marriage

विवाह समारोह में न करें ये ग़लतियां (Do not make these mistakes during the wedding ceremony)

वेडिंग डे को शानदार, यादगार और खुशगवार बनाने के लिए अक्सर वर और वधू या  उनके घर वालों को ही तरह-तरह…

January 2, 2025

मेट्रिमोनियल साइट्स पर रिश्ते ढूंढ़ते समय रखें इन बातों का ध्यान (Things To Know Before Choosing A Partner From Matrimonial Sites)

मेट्रिमोनियल साइट्स पर रजिस्ट्रेशन फीस लेकर आपकी प्रोफाइल रजिस्टर की जाती है. कई साइट्स फ्री रजिस्ट्रेशन भी करती हैं, ध्यान…

December 14, 2024

विवाह के दिलचस्प रिवाज़ (Interesting Wedding Customs)

हमारे देश में दूल्हे की सालियों द्वारा जूते चुराने की मज़ेदार रस्म से लेकर छोटी-छोटी तमाम परंपराएं हैं. इसी तरह…

December 12, 2024

How to survive the first year of marriage

Who says marriage is a cakewalk? You need to put in tremendous efforts to build a strong foundation so that…

December 7, 2024

इश्क में मरजावां फेम विनीत रैना ने गुपचुप रचाई दूसरी शादी, श्वेता तिवारी ने शेयर की तस्वीरें… (Ishq Mein Marjawan Fame Vineet Raina Gets Hitched For Second Time, See Pictures)

टीवी एक्टर विनीत रैना ने अपनी गर्लफ्रेंड अपेक्षा से गुपचुप शादी कर ली है. उन्होंने मुंबई से दूर हिमाचल में…

November 28, 2023

What’s Your Financial Goal?

As a young adult who has started making money, you must be already aspiring to buy your own car or…

April 19, 2023

Separation by Night

A large number of modern day couples now prefer to sleep in separate beds, while living under the same roof.…

April 19, 2023

पति को ही नहीं, परिवार को अपनाएं, शादी के बाद कुछ ऐसे रिश्ता निभाएं! (Dealing With In-Laws After Marriage: Treat Your In-Laws Like Your Parents)

