूर बुरा है. अधिक ग़ुस्सा करने से हमारे नर्वस सिस्टम पर बुराअसर पड़ता है, जिससे हार्ट डिसीज़, ब्लड प्रेशर जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए अगर तंदुरुस्त रहना है तो ग़ुस्सेपर अंकुश लगाना होगा. क्या आप जानते नवरात्रि में उपवास क्यों रखे जाते हैं? इसका वैज्ञानिक पहलू यह है कि उस दौरान मौसम बदलता है औरइस वजह से हल्का-पाचक भोजन करने पर ज़ोर दिया जाता है, ताकि पाचन क्रिया ठीक से रहे और शरीर ऊर्जावान बनारहे. यही वजह है कि वर्ष में दो बार मौसम परिवर्तन के दौरान ही नवरात्रि आती है.  बच्चों के स्वास्थ्य में भी लाभदायक है ॐ का उच्चारण! ॐ को सबसे शक्तिशाली मंत्र माना गया है. इसकी सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि आपका बच्चा भी इसका आसानी सेजाप कर सकता है. ॐ का जाप बच्चे के सर्वांगीण विकास के लिए बेहद लाभदायक है और यह उसे सकारात्मक ऊर्जा सेभर देगा.  गाय के गोबर को क्यों पवित्र माना जाता है? पूजा व यज्ञ में गोबर व उसके उपलों का बेहद महत्व है, क्योंकि गोबर में हैजे य टीबी के कीटाणुओं को ख़त्म करने कीक्षमता है. यही वजह है कि गोबर में लक्ष्मी का वास भी माना जाता है.  यह भी पढ़ें: कृष्ण की माखनचोरी…

May 11, 2021

सिंदूर का गिरना अशुभ क्यों माना जाता है? जानें सिंदूर गिरने के शुभ-अशुभ संकेत (Why Spilling Of Sindoor On The Floor Is Inauspicious)

हमने अपनी नानी-दादी को कहते सुना है कि सिंदूर का गिरना बहुत अशुभ संकेत है इसीलिए वो सिंदूर को बहुत…

November 26, 2020

शुभ कार्य के लिए घर से दही-चीनी खाकर क्यों निकलते हैं? (What Are The Main Reason To Eat Curd And Sugar Before Starting Anything Important)

अक्सर हम अपने बड़े-बुज़ुर्गों को कहते सुनते हैं कि घर से बाहर निकलते समय दही-चीनी खाकर निकलो. हमारी मां भी…

November 19, 2020

बिल्ली का रास्ता काटना अशुभ क्यों माना जाता है? ये हैं बिल्लियों से जुड़े 12 अंधविश्वास (Cat Crossing Road Good Luck Or Bad Luck, 12 Superstitions About Cats)

राह चलते यदि बिल्ली रास्ता काट ले, तो कई लोग रास्ता बदल लेते हैं या वहीं रुककर उस रास्ते से…

November 16, 2020

पूजा करते समय दीया बुझ जाने को अशुभ क्यों माना जाता है? जानें दीया बुझ जाने के शुभ-अशुभ संकेत (Why The Lamp Extinguished While Worshiping Is Inauspicious)

हम सब के साथ कभी न कभी ऐसा अवश्य हुआ है कि हम पूजा करने के लिए ज्योत जगाते हैं…

November 9, 2020

नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 रूपों का करें दर्शन इस वीडियो के ज़रिए! (Navratri Special: 9 Forms Of Maa Durga)

नवरात्रि में मां दुर्गा जैसे साक्षात आशीर्वाद देने घर घर चली आती हैं, उनका हर रूप वंदनीय है, पूजनीय है……

October 16, 2020

पितृपक्ष 2019: ऐसे करें श्राध्द और पितरों का स्मरण (Pitru Paksha 2019: Important Things To Do During Shradh)

भारत में पितृपक्ष का बड़ा महत्व है. हमारे देश में पूर्णिमा से अमावस्या तक 15 तिथियां पितरों के निमित श्राद्ध…

September 14, 2019

चरणामृत और पंचामृत में क्या अंतर है? (What Is The Difference Between Charanamrit And Panchamrit)

मंदिर में या फिर घर पर जब भी कोई पूजा होती है, तो चरणामृत (Charanamrit) या पंचामृत (Panchamrit) दिया है.…

October 18, 2018

धार्मिक कार्यों में शंख बजाने की परंपरा क्यों है? (Did You Know Why We Blow Shankh Before Puja?)

जब भी हमारे घर में पूजा-पाठ, हवन, उत्सव या शादी-विवाह जैसे शुभ कार्य होते हैं, तो घर में शंख ज़रूर…

May 31, 2017
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