एग्ज़ाम के बाद बच्चों को रिफ्रेशमेंट की ज़रूरत होती है. ऐसे में उन्हें कुछ ऐसी जगहों की सैर कराएं, जिससे वो पूरे साल के लिए…
एग्ज़ाम के बाद बच्चों को रिफ्रेशमेंट की ज़रूरत होती है. ऐसे में उन्हें कुछ ऐसी जगहों की सैर कराएं, जिससे वो पूरे साल के लिए रिचार्ज हो जाएं. तो चलिए चलते हैं किड्स प्लैनेट की सैर पर.
सालों से आप सभी का मनोरंजन करने वाली किटी की दुनिया भी बहुत रोमांचक है. जापान के टोक्यो में स्थित ये हैलो किटी पार्क आपके बच्चे को रोमांच से भर देगा. तो देर किस बात की इस छुट्टी बच्चे को सैर कराएं किटी वर्ल्ड की. ये एक इंडोर थीम पार्क है.
कैसे जाएं?
दिल्ली, मुंबई आदि महानगरों से आप जापान की राजधानी टोक्यो पहुंच सकते हैं. इसके बाद आप वहां से टामा सेंटर रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर वहां से किटी थीम पार्क पहुंच सकते हैं.
मुख्य आकर्षण
– हैलो किटी बोट राइड
– किटीज़ हाउस
– फूड मशीन रेस्टोरेंट
– फेस्टिवल प्लाज़ा
Must Do
– हैलो किटी थीम पार्क की सभी राइड्स का आनंद अवश्य लें.
– किटी कैफे में बैठकर कॉफी ज़रूर पीएं.
– हैलो किटी प्लेन से सफ़र करें.
– हैलो किटी बस की सैर भी आपके लिए मज़ेदार होगी.
– टोक्यो में बने हैलो किटी स्टोर पर ज़रूर जाएं. यहां 8 फिट की किटी आपका स्वागत करने के लिए खड़ी रहेगी.
शॉपिंग भी है ज़रूरी
किटी वर्ल्ड में जाने के बाद शॉपिंग ज़रूर करें. किटी की दुनिया से अपने बच्चों के लिए बहुत-सी चीज़ें ख़रीदें.
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इंग्लैंड के हैम्पशायर में 140 एकड़ में बना पेप्पा पिग वर्ल्ड कार्टून पेप्पा पिग पर आधारित है. यह थीम पार्क बच्चों को कार्टून की दुनिया की सैर कराती है. 60 से अधिक राइड्स वाला ये थीम पार्क बच्चों के साथ-साथ आपका भी मनोरंजन करने के लिए तैयार है.
कैसे जाएं?
पेप्पा पिग वर्ल्ड पहुंचने के लिए आप दिल्ली, मुंबई, चेन्नई आदि महानगरों से सीधे हीथ्रो इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर सकते हैं. एयरपोर्ट से लोकल कैब के ज़रिए आप डेढ़ घंटे में पिग वर्ल्ड पहुंच जाएंगे.
राइड्स
पेप्पा पिग वर्ल्ड में जाने के बाद बच्चों के साथ आप भी राइड करना न भूलें. कुछ मुख्य राइड्स इस प्रकार हैं:
– विंडी कैसल राइड
– ग्रैंडपा पिग्स लिटिल ट्रेन
– ग्रैंडपा पिग्स बोट ट्रिप
– पेपाज़ बिग बलून राइड
– मिस रैबिट्स हेलिकॉप्टर फ्लाइट
मुख्य आकर्षण
– मम्मी पिग एंड डैडी पिग
– पेप्पाज़ हाउस
– द स्कूल
– ग्रैंडपा पिग्स हाउस
– पेप्पाज़ टॉय शॉप
फोटोग्राफी है ज़रूरी
पेप्पा पिग वर्ल्ड में जाने के बाद सभी राइड्स का आनंद ज़रूर लें. राइड्स करते समय फोटो निकालना न भूलें.
चेन्नई से 35 किलोमीटर दूर ईस्ट कोस्ट रोड पर बना डिज़्ज़ी वर्ल्ड देश के बड़े अम्यूज़मेंट पार्क में से एक है. 45 एकड़ में बना ये पार्क बच्चों के लिए बेहतरीन डेस्टिनेशन है. पढ़ाई के प्रेशर को कम करने के लिए बच्चों को यहां ज़रूर ले जाएं.
कैसे जाएं?
किसी भी शहर से आप फ्लाइट/ट्रेन/बस/कार के माध्यम से चेन्नई पहुंच सकते हैं. उसके बाद वहां से डिज़्ज़ी वर्ल्ड जा सकते हैं.
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राइड्स
– बैट मैन जेट
– डिज़्ज़ी एक्सप्रेस
– टोरा स्पिन
– एलिफैंट सफ़ारी
– ग्रैनी बग
– रॉकेट टावर
मुख्य आकर्षण
– रेन ट्री
– ट्री हाउस
– कार्निवल गेम्स
– इमैजिन
बच्चों को मैजिकल चीज़ें बहुत पसंद आती हैं. ऐसे में उन्हें कोचि का वन्ड्रेला अम्यूज़मेंट पार्क बहुत पसंद आएगा. बच्चों के साथ फन टाइम स्पेंड करना चाहते हैं, तो कोचि के इस पार्क में ज़रूर जाएं. कोचि शहर से 12 किलोमीटर दूर पल्लिक्कर पहाड़ी की चोटि पर बना ये पार्क आपके हॉलिडे को और भी मज़ेदार बनाने के लिए तैयार है.