शादी सिर्फ़ दो लोगों या दो दिलों का संगम ही नहीं होता, बल्कि ये दो परिवार के एक होने का खूबसूरत सफ़र है. सिर्फ़लड़का लड़की ही नहीं, बल्कि दोनों के परिवार भी शादी के बाद एक हो चुके होते हैं. लेकिन अक्सर इस धारणा को जानतेहुए भी मानते और निभाते बहुत कम लोग ही हैं, क्योंकि लड़की को लगता है कि ससुरालवाले उसके पति के रिश्तेदार हैंऔर लड़कों को तो दामाद होने का टैग मिलने के बाद वो खुद को किसी राजा से कम नहीं समझते और पत्नी के परिवारको पूरी तरह अपना पाते. लड़के के घरवालों को भी यही लगता है कि लड़की के परिवार की ही सब जिम्मेदारियां होती हैं, ऐसे में लड़की के घरवालों की समस्याओं से उन्हें क्या लेना-देना…  लेकिन शादी का असली मतलब तो यही होता है जब ये दो परिवार एक होकर एक-दूसरे का मान-सम्मान करें औरमुश्किल वक़्त में एक-दूसरे के साथ खड़े रहें!  आमतौर पर शादी के बाद लड़कियों को नए घर में एडजेस्ट करना होता है, लेकिन इन दिनों ऐसी सोच ज़्यादा हो गई है किलड़कियां एडजेस्टमेंट के लिए तैयार नहीं होती और उनके लिए शादी की परिभाषा सिर्फ़ पति तक ही सीमित होकर रहजाती है और इसीलिए समस्या आती है… बेहतर होगा कि पति को ही नहीं, परिवार को अपनाएं… तभी आपका भविष्यसुरक्षित और जीवन खुशहाल रहेगा…  सबसे पहले तो दिमाग़ से ये बात निकाल दें कि पति के परिवारवाले आपके लिए ग़ैर हैं.जी नहीं, अब वो भी आपके उतने ही अपने हैं जितने आपके पति के. बेहतर होगा सकारात्मक सोच के साथ आप रिश्तों को देखें. शादी के बाद अब पति पर बस आपका ही हक़ है, उनकी भावनाओं से लेकर उनके पैसों तक पर बस अब आपका हीअधिकार है, इस मानसिकता के साथ आप कभी ख़ुशहाल जीवन नहीं जी पाएंगी.ससुराल की हर बात में कमी निकालना और हर बात मायके वालों से शेयर करना ग़लत है. सास को मां का दर्जा देंगी तो वो भी बेटी का प्यार आपको ज़रूर देंगी. ससुर को पिता स्वरूप मानेंगी तो उनका आशीर्वाद हमेशा सिर पर रहेगा.ननद-देवर को भी भाई-बहन की तरह देखें. अपनी चीज़ें उनके साथ शेयर करने से पीछे न हटें. दोस्ती का रिश्ता बनाएंगी तो खुद को अकेला नाहीं पाएंगी.अधिकांश रिश्तों में दरार पैसों व काम की ज़िम्मेदारी को लेकर ही आती है, लेकिन बेहतर होगा कि आप सबमिलकर अपने घर का बजट तैयार करें, जिसमें अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार सबका योगदान हो. काम और ज़िम्मेदारियों का भी चार्ट बना लें और हंसी-ख़ुशी हर कोई अपने हिस्से का काम सम्भाले. एक-दूसरे को चैलेंज करें कि देखते हैं इस हफ़्ते कौन होगा बेस्ट हाउसमेट… चाहें तो वीकेंड पर सबके काम काजायज़ा लेने दें अपने सास-ससुर को और जिसके एफ़र्ट्स सबसे ज़्यादा हों उसको कोई इनाम भी मिले.कोशिश करें कि एक वक़्त का खाना सब साथ मिलकर खाएं. डिनर के बाद आप एक कॉफ़ी डेट रखें जिसमें सभी अपने दिनभर का अनुभव शेयर करें. सबसे ऐसी बॉन्डिंग बनाने की आपकी कोशिश होनी चाहिए कि अपनी तकलीफ़ और दुःख-दर्द वो आपसे शेयरकरने में हिचकें नहीं.सास-ससुर की हेल्थ से लेकर उनके खाने-पीने का ख़ास ध्यान रखकर आप उनकी फ़ेवरेट बन सकती हैं.घरवालों के लिए कभी कुछ स्पेशल बनाएं या उनके साथ पिकनिक पर जाएं. हर वीकेंड के लिए कुछ न कुछ प्लान करें जिससे आप लोगों का लगाव और भरोसा एक-दूसरे के लिए बढ़े.