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देवदास के 18 साल होने पर.. माधुरी दीक्षित ने फिल्म में अपने डांस परफॉर्मेंस और सरोज ख़ान को लेकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए यह कहा… (Madhuri Dixit- Today as we mark 18 years of Devdas, I dedicate it to the force behind one of my finest dance performances in the film- Saroj ji…)

आज माधुरी दीक्षित, शाहरुख ख़ान और ऐश्वर्या राय बच्चन की फिल्म देवदास को 18 साल हो गए. इसी संदर्भ में माधुरी ने फिल्म से जुड़े अपने अनुभव को साझा किया. उन पर फिल्माए गए देवदास के गानों को और कोरियोग्राफर सरोज ख़ान को विशेष तौर पर उन्होंने याद किया.
ख़ासकर मार डाला… गाने को लेकर सरोजजी के साथ के अपने अनुभव को शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि किस तरह सरोजजी अपने काम को लेकर पूर्ण रूप से समर्पित थीं. देवदास फिल्म के सभी गाने को ख़ास तरीक़े से शूट किया गया था. माधुरी दीक्षित के अनुसार वे लोग शाम को 7:00 बजे से लेकर सुबह तक शूटिंग पर रिहर्सल, प्रैक्टिस किया करते थे. इस फिल्म के लिए उन्होंने काफ़ी मेहनत भी की थी.
सरोज ख़ान देवदास के हम पर किसने हरा रंग डाला… गाने में मार डाला.. शॉट के लिए बहुत लाजवाब तरीक़े से कोरियोग्राफी की थी.
माधुरी ने गाने के हर मूवमेंट के लिए ख़ूब पसीना बहाया. एक शॉट में उन्हें घुटनों के बल बैठकर घूमना था, जो हो ही नहीं पा रहा था. वह बार-बार फिसल जातीं. फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी. लगातार कोशिश करती रहीं. सरोजजी को कहा कि हमें यह स्टेप्स करना ही है. आख़िरकार सफल रहीं.
देवदास में अधिकतर गानों का टच क्लासिकल था और सरोजजी सेमी क्लासिकल डांसर थीं. इसके बावजूद उन्होंने अपना बेस्ट दिया. जब वे अलग से कुछ स्टेप्स देती थीं, तो माधुरी से कहतीं, ‘कत्थक स्टाइल है, ज़रा संभाल लेना…’
माधुरी का कहना था कि उन्होंने हरा रंग डाला… गाने में मार डाला… शॉट में कई फेशियल एक्सप्रेशन दिए थे. चेहरे की अभिव्यक्ति इस गाने की ख़ासियत थी. एक बार हंसते हुए, फिर उदास चेहरे के साथ..
चंद्रमुखी को पता है देवदास उनसे प्यार नहीं करता, एकतरफ़ा प्यार के दर्द के साथ भाव-भंगिमाओं को दिखाया गया… इस तरह अलग-अलग तरीक़े से कई अंदाज़ दिए गए. कह सकते हैं कि गाने में प्यार, दर्द, ग़म, ख़ुशी… हर भाव को ख़ूबसूरती से दर्शाया गया. सरोजजी ने चंद्रमुखी के अंतर्मन के सभी भाव को शानदार ढंग से चित्रित किया.
माधुरी भावुक होकर बताती हैं कि उन्हें आज भी याद है जब शूट पैकअप हुआ था, तब सरोजजी के चेहरे पर अलग ही मुस्कान थी. वे माधुरी के परफॉर्मेंस से बेहद ख़ुश थीं.
वाकई माधुरी दीक्षित और सरोज ख़ान एक-दूसरे के पूरक रहे. दोनों का एक-दूसरे के करियर को कामयाब बनाने में बहुत बड़ा हाथ रहा. तभी तो सरोजजी ने एक अवॉर्ड फंक्शन में यह तक कह डाला था कि मेरी वजह से यह है और इसकी वजह से मैं.
आइए माधुरी दीक्षित और सरोज ख़ान की बेहतरीन जुगलबंदी को देखते हैं…

Usha Gupta

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Usha Gupta
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