“तुम मेरे कल के स्वांग को सच समझ बैठी क्या?”“स्वांग! मतलब… पर किसलिए?” दमयंतीजी हैरान थीं, सूर्यकांतजी गंभीर मुद्रा में…
आसपास के घरों के कुछ परिचितों ने देखा, तो पुलिया पर ही चौपाल जम गई. वहीं चाय आ गई. कुर्सियां…
हुआ यूं कि पिछली बार फेर बदल करने के लिए जो कीलें ठोकी गई थीं, उनमें से एक उस छिपकली…
“दुश्मन नहीं होगी ये जानती हूं, पर तुम नहीं जानती कि ऐसी बातों का प्रभाव बच्चों पर अच्छा नहीं पड़ता…
…संजय परेशान से थे, नींद नहीं आ रही थी. दिल बहलाने को वह बाहर की बालकनी में आ गए. चांदनी…
"मुझे माफ़ कर यार. तेरे शौक देखकर मेरा तो दिल दहल रहा है. तुझे क्या हो गया नेहा?''''ज़्यादा सेंटी मत…
"क्यों नहीं आएगी… इस घर की बेटी है वो. ये उसका भी घर है. जब चाहे जितने दिन के लिए…
विनय चिल्लाए, "नीरजा, ए नीरजा, तुमने गुड न्यूज़ बताई सबको या नहीं?" विनय ने एक बड़ा घूंट गटका."कैसी गुड न्यूज़."…
"स्वाति अब अनन्या के प्रति भावुक होना कम करो. अब तुम्हें अपने होने वाले बच्चे की ओर ज़्यादा ध्यान देना…
जीवन लाल समझने लगे थे बाबुओं की उंगलियां सैकड़ा वाली, साहब की सहस्त्रवाली होती हैं. एक वह मल्लाह था, जिसने…