"... बात एक थप्पड़ से लगनेवाली चोट की नहीं, बल्कि उससे उद्घोषित होनेवाले नाद की थी कि अब गीतेश ने…
"थैंक्यू मैम.’’ दीपा के चेहरे पर ख़ुशी के चिह्न उभर आए. अंजान प्रिंसिपल से मिलने का तनाव पल भर…
दीपा ने बहुत कोशिश की थी, लेकिन उसके स्वर में छुपे दर्द की आहट प्रखर भैया के कानों ने सुन…
हर बीतते दिन के साथ रवीश की बांहों का घेरा कसता ही चला जा रहा था. दीपा को लेकर वह…
‘‘ट्रेन का लेट होना, सुनसान स्टेशन पर तुमसे मिलना, उसके चंद घंटों के भीतर मेरा बेरोज़गार से एक प्रतिष्ठित विद्यालय…
‘‘आजकल बराबरी का ज़माना है, इसलिए अगर मैंने आपका बोझ उठाया है, तो आप मेरा बोझ उठा लीजए.’’ कहते हुए…
रवीश से अलग होने के बाद आपने मुझे सहारा दिया. सच मानिए राखी का ऋण उऋण हो गया. आप जैसा…