बचपन में शायद तुम्हारे जज़्बात नहीं समझती थी, पर समय-समय पर मिलते रहने और बढ़ती उम्र के साथ बहुत…
मुझे वर्षों जानकर भी क्या कोई देख पाएगा मेरे जीवन में तुम्हारा अस्तित्व, तुम्हारी उपस्थिति? जबकि मैं जीवन का…
आज पहली बार रोहित के साथ की आवश्यकता महसूस हुई उसे. कौन कहता है जीवन में बस भोर की…
रोहित भी तो विशाखा से यही चाहता है, थोड़ी चुहल, थोड़ा साथ, थोड़ी रूमानी छेड़छाड़, थोड़ा क्वालिटी टाइम. कभी…
थोड़ी देर बाद अंकल ने दवाइयां निकालीं और ख़ुद भी लीं व आंटी को भी दीं. कितनी परवाह कर…
उनका बोलना बतियाना, एक-दूसरे की ओर झुकना, मोबाइल में कुछ दिखाने या कहने के बहाने कंधे से सट जाना.…
सामने बैठे वृद्ध दंपत्ति अपनी दुनिया में मगन थे. अंकल अपने मोबाइल से कुछ पढ़कर सुना रहे थे और…
माना मैं अच्छा पति हूं, मगर दिल अभी भी फिसल जाता है... अच्छा बॉस हूं, सिलि मिस्टेक्स के बावजूद…
“बिल्कुल सर जैसा...” दीया तपाक से बोली. मेरे हाथ से चाय छूटते-छूटते बची. क्या कह गई ये लड़की... मैं हकबका…
“थैक्यूं सर, यू आर सच अ...” कुछ कहते हुए संभली, क्या कहने जा रही थी… क्या ‘डार्लिंग’ जैसा कुछ...…
बंद पलकों के पीछे बैठा अक्स बेवज़ह मुस्कुराहट का सबब बन रहा था. लगा जैसे कोई है कमरे में……
“दूसरों का भला करके भूल जाना, यही तो सर की ख़ासियत है... यू नो दी, सर को ऑफिस में…