ब्रेस्टफीडिंग से एचआईवी (HIV) के ट्रांसफर होने की संभावना रहती है, पर क्योंकि आपने चौथे महीने से ही एआरवी लेना शुरू कर दिया है, इसलिए ब्रेस्टफीडिंग के कारण इसकी संभावना अब कम है. एआरवी की मदद से बे्रस्टफीडिंग के बावजूद आपका बच्चा एचआईवी के संक्रमण से बच सकता है. आमतौर पर बच्चे के जन्म के बाद एचआईवी का टेस्ट किया जाता है, ताकि इसका पता चल सके.
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मैं समझ सकती हूं कि आप ऑपरेशन की प्रक्रिया को लेकर परेशान हैं. डायग्नॉस्टिक लैप्रोस्कोपिक टेस्ट एनीस्थिसिया की मदद से किया जाता है, जिसमें पेट, गर्भाशय, ट्यूब्स, ओवरीज़, पिछला कोई पेल्विक इंफेक्शन या फिर एंडोमिटिरियोसिस की संभावना की जांच की जाती है. कुछ मामलों में देखा गया है कि ओवरीज़ में एग तो बनते हैं, पर किसी इंफेक्शन के कारण ट्यूब्स के सिकुड़न या टेढ़ेपन की वजह से महिलाएं कंसीव नहीं कर पातीं. इसलिए यह टेस्ट ज़रूरी है, ताकि सही तरी़के से आपकी जांच हो सके.
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