“राधिका, तेरी तरह सबके पास तो व़क्त नहीं है कि घंटों जाकर लोगों के पास बैठो. इस तरह बैठने से…
वे शायद नहीं जानतीं कि उनकी गिरती हालत देखकर मैं कितनी बार अंदर से कमज़ोर हुआ हूं, टूटा हूं, बिखरा…
“बस चिंता है, तो मेहुल की. मैं उसे टूटता-बिखरता नहीं देख सकती. उसका आत्मविश्वास बिखरने न पाए, इसके लिए मैंने…
मेरी हर समस्या का समाधान मां के पास था, फिर चाहे वह स्कूल या पढ़ाई से जुड़ी समस्या हो, दोस्तों…
फिर उत्सव के पास आकर उसकी आंखों में बड़े प्यार से झांककर बोली, “तुम अब घर जाओ. आंटीजी के साथ…
रात को पूजा के समय तक उत्सव घर नहीं पहुंचा था. घर में पूजा हो गई. दीये भी लग गए,…
वेदांत के कहने पर उर्मिला विचारों के घेरे से बाहर आई. उत्सव अपने पापा से कह रहा था, “पापा, अभी…
स्त्री को देह के दायरे में बांधकर परिभाषित मत करो. देह से परे भी उसका अपना एक अस्तित्व है, अस्मिता…
मासूम सूरत-चेहरे पर आंसुओं की लकीरों के साथ तनाव स्पष्ट दिखाई दे रहा था. उसकी ऐसी हालत देखकर हम दोनों…
समझ में नहीं आ रहा था क्या करूं...? कहां तो मैं उसकी मित्र बनकर उसे पालना चाहती थी, पर अब…
प्रमोद ने मुझे अपने बाहुपाश में बांध लिया और मैं भी उनकी बाहों में सिमटती चली गई. आंखों में ख़ुशी…
मैं, मीना अभी अपने पति प्रमोद का घर छोड़कर तीन साल के बेटे कृष्णा के साथ मायके आई हूं. शादी…