उसकी आवाज़ पनीली थी, जो अंदर तक बेध गई. मैंने पलकें उठाईं. उसकी आंखों में प्रेम का निःशब्द आकाश फैला…
मुझे नहीं पता कि मैं क्या-क्या बोली, कितना बोली और कब वो मुझसे सटकर बैठ गया और उसकी एक बांह…
वो मेरी ओर बढ़ने लगा. मेरे बहुत नज़दीक आकर उसने हाथ मेरी ओर बढ़ाए. एक अनोखी सिहरन-सी सिर से पैर…
मुझे लगा जैसे व़क्त ठहर-सा गया है और हम वहीं रुके हुए हैं. आज भी जया अपने उसी सौंदर्य, उसी…
“मुझे ये पुरानी परंपराएं पसंद नहीं. ये सारी रस्में, रीति-रिवाज़ हम नारियों को ग़ुलाम बनाए रखने की साजिश थीं, पर…
सच कहूं, तो पहली मुलाक़ात में ही अच्छी लगी. सौंदर्य से बढ़कर बौद्धिक क्षमता से परिपूर्ण आत्मविश्वास से उसका व्यक्तित्व…
इस व़क़्त तो मुझे ख़ुश होना चाहिए था कि अपर्णा राज़दान की देह मेरी मुट्ठी में थी. उसके जिस्म की…
चाय पीकर वह मेरे एकदम पास बैठ गई. उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और मेरे कंधे से सिर टिकाकर बैठ…
ऑफ़िस में भी उसके बारे में कोई बहुत अच्छी राय नहीं थी. ख़ासतौर से मर्दों में. उन्हें झटक जो देती…
इन दो सालों में तुमने बहुत कुछ किया है मेरे लिए... तुम्हारी जगह कोई नहीं ले सकता. तुम समझ सकते…
‘अब जा रही हूं मन में तुम्हारी याद लेकर. जानती हूं मुझे इन पत्रों को नष्ट कर देना चाहिए, वह…
मुझे दरवाज़े पर देख वह जड़ हो गई. निश्चय ही मेरा आना अपेक्षित नहीं था उसके लिए, पर मेरे लिए…