पति से हमेशा शिकायत हि न करें, कोशिश हो कि हमेशा कुछ पॉज़िटिव बात आप कहें. पैसों और घर खर्च को लेकर बहुत ज़्यादा कंजूसी या हस्तक्षेप न करें. बेहतर होगा साथ बैठकर ज़रूरी और ग़ैरज़रूरी ख़र्चों को समझ लें. आजकल वैसे भी सास-बहू का रिश्ता बदल रहा है, अब पहले की तरह सास वाली भूमिका नहि रही, बल्कि दोस्तीका रिश्ता ज़्यादा हो गया है, तो सास से अपने मन की बात, परेशनियां शेयर करें. अगर कोई ऐसी दुविधा आ गई हैजिसका हल नहीं मिल रहा तो सास से सलाह लें. उनको भी महसूस होगा कि आप उनकी सलाह को महत्व देती हैं. सास और ससुर से कहें कि उनका अनुभव और सलाह आपको सही रास्ता दिखा सकता है. कभी-कभी अपनी सास और ननद के साथ शॉपिंग या मूवी प्लान करें, जिसमें सिर्फ़ आप लोग हों और घर के पुरुषोंको कहें कि वो आप लोगों के लिए कुछ अच्छा सा सरप्राइज़ या टेस्टी डिनर तैयार करें. इसी तरह कभी-कभी पुरुषों को बाहर एंजॉय करने को कहें और आप लोग घर पर पार्टी करें. ननद और देवर के लिए बर्थडे पर ही नहीं, वैसे भी गिफ़्ट्स ले आए करें.कोशिश करें कि आपके मायकेवालों के साथ ससुराल वालों के संबंध आपके प्रयास से और बेहतर बनें. अगर आप घर की छोटी बहू हैं तो अपनी जेठानी का भी मान रखें. उन्हें प्यार और सम्मान दें, उनके साथ घरेलू कामोंमें मदद करें. उनके सुख-दुःख को जानें, एक सहेली जैसा बर्ताव करें, ताकि वो आप पर विश्वास करके आपकोसहयोग दें.अगर आप वर्किंग हैं तो जेठानी को भी प्रोत्साहित करें कि वो भी अपने गुणों के आधार पर घर बैठे बहुत कुछ करसकती हैं.अगर वो भी वर्किंग हैं तो आपस में वर्क लाइफ़ डिसकस करें, एक-दूसरे से ईर्ष्या करने से बचें.चाहें तो मिलकर हॉबी क्लास जॉइन करें या वर्क आउट करें. घर के बुजुर्गों को बस आपका थोड़ा सा समय चाहिए होता है, उनके साथ बैठकर उनका हाल जानें. उनकी तबियतक दवाओं का ध्यान रखें. ऐसा नहीं है कि सिर्फ़ लड़कियों की ही ज़िम्मेदारी बनती है, यही बातें लड़कों पर भी लागू होती हैं कि वो अपनेससुराल वालों के लिए दामाद से ज़्यादा एक बेटे की भूमिका निभाएं. बीच-बीच में खुद फ़ोन करके या घर जाकर सबका हाल चाल जान आएं. किसी तरह की मदद हो तो ज़रूर सहयोग करें. ससुराल में ऐसे बनें सबकी फ़ेवरेट… इसके लिए आपको सबसे पहले अपने मन से तमाम बनी-बनाई धारणाएं निकालनी होंगी.सास और ननद तो बुरी ही होती हैं, जेठानी तो जलनेवाली और साज़िश करनेवाली ही होती है- ये राय पहले से नबना लें.सबका दिल जीतने के लिए कुछ एक्स्ट्रा प्रयास करें.सासू मां को शिकायत का मौक़ा न दें और उनकी पसंद-नापसंद जानने की कोशिश करें. उनसे कुछ कुकिंग टिप्स लें. सलाह लेकर ही हर काम करें. उनकी तारीफ़ करें कि आप कैसे ज़िम्मेदारी से सब संभाल लेती हैं, काश मैं भी कर पाती ऐसा.उनसे दोस्ती करके बाक़ी घरवालों की भी पसंद-नापसंद जानने की कोशिश करें.अपनी जेठानी या पति से भूलकर भी सास या घर के अन्य सदस्य की शिकायत या बुराई न करें.शादी के बाद सिर्फ़ पति को ही खुश करने में न लगी रहीं, बल्कि पूरे परिवार को साथ लेकर चलें.सोच यही रखें कि ये आपके ही परिवारवाले हैं और अब इनके साथ ही आपका जीवन और भविष्य है तो ऐसे में क्योंन इनके लिए कुछ ख़ास किया जाए और क्यों न इनके दिल में अपनी ख़ास जगह बनाई जाए.इस तरह रिश्ता निभाएंगी तो ज़रूर शादी और रिश्तों को कामयाब व बेहतर बना पाएंगी.बिट्टू शर्मा  यह भी पढ़ें: 6 रिलेशनशिप गुरु, जो रिश्ते में दे सकते हैं…

