आधी रात के समय होनेवाली खड़खड़ाहट से रेखा की नींद खुल गई. उसने देखा एक औरत कमरे में बैठी है.…
उसने जैसे ही हिलना-डुलना शुरू किया कि उसका शरीर वार्ड बाॅय से जा टकराया. पहले तो उसने पैकेट को सीधा…
जैसा सुना-पढ़ा था, उस आवाज़ से पीछा छुड़ाने को हनुमान चालीसा दोहराने लगा, तो वो आवाज़ भी मेरी बुदबुदाहट में…
“ज़िंदगी कभी दूसरा मौक़ा नहीं देती, बिल्कुल किसी ट्रेन की तरह अगर एक बार स्टेशन छूट गया, सो छूट गया.…
"वहां कौन है?" उसकी आवाज़ सुन खिड़की पर खड़े साये में थोड़ी हरकत हुई, पर कोई जवाब नहीं मिला. वह…
अगली सुबह, जी हां, वही हवा, वही भीगी महक, वही चहचहाहट सुनता हुआ मैं रिया के इंतज़ार में था कि…
‘‘कपूर साहब, बहुत गंभीर बात है, आपका देहांत अट्ठाइस मई को पांच बजकर दस मिनट पर एक दुर्घटना से हो…