ग्राहकों को धोखाधड़ी से बचाने और उनके जान-माल की सुरक्षा के लिए देश में कई सख़्त क़ानून हैं, पर उनमें…
ज़रा सोचें अगर कोई चौबीसों घंटे हम पर नज़र रखे, तो कैसा लगेगा? यक़ीनन किसी के लिए भी इस तरह…
‘बेटे-बहू ने हमें नौकर बनाकर रख दिया था...’ ‘मेरा भतीजा मुझे बेरहमी से मारता था...’ ‘बेटे के घर में रोज़…
मेरी कोख मेरी नहीं, मेरा अस्तित्व मेरा नहीं, मेरे जज़्बात की कदर है क्या किसी को? मेरी उम्मीदों को क्या…
आज शायद ही ऐसी कोई कंपनी, कारखाना, दफ़्तर या फिर दुकान हो, जहां महिलाएं काम न करती हों.…
बात कुछ साल पहले की है, जब एक सरकारी अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने तारा को बताया…
संपत्ति में हक़ मांगनेवाली लड़कियों को नहीं मिलता आज भी सम्मान... (Property For Her... Give Her Property Not Dowry) उसका…
हम अपने देश, अपनी संस्कृति व संस्कारों का न स़िर्फ सम्मान करते हैं, बल्कि हमें उस पर गर्व है. हम…