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जब इंटीमेट सीन्स की शूटिंग के दौरान त्रिधा चौधरी का हुआ था बुरा हाल, ‘आश्रम’ में अपनी बोल्डनेस से मचाया तहलका (When Tridha Choudhury Had a Bad Situation During the Shooting of Intimate Scenes, She Created Panic with Her Boldness in ‘Ashram’)

वेब सीरीज़ 'आश्रम' का तीसरा सीज़न रिलीज़ हो चुका है. बॉबी देओल के 'आश्रम 3' में जहां ईशा गुप्ता अपनी बोल्डनेस को लेकर लगातार सुर्खियों…

वेब सीरीज़ ‘आश्रम’ का तीसरा सीज़न रिलीज़ हो चुका है. बॉबी देओल के ‘आश्रम 3’ में जहां ईशा गुप्ता अपनी बोल्डनेस को लेकर लगातार सुर्खियों में हैं तो वहीं इस सीरीज़ में बबीता का किरदार निभाकर एक्ट्रेस त्रिधा चौधरी (Tridha Choudhury) ने भी काफी लोकप्रियता हासिल की है. सीरीज़ में त्रिधा चौधरी वैसे तो साड़ी में नज़र आई हैं, लेकिन रियल लाइफ में वो काफी बोल्ड और ग्लैमरस हैं. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरों को देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि वो असल ज़िंदगी में कितनी बोल्ड हैं.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम
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आश्रम के पहले सीजन में बॉबी देओल को त्रिधा के साथ जबरदस्ती करते दिखाया गया है, लेकिन दूसरे सीजन में त्रिधा यानी बबीता ने बाबा बने बॉबी देओल के साथ खूब रोमांस किया है. हालांकि इंटीमेट सीन्स को शूट करते समय डर के मारे एक्ट्रेस का बुरा हाल को गया था, बावजूद इसके त्रिधा अपनी बोल्डनेस से सीरीज़ में तहलका मचाने में कामयाब रही हैं. यह भी पढ़ें: कियारा आडवाणी से लेकर त्रिधा चौधरी तक, जब ओटीटी पर इन एक्ट्रेसेस ने अपने बोल्ड सीन्स से मचाया तहलका (From Kiara Advani to Tridha Choudhury, When These Actresses Created Panic with Their Bold Scenes on OTT)

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एक्ट्रेस ने खुद एक इंटरव्यू में बताया कि इंटीमेट सीन्स की शूटिंग के दौरान वो काफी डर गई थी और डर के मारे उनकी हालत खराब हो गई थी. हालांकि बाद में उन्हें सहज महसूस कराया गया, जिसके बाद उन्होंने कई इंटीमेट और बोल्ड सीन्स दिए. अपने बोल्ड और इंटीमेट सीन्स के चलते त्रिधा ने काफी सुर्खियां भी बटोरी.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम
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त्रिधा कोलकाता की रहने वाली हैं और उन्होंने अपनी पढ़ाई भी वहीं से की है. त्रिधा ने एमपी बिड़ला फाउंडेशन हायर सेकेंडरी स्कूल और स्कॉटिश चर्च कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की है. इसके अलावा वो ‘कोलकाता टाइम्स फ्रेश फेस 2011’ का टाइटल भी अपने नाम कर चुकी हैं. इतना ही नहीं उनका नाम टाइम्स ऑफ इंडिया की ‘मोस्ट डिज़ायरेबल वुमन’ की लिस्ट में भी शामिल है.

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टीवी की पॉपुलर एक्ट्रेस त्रिधा ने बंगाली और तेलुगु फिल्मों में भी खूब काम किया है. उनकी पहली फिल्म Mishawr Rawhoshyo साल 2013 में रिलीज़ हुई थी, जिसे श्रीजीत मुखर्जी ने डायरेक्ट किया था. इसके बाद त्रिधा ने स्टार प्लस के सीरियल ‘दहलीज’ से छोटे पर्दे पर अपने करियर की शुरुआत की. टीवी के इस सीरियल में काम करने के बाद त्रिधा ने साल 2017 में वेब सीरीज़ ‘स्पॉटलाइट’ में काम किया था.

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त्रिधा ने साल 2020 में अमेज़न प्राइम की वेब सीरीज़ ‘बंदिश बैंडिट्स’ में भी काम किया है. यह वेब सीरीज़ दर्शकों को खूब पसंद आई थी, फिर आश्रम में बबीता का किरदार निभाकर वो दर्शकों के बीच काफी फेमस हो गईं. उनके अपकमिंग प्रोजेक्ट्स की बात करें तो एक्ट्रेस जल्द ही बॉलीवुड फिल्म ‘शमशेरा’ में रणबीर कपूर के साथ नज़र आएंगी. यह भी पढ़ें: जब इन मशहूर एक्ट्रेसेस की प्राइवेट फोटोज़ हुईं थी लीक, मच गया था सोशल मीडिया पर बवाल (When Private Photos of These Famous Actresses Were Leaked, Created Ruckus on Social Media)

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम
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गौरतलब है कि त्रिधा चौधरी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं, जहां उनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है. इंस्टाग्राम पर उन्हें 2.3 मिलियन लोग फॉलो करते हैं. त्रिधा अपने फैन्स को अपनी ग्लैमरस और हॉट तस्वीरों के ज़रिए सरप्राइज़ करती रहती हैं.

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सबसे बड़ी वजह है हमारी परवरिश जहां आज भी घरों में खुद लड़के व लड़कियों के मन में शुरू से ये बात डाली जाती है कि वोदोनों बराबर नहीं हैं. लड़कों का और पुरुषों का दर्जा महिलाओं से ऊंचा ही होता है. उनको घर का मुखिया माना जाता है. सारे महत्वपूर्ण निर्णय वो ही लेते हैं और यहां तक कि वो घर की महिलाओं से सलाह तक लेना ज़रूरी नहीं समझते. घरेलू कामों में लड़कियों को ही निपुण बनाने पर ज़ोर रहता है, क्योंकि उनको पराए घर जाना है और वहां भी रसोई में खाना हीपकाना है, बच्चे ही पालने है तो थोड़ी पढ़ाई कम करेगी तो चलेगा, लेकिन दाल-चावल व रोटियां कच्ची नहीं होनी चाहिए.ऐसा नहीं है कि लड़कियों की एजुकेशन पर अब परिवार ध्यान नहीं देता, लेकिन साइड बाय साइड उनको एक गृहिणी बनने कीट्रेनिंग भी दी जाती है. स्कूल के बाद भाई जहां गलियों में दोस्तों संग बैट से छक्के मारकर पड़ोसियों के कांच तोड़ रहा होता है तो वहीं उसकी बहन मां केसाथ रसोई में हाथ बंटा रही होती है.ऐसा नहीं है कि घर के कामों में हाथ बंटाना ग़लत है. ये तो अच्छी बात और आदत है लेकिन ये ज़िम्मेदारी दोनों में बराबर बांटीजाए तो क्या हर्ज है? घर पर मेहमान आ जाएं तो बेटियों को उन्हें वेल्कम करने को कहा जाता है. अगर लड़के घर के काम करते हैं तो आस-पड़ोस वाले व खुद उनके दोस्त तक ताने देते हैं कि ये तो लड़कियों वाले काम करता है.मुद्दा यहां काम का नहीं, सोच का है- 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