Romantic

कहानी- जब जागो तभी सवेरा 2 (Story Series- Jab Jago Tabhi Savera 2)

  बचपन में शायद तुम्हारे जज़्बात नहीं समझती थी, पर समय-समय पर मिलते रहने और बढ़ती उम्र के साथ बहुत…

March 1, 2022

कहानी- जब जागो तभी सवेरा 1 (Story Series- Jab Jago Tabhi Savera 1)

  मुझे वर्षों जानकर भी क्या कोई देख पाएगा मेरे जीवन में तुम्हारा अस्तित्व, तुम्हारी उपस्थिति? जबकि मैं जीवन का…

February 28, 2022

कहानी- ढलती सांझ के प्रेममयी रंग 5 (Story Series- Dhalti Sanjh Ke Premmayi Rang 5)

  आज पहली बार रोहित के साथ की आवश्यकता महसूस हुई उसे. कौन कहता है जीवन में बस भोर की…

February 18, 2022

कहानी- ढलती सांझ के प्रेममयी रंग 4 (Story Series- Dhalti Sanjh Ke Premmayi Rang 4)

  रोहित भी तो विशाखा से यही चाहता है, थोड़ी चुहल, थोड़ा साथ, थोड़ी रूमानी छेड़छाड़, थोड़ा क्वालिटी टाइम. कभी…

February 17, 2022

कहानी- ढलती सांझ के प्रेममयी रंग 3 (Story Series- Dhalti Sanjh Ke Premmayi Rang 3)

  थोड़ी देर बाद अंकल ने दवाइयां निकालीं और ख़ुद भी लीं व आंटी को भी दीं. कितनी परवाह कर…

February 16, 2022

कहानी- ढलती सांझ के प्रेममयी रंग 2 (Story Series- Dhalti Sanjh Ke Premmayi Rang 2)

  उनका बोलना बतियाना, एक-दूसरे की ओर झुकना, मोबाइल में कुछ दिखाने या कहने के बहाने कंधे से सट जाना.…

February 15, 2022

कहानी- ढलती सांझ के प्रेममयी रंग 1 (Story Series- Dhalti Sanjh Ke Premmayi Rang 1)

  सामने बैठे वृद्ध दंपत्ति अपनी दुनिया में मगन थे. अंकल अपने मोबाइल से कुछ पढ़कर सुना रहे थे और…

February 14, 2022

कहानी- अपनी इमेज का क़ैदी 6 (Story Series- Apni Image Ka Qaidi 6)

  माना मैं अच्छा पति हूं, मगर दिल अभी भी फिसल जाता है... अच्छा बॉस हूं, सिलि मिस्टेक्स के बावजूद…

January 15, 2022

कहानी- अपनी इमेज का क़ैदी 5 (Story Series- Apni Image Ka Qaidi 5)

“बिल्कुल सर जैसा...” दीया तपाक से बोली. मेरे हाथ से चाय छूटते-छूटते बची. क्या कह गई ये लड़की... मैं हकबका…

January 14, 2022

कहानी- अपनी इमेज का क़ैदी 4 (Story Series- Apni Image Ka Qaidi 4)

  “थैक्यूं सर, यू आर सच अ...” कुछ कहते हुए संभली, क्या कहने जा रही थी… क्या ‘डार्लिंग’ जैसा कुछ...…

January 13, 2022

कहानी- अपनी इमेज का क़ैदी 3 (Story Series- Apni Image Ka Qaidi 3)

  बंद पलकों के पीछे बैठा अक्स बेवज़ह मुस्कुराहट का सबब बन रहा था. लगा जैसे कोई है कमरे में……

January 12, 2022

कहानी- अपनी इमेज का क़ैदी 2 (Story Series- Apni Image Ka Qaidi 2)

  “दूसरों का भला करके भूल जाना, यही तो सर की ख़ासियत है... यू नो दी, सर को ऑफिस में…

January 11, 2022
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