कैसे जाएं?
वन्ड्रेला अम्यूज़मेंट पार्क पहुंचने के लिए आप देश के किसी भी महानगर से सीधे फ्लाइट के ज़रिए कोचि एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं. एयरपोर्ट से लोकल वेहिकल के ज़रिए आप आसानी से पार्क पहुंच सकते हैं. ट्रेन से यात्रा करने की सोच रहे हैं, तो कोचि रेलवे स्टेशन नज़दीकी रेलवे स्टेशन है.
राइड्स
– फ्लाइंग अम्मू
– बलून टॉवर
– हैप्पी कंगारू
– मैजिक प्लेन
– जंपिंग फ्रॉग
मुख्य आकर्षण
– बलराम केव
– रॉकिन टग
– एक्सडी मैक्स
– म्यूज़िकल फाउंटेन एंड लेज़र शो
– सिनेमैजिक राइड
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मीति और मधुर बचपन से एक ही स्कूल में पढते थे, लेकिन मधुर के पिता का अचानक निधन हो गया और उसे मीति का स्कूल छोड़ सरकारी स्कूल में दाख़िला लेना पड़ा. लेकिन आते-जाते अक्सर दोनों के रास्ते मिल ही जाते थे और उनकी नज़रें मिल जातीं, तो दोनों केचेहरे पर अनायास मुस्कुराहट आ जाती. स्कूल ख़त्म हुआ तो दोनों ने कॉलेज में एडमिशन ले लिया था. दोनों उम्र की उस दहलीज़ पर खड़े थे जहां आंखों में हसीन सपने पलने लगते हैं. मधुर भी एक बेहद आकर्षक व्यक्तित्व में ढल चुका थाऔर उसके व्यक्तित्व के आकर्षण में मीति खोती जा रही थी. कई बार मधुर ने उसे आगाह भी किया था कि मीति तुम एक रईस पिता की बेटी हो, मैं तो बिल्कुल साधारण परिवार से हूं, जहां मुश्किल से गुज़र-बसर होती है, लेकिन मीति तो मधुर के प्यार में डूब चुकी थी. वहकब मधुर के ख्यालों में भी बस गई थी वह यह जान ही नहीं पाया. मीति कभी नोट्स, तो कभी असाइनमेंट के बहाने उसके पास आ जाती, फिर कभी कॉफी, तो कभी आइसक्रीम, ये सब तो उसका मधुरके साथ नज़दीकियां बढ़ाने का बहाना था. अब मीति और मधुर क़ा इश्क कॉलेज में भी किसी से छिपा नहीं रह गया था. करोड़पति परिवार की इकलौती लाडली मीति कोपूरा विश्वास था कि मध्यवर्गीय परिवार के मधुर के कैंपस सेलेक्शन के बाद वह पापा को अपने प्यार से मिलवायेगी. मल्टीनेशनल कंपनी के ऊंचे पैकेज का मेल मिलते ही मधुर ने मीति को अपनी आगोश में ले लिया ऒर वह भावुक हो उठा, ”मीति, तुम तो मेरे जीवन मेंकी चांदनी हो, जो शीतलता भी देती है और चारों ओर रोशनी की जगमगाहट भी फैला देती है. जब हंसती हो तो मेरे दिल में न जानेकितनी कलियां खिल उठती हैं. बस अब मेरी जिंदगी में आकर मेरे सपनों में रंग भर दो.” मीति मधुर के प्यार भरे शब्दों में खो गई और लजाते हुए उसने अपनी पलकें झुका लीं और मधुर ने झट से उसकी पलकों को चूम लिया था. इस मीठी-सी छुअन से उसका पोर-पोर खिल उठा. वह छुई मुई सी अपने में सिमट गई. लेकिन इसी बीच मीति के पापा ने उसकी ख्वाहिश को एक पल में नकार दिया और मधुर को इससे दूर रहने का फरमान सुना दिया. मधुर उदास पराजित-सा होकर दूर चला गया. दोनों के सतरंगी सपनों का रंग बदरंग कर दिया गया था. मधुर ने अपना फ़ोन नंबर भी बदल दिया था और अपनी परिस्थिति को समझतेहुए मीति से सारे संबंध तोड़ लिये थे. मीति के करोड़पति पापा ने धूमधाम और बाजे-गाजे के साथ उसे मिसेज़ मेहुल पोद्दार बना दिया. उसका अप्रतिम सौंदर्य पति मेहुल केलिए गर्व का विषय था. समय के साथ वह जुड़वां बच्चों की स्मार्ट मां बन गई थी. पोद्दार परिवार की बहू बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमतीऔर अपने चेहरे पर खिलखिलाहट व मुस्कान का मुखौटा लगाए हुए अपने होने के एहसास और वजूद को हर क्षण तलाशती-सी रहती. उसे किसी भी रिश्ते में उस मीठी-सी छुअन का एहसास न हो पाता और वह तड़प उठती. सब कुछ होने के बाद भी वह खोई-खोई-सी…