उसकी निर्दोष आंखों में मुझे अपना ही चेहरा कितना स्वार्थी नज़र आया. मुझे मम्मी याद आईं. यदि यह ज़िंदगी मां…
समाज और क़ानून प्रसव को ममता का प्रथम मापदंड मानता है. हम चाहे जितना भी यशोदा का गुणगान कर लें,…
पहले तो मैं मां बनने के लिए तैयार ही नहीं थी. संभवतः समय के साथ शिशु और मेरा बन्ध मज़बूत…
मेरा मानना है कि लड़कियों में आंतरिक शक्ति होती है, जो कुछ स्थितियों तक निष्क्रिय रहती है. किंतु शक्ति के…
मेरे निर्णय को पापा ने मौन विरोध के साथ स्वीकार किया. किंतु मम्मी चुप न रह सकी और बोलीं, “पारुल,…
उनकी एकलौती संतान होने के बावजूद मुझे कभी अकेलापन अनुभव ही नहीं हुआ. इसका कारण था मम्मी-पापा का ज़बर्दस्त तालमेल.…