December 17, 2021

शादी के दिन भूलकर भी न करें ये ग़लतियां, इस ख़ास दिन को अपने व अपनों के लिए यूं बनाएं यादगार… (40+ Common Wedding Day Mistakes That Every Bride Should Avoid)

शादी का दिन ज़िंदगी का सबसे ख़ास दिन होता है और इस ख़ास दिन के लिए तैयारियां भी ख़ास की जाती हैं, लेकिन ओवर एक्साइटमेंट में ज़्यादातर लोग कुछ न कुछ ऐसा कर देते हैं जिसके बारे में उन्हें बाद में महसूस होता है कि काश ऐसान किया होता, क्योंकि शादी के दिन आपकी एक छोटी-सी गलती भी आपके भविष्य के लिए भारी पड़ सकती है या फिर आपके शादी के मज़े को किरकिरा कर सकती है… तो क्या है वो बातें, जिनका ख़्याल आपको रखना चाहिए और कौन-सी हैं वो ग़लतियां जिन्हें करने से बचना चाहिए, आइए जानें…  सबसे पहले तो ओवर थिंकिंग से बचें यानी बहुत ज़्यादा न सोचें कि आज शादी है, आज के बाद ज़िंदगी बदलजाएगी, ज़िम्मेदारी बढ़ जाएगी, न जानें नए लोग कैसे होंगे… ये सब न सोचें वर्ना तनाव बढ़ सकता है, जिसका असरआपके चेहरे और सेहत दोनों पर नज़र आएगा.ओवर एक्साइटमेंट से भी बचें. अति उत्साह हमें थका देता है, जिससे आपकी एनर्जी ड्रेन हो जाएगी और शादी केवक़्त आप थके-थके लगेंगे. बहुत ज़्यादा एक्स्पेरिमेंट न करें. शादी के दिन  न दुल्हन को और न ही दूल्हे को किसी तरह का कोई एक्सपेरिमेंटकरना चाहिए. कपड़ों का ट्रायल पहले ही कर लेना चाहिए, शादी वाले दिन के लिए उसे न छोड़ें.शादी वाले दिन शॉपिंग करने या बहुत ज़्यादा घर का काम करने से भी बचें. बेहतर होगा खुद को फ़्री और रिलैक्स्डरखें. चाहें तो म्यूज़िक सुनें.नया हेयर कट, नया हेयर स्टाइल या फिर हेयर कलर न करवाएं. आपका पूरा लुक ख़राब हो सकता है.इस दिन फेशियल न कराएं, वर्ना स्किन पर ऑइल नज़र आएगा, फेशियल शादी से तीन-चार दिन पहले कराएं.नया प्रोडक्ट ट्राई न करें वर्ना एलर्जी या कुछ और समस्या हो सकती है. शादी वाले दिन वैक्सिंग न करवाएं, कुछ दिन पहले ही ये काम करवा लें, वर्ना स्किन पर रैशेज़ या अन्य समस्या होसकती है. पिंपल की समस्या है तो उसको हटाने के चक्कर में बहुत ज़्यादा ट्रीटमेंट न करें, वर्ना वो और ज़्यादा उभर जाएगा.नींद पूरी लें. दिन में सोने से बचें लेकिन आराम ज़रूर करें. तनाव से बचें, माना शादी को लेकर एक घबराहट होती ही है लेकिन बहुत ज़्यादा न सोचें वर्ना चेहरे पर और आंखोंके आसपास सूजन या भारीपन दिखाई देगा. हेवी खाना खाने से बचें, बदहज़मी या पेट ख़राब हो सकता है. घरेलू फेस पैक या कोई नुस्ख़ा न आज़माएं. बेहतर होगा आज के दिन स्किन को नेचुरल रखें, ब्रीद करने दें.दूल्हे को भी ध्यान देना होगा कि शादी वाले दिन बहुत ज़्यादा दोस्तों से ही न घिरे रहें. ख़ुशी, उत्साह या किसी के उकसाने से शराब का सेवन न करें. ये आपकी ज़िंदगी का हसीन दिन है, इसे होश मेंरहकर एंजॉय करें और हो सकता है शराब ज़्यादा हो जाए तो नशे में आपसे क्या गलती हो जाए, होनेवाली पत्नीऔर उसके घरवालों को भी ये बात पसंद न आए. बहुत ज़्यादा बात न करें यानी ओवरफ्रेंडली न हों. अगर आपकी लव मैरिज है तब भी होनेवाले पति या पत्नी केदोस्तों, रिश्तेदारों या ऑफ़िस कलीग से बहुत ज़्यादा हंस-हंसकर या बेपरवाह होकर बातें न करें, क्योंकि हो सकताहै आपका पार्टनर खुले विचारों का हो लेकिन उनके परिवार या रिश्तेदार कुछ ग़लत राय बना लें आपके बारे में. अपने होनेवाले ससुराल की बुराई न करें, न ही अपनी बड़ाई करके उनमें कमियां निकालें.गंदे जोक्स करने से बचें.