योग्य वर के लिए योग्य कन्या की तलाश करते ज़्यादातर परिवारवालों की खोज आजकल मल्टीटास्किंग लड़कियों पर जाकर ठहर रही है. घर-गृहस्थी से लेकर ऑफिस व कारोबार तक सब बख़ूबी संभालनेवाली मल्टीटास्किंग लड़कियों की डिमांड इतनी क्यों बढ़ी है? और कैसे बदल रही है हमारे समाज की सोच? यह कौतूहल का विषय है. समाज के इसी बदलते स्वरूप को जानने व समझने की हमने यहां कोशिश की है.
समय के अनुसार बदली है डिमांड
कुछ साल पहले तक जहां लोग गोरी, लंबी, पतली व सुंदर लड़की की मांग किया करते थे, आज उसी के साथ पढ़ी लिखी, कमाऊ और घरेलू कामकाज जाननेवाली बहू की मांग बढ़ रही है. बदलते समय व बदलती लाइफस्टाइल ने वर्किंग बहुओं की डिमांड बहुत तेज़ी से बढ़ाई है. इस विषय पर हमें अधिक जानकारी दी मैट्रीमोनियल वेबसाइट में बतौर रिलेशनशिप एडवाइज़र काम करनेवाले सुजय सावंत ने. उनके मुताबिक, “समय के साथ चीज़ें बदलती रहती हैं. बहुओं के लिए जो डिमांड कल तक थी, आज वह बिल्कुल बदल गई है. ख़ासकर मेट्रोज़ में तो सबको वर्किंग बहू ही चाहिए और उसके साथ ही सुंदर, समझदार और केयरिंग तो होनी ही चाहिए. बाकी की योग्यताएं तो जैसी की तैसी ही हैं. ये देखते हुए हम कह सकते हैं कि मेट्रोज़ में वर्किंग लड़कियों की डिमांड बढ़ी है.”
कैसी बहू चाहते हैं लोग?
1. वर्किंग या कमाऊ
आज मेट्रोज़ व शहरों में रहनेवाले ज़्यादातर पैरेंट्स अपने बेटों के लिए वर्किंग या कमाऊ बहू की डिमांड करते हैं. उनके मुताबिक कामकाजी बहुएं ख़ुद के साथ-साथ घर का भी बख़ूबी ख़्याल रख सकती हैं. अपनी क्षमता और क़ाबीलियत के बल पर वे परिवार को एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाने में अपने पति का बख़ूबी साथ निभाती हैं.
2. पार्ट टाइम वर्किंग-रेस्ट टाइम होममेकर
ख़ासकर संयुक्त परिवारों में इस तरह की बहुओं की डिमांड ज़्यादा होती है. इन्हें टीचर, ज्वेलरी डिज़ाइनर, फैशन डिज़ाइनर, कुकरी एक्सपर्ट आदि की तलाश होती है, जो पार्ट टाइम में काम करने के बाद घर व घरवालों का भी पूरा ध्यान रख सकें. इन सब में टीचर्स की डिमांड सबसे ज़्यादा है. इसी कैटेगरी में फैमिली बिज़नेसवाले भी हैं, जो ऐसी बहू घर लाते हैं, जो घर के साथ-साथ उनके बिज़नेस में भी सहयोग दे.
3. अच्छी पढ़ी-लिखी, पर घरेलू
आर्थिक स्थिति अच्छी होने की सूरत में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो पारिवारिक दायित्वों को भली-भांति पूरा करनेवाली समझदार व पढ़ी-लिखी बहू की मांग करते हैं. संयुक्त परिवार के लोग बच्चों के बेहतर भविष्य व बुज़ुर्गों की सेवा के लिए पढ़ी-लिखी व घरेलू बहुओं की मांग करते हैं.
4. सर्वगुण संपन्न बहू
ऐसी बहुओं की डिमांड हमेशा से रही है और शायद हमेशा ही रहेगी. हर कोई ऐसी बहू घर लाना चाहता है, जो घर व बाहर दोनों बख़ूबी संभाले. अब हर बहू तो सर्वगुण संपन्न नहीं हो सकती, इसलिए इनकी कमी पूरी करने के लिए कमाऊ बहुओं की मांग तेज़ी से बढ़ रही है. पब्लिक सेक्टर में काम करनेवाले अमित शिंदे ने इस विषय पर अपनी बात कुछ इस तरह रखी. बकौल अमित, “मुझे लगता है कि मेट्रोज़ में बढ़ती महंगाई ने शादी-ब्याह के मामलों में वर्किंग लड़कियों की डिमांड बढ़ा दी है. जॉब स्ट्रेस और बढ़ते
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