आज खाना बनाते हुए सीमा के मन में रह-रह कर विचारों की तरंगें उठ रही थीं. पिछले कई दिनों से…
अंशु के सो जाने के बाद कनु अपना फेसबुक एकाउंट खोलकर बैठ गयी. जब से नितीश तीन माह की ट्रेनिंग…
मुंबई की एक विशाल बिल्डिंग के ड्रॉइंग रूम का नज़ारा किसी भी आम ड्रॉइंग रूम जैसा ही था. शाम के…
“मेरे पति स़िर्फ मेरे प्रति पूर्ण समर्पित हैं, ये ख़्याल मुझे आभासी ख़ुशी देता है, मेरे होंठों पर मुस्कान लाता…
“तुम जानते हो तुम्हारा व्यक्तित्व, बोलचाल का तरीक़ा, हर एक के साथ तुम्हारी ज़रूरत से ज़्यादा इंटीमेसी दिखाना सामनेवाले को…
“अम्मा, आपको याद है... जब विहान छोटा था, तो मुझे चाय पीते देख गर्म कप को पकड़ने की ज़िद करता…
उससे संपर्क करने के बाद ही मैंने जाना कि पुरुष का वासनापूर्ण रूप ही होता है, यह हमारी पूरी पुरुष…
“ओ मां! अपने घर के कामों को, ज़िम्मेदारियों को खटना नहीं कहते और अगर तुम अपनी बेटी के लिए ऐसी…
मैं स्तब्ध खड़ी रह गई थी. मेरा बुद्धिजीवी तार्किक मस्तिष्क संज्ञाशून्य हो गया था. तकनीक और विज्ञान हमें चांद-सूरज पर…
मैं इधर-उधर बिखरे काग़ज़ात को समेटने लगी. मम्मी के बनाए उन नक्शों में मुझे उनके टूटे हुए ख़्वाबों की किर्चें…
इस तरह से कमरे में अकेले एक अनजान लड़के के साथ. दुर्गा भी बाहर गई हुई थी. वह लड़का लेकिन…
मूंदी हुई पलकों के पीछे मायके में कुछ दिन पूर्व बिताया समय साकार हो उठा. कैसे उसे देखते ही मम्मी-पापा…