फ़ैशन के चक्कर में कुछ ऐसा पहनने से बचें जो आपके लिए असुविधाजनक हो. ओवर मेकअप न करें और न करने दें. अपना लुक कुछ दिन पहले ही फ़ाइनल कर लें और उसमें लास्ट मिनट चेंजेसन करें. शादी के दिन आपको खूबसूरत लगने का हक है लेकिन उस चक्कर में खुद को बहुत ज़्यादा लीप-पोत न लें. बहुत ज़्यादा हाई हील्स न पहनें, उससे असुविधा तो होगी ही, आपके गिरने का भी डर बना रहेगा. पैसों को लेकर इस दिन कोई बात न करें. शादी के दिन पार्टनर्स एक-दूसरे को सहज महसूस कराएं, हावी होने की कोशिश न करें. अपने ससुरालवालों को लेकर मन कोई धारणा बनाकर न रखें. साफ़ मन से सबको अपनाएं. पूर्वाग्रहों से बचें, शादी के दिन किसी का व्यवहार देख कर उसके बारे में वही धारणा न बना लें. रिश्तों को वक़्त देना पड़ता है इस सोच के साथ मंडप में बैठें. शादी वाले दिन ससुराल पहुंचते ही शिकायतें न करें कि यहां ये सुविधा नहीं या इस चीज़ की कमी है. ठीक इसीतरह लड़के भी अपने ससुरालवालों को ये न जताएं कि वो उनकी बेटी के साथ शादी करके उनपर कोई एहसान कररहे हैं. बेहतर होगा विनम्रता से सारी रस्में निभाएं. शादी की रात ही सेक्स हो इस बात को दिमाग़ से निकाल दें. शादी की थकान के चलते एक-दूसरे को आराम करनेदें. बात करें और सकारात्मक रहें.एक-दूसरे के शादी के पहले के अफ़ेयर या दोस्तों को लेकर कुछ न पूछें. अगर आपकी अरेंज मैरिज है तो पार्टनर के साथ एक ही दिन में ओवर फ्रेंडली या बहुत ज़्यादा खुलने की गलती नकरें, पहले पार्टनर के स्वभाव को ठीक से जान-समझ लें. वर्ना हो सकता है वो आपके बारे में कोई ग़लत राय बनालें.अगर आपको कोई परेशानी महसूस हो रही है तो उसे ज़रूर विनम्रता से अपने पार्टनर को बताएं. इससे उन्हें लगेगाकि आप उन पर विश्वास करते हैं और उन्हें पूरी तरह से अपना मान चुके हैं.शादी वाले दिन माना हल्की बातें नहीं करनी चाहिए लेकिन उसका ये मतलब भी नहीं कि धीर-गंभीर बनें रहें, इससे येलगेगा कि आपका स्वभाव ही ऐसा है या फिर आप इस शादी से खुश नहीं.आपके चेहरे व स्वभाव में परिपक्वता दिखनी चाहिए लेकिन आप बोझिल या बुझे-बुझे न दिखें. प्यारी मुस्कान होंठों पर रहे, आंखों में ख़ुशी झलके, शांत मन-मस्तिष्क और सकारात्मक सोच के साथ अपने इसदिन का स्वागत करें. हां, अगर आपको कुछ खटक रहा है और लगे कि आपका चुप रहना सही नहीं, तो खुद को न रोकें. कुछ ग़लत हो रहा हो तो लोकलाज के चक्कर में बलि का बकरा न बनें, किसी तरह का कोई कन्फ़्यूज़न हो तो मन मेंदुविधा रखकर शादी के मंडप में न बैठें, पहले उस दुविधा को दूर करें. होनेवाले पार्टनर से बात करें या अपने घरवालोंसे. शादियों में अक्सर छोटी-बड़ी ग़लती या कमी रह ही जाती है, उन कमियों को आधार बनाकर बखेड़ा न खड़ा करें. सहयोगपूर्ण रवैया अपनाएं. इससे आगे चलकर आपका ही मान बढ़ेगा. आज मेरी शादी है तो मेरी बात तो सबको माननी ही होगी, इस एटिट्यूड के साथ न रहें… आज तो मैं मनमानी करसकता या कर सकती हूं, जो मांगू वो मिलना चाहिए या पैरेंट्स को देना ही पड़ेगा वर्ना मैं शादी ही नहीं करूंगा याकरूंगी… इस मानसिकता से जितना दूर रहेंगे उतना आपके भविष्य ke लिए सही होगा. ये सोच न सिर्फ़ आपकेघरवालों बल्कि आगे चलकर आपके पार्टनर और ससुरालवालों को भी नागवार गुज़रेगी और इसका असर आपकेरिश्ते पर पड़ेगा.शादी के बाद कुछ समझौते करने पड़ते हैं और थोड़े बदलावों से गुज़रना पड़ता है, इस सत्य को बहुत ही सहजता सेअपनाएं, इसे तनाव या हौवा बनाकर आज के दिन को भी तनावपूर्ण न बना लें. अपना दिल बड़ा रखें, सही सोच के साथ अपनी मानसिक दशा को भी सही रखें और इस दिन को अपने व अपनों के लिए यादगार बनाएं. सिल्की शर्मा  यह भी पढ़ें: 65+ टिप्स: रिश्ता टूटने की नौबत आने से पहले…

December 5, 2021
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