आवश्यकता से अधिक और नियम के विरुद्ध भोजन करने, अधिक पानी पीने, वेगों को रोकने, पहले किया हुआ आहार पचने से पहले दोबारा खाने, दिन में अधिक सोने और रात में अधिक जागने से समय पर खाया हुआ हल्का आहार भी नहीं पचता और अजीर्ण यानी बदहज़मी (Home Remedies for Indigestion) हो जाती है. बदहज़मी, जिसे अजीर्ण भी कहते हैं, अनेक रोगों का मूल कारण है. प्रायः आहार-विहार में विषमता होने से बदहज़मी होती है. जब खाया हुआ आहार जीर्ण (पचता) नहीं होता, तो उसे अजीर्ण कहते हैं.
* एक ग्लास गुनगुने पानी में एक चम्मच नींबू का रस, एक चम्मच अदरक का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर पीने से बदहज़मी में लाभ होता है.
* तुलसी के ताज़े पत्ते तोड़कर रस निकालकर पीएं, बदहज़मी व डकारों से राहत मिलेगी.
* सोंठ, कालीमिर्च, पीपरि और सेंधा नमक समान मात्रा में लेकर चूर्ण बनाएं. एक टीस्पून यह चूर्ण छाछ में डालकर पीने से अजीर्ण दूर होता है.
* तुलसीदल को एक ग्राम काले नमक में पीसकर शहद की तरह चाटें.
* बदहज़मी होने पर अगर पेट में दर्द की टीस उठती है, तो तुलसी और अदरक का रस मिलाकर एक-एक चम्मच दो-तीन घंटे के अंतर से तीन बार लें. यदि इस रस को गुनगुने पानी के साथ लें, तो तुरंत लाभ होगा.
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* छाछ में मिलाकर या भोजन से पहले चुटकीभर हींग का चूर्ण सेवन करने से बदहज़मी से छुटकारा मिलता है.
* मीठे अनार का रस निकालकर उसमें भुना हुआ जीरा और गुड़ मिलाकर दिन में 2 या 3 बार सेवन करें.
* पीठी की बनी चीज़ें पचाने के लिए गर्म पानी पीना चाहिए.
* फेनी और पापड़ पचाने के लिए सहिजन का बीज अति उत्तम है.
* खिचड़ी अधिक खा लेने पर दो चुटकी सेंधा नमक का सेवन उसे पचा देता है.
* लड्डू, मालपुआ, पूरी आदि अधिक खा लेने पर पीपरामूल का चूर्ण उसे शीघ्र पचा देता है.
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* नारियल व ताड़ का फल खाने से हुए अजीर्ण में चावल खाने से पेट हल्का हो जाता है.
* फालसा या बेल अधिक खा लेने पर नीम की निंबोली खाने से वो आसानी से पच जाता है.
* कटहल का फल खाने से हुए अपच में केला खाएं.
* अधिक केले खाने पर हुए अजीर्ण से राहत पाने के लिए एक या दो चम्मच घी पीएं.
* आम अधिक खा लेने पर उन्हें पचाने के लिए ऊपर से दूध पीने से आराम मिलता है.
* खजूर या सिंघाड़े अधिक खा लेने पर सोंठ या नागरमोथे खाएं.
* चावल पचाने के लिए गुनगुना पानी पीएं.
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* ककड़ी पचाने के लिए गेहूं के कुछ दाने खाएं.
* अधिक पानी पी लिया हो, तो थोड़ी-सी अजवाइन खा लें.
पथ्यः बदहज़मी होने पर शुरू में दो-तीन दिन तक कुछ नहीं खाना चाहिए. इसके बाद मसूर या मेथी का सूप जीरा, सेंधा नमक, हींग, लहसुन आदि डालकर सेवन करना चाहिए. इसके बाद मूंग के दाल की पतली खिचड़ी का सेवन करें. मट्ठा, पतली छाछ आदि पथ्य हैं. गरिष्ठ, मिर्च-मसाले वाले व देर से पचनेवाले आहारों से परहेज़ रखना ज़रूरी है.
सुपर टिप
10-15 तुलसी के पत्ते और 5-10 काली मिर्च को बारीक़ पीसकर चाट लें. इससे बदहज़मी के सारे विकार दूर हो जाएंगे.
– विशाल गुप्ता
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