आज हम आपको छोटे परदे के स्टार्स के बारे में बता रहें हैं, जिन्हें अपने पहले टीवी सीरियल से जबर्दस्त स्टारडम मिला. लेकिन उन्होंने टीवी…
आज हम आपको छोटे परदे के स्टार्स के बारे में बता रहें हैं, जिन्हें अपने पहले टीवी सीरियल से जबर्दस्त स्टारडम मिला. लेकिन उन्होंने टीवी इंडस्ट्री को तभी अलविदा कह दिया जब वे अपने करियर के चरम पर थे. आइए एक नर्ज़ डालते हैं इन पर-
छोटे परदे पर चॉकलेट बॉय के नाम से लोकप्रिय हुए हुसैन कुवाजेरवाला को पॉप्लर टीवी शो क्योंकि सास भी कभी बहू थी और कुमकुम से घर-घर में पहचान मिली. वे एक टेलेंट एक्टर होने के साथ-साथ बेहतरीन होस्ट भी थे. उन्होंने कई रियलिटी शो को होस्ट किया. दर्शकों का खूब प्यार और स्टारडम मिलने के बाद भी हुसैन टीवी से दूर हो गए थे. आखिरी बार 2017 में शो “सजन रे झूठ मत बोलो” में नज़र आये थे.
2. अमित वर्मा
टीवी धारावाहिक “खिचड़ी” और “होटल किंग्स्टन ” में अपनी शानदार भूमिका से अपनी पॉप्युलर हुए अमित शर्मा की एक्टिंग को ऑडियंस ने बहुत पसंद किया. उन्होंने थिअटर आर्टिस्ट के तौर पर करियर की शुरूआत की. छोटे परदे के अतिरिक्त अमित ने किस्मत कनेक्शन’, ‘डिटेक्टिव नानी’ और ‘सिंघम रिटर्न्स’ जैसी फिल्मों में काम किया लेकिन उन्हें वो स्टारडम नहीं मिला, जिसके वो हकदार थे.
3. सिजेन खान
टीवी शो ‘कसौटी जिंदगी की’ के अनुराग बासु को आज तक फैंस भूल नहीं पाएं हैं. अनुराग बासु का रोल प्ले करने वाले सिजेन खान को फैंस ने बहुत पसंद किया। इस शो की वजह से सिजेन खान को बहुत पॉपुलैरिटी मिली. इस शो में सिजेन खान और श्वेता तिवारी की जोड़ी को फैंस का बहुत प्यार मिला, पर जैसे ही सीरियल समाप्त हुआ, सिजेन खान भी छोटे परदे से अचानक गायब हो गए. पिछली बार सिजेन खान 2009 में धारावाहिक “सीता और गीता” में दिखाई दिए थे. बताया जाता है इतनी फैन फॉलोविंग और इतना स्टारडम मिलने के बाद भी सिजेन खान टीवी को अलविदा कह दिया है.
4. पवन शंकर
टीवी सीरियल “सिद्धांत” में एडवोकेट बने सिद्धांत का रोल अदा करने वाले पवन शंकर को बहुत स्टारडम मिला. इस शो से उन्हें न केवल खूब शोहरत मिली, बल्कि इस किरदार के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड भी मिला. उन्हें कुछ शोज़ में काम भी किया, लेकिन 2012 के बाद पवन शंकर छोटे परदे से गायब हो गए.
5. अर्जुन पुंज
फेमस टीवी शो ‘संजीवनी’ में डॉ. अमन का किरदार निभानेवाले अर्जुन पुंज को आज तक कोई नहीं भूल पाया है. जब यह शो ऑनएयर था, तब अपने चुलबुले किरदार से फैंस का दिल जीत लिया था. यह अर्जुन का पहला टीवी सीरियल था. अपने पहले ही सीरियल में अर्जुन को बहुत पॉपुलैरिटी मिली. उनकी एक्टिंग को दर्शकों ने काफ़ी पसंद किया था. इस सीरियल के बाद अर्जुन ने कुछ और टीवी सीरियल्स और फिल्मों में भी काम किया, लेकिन उनको उतना स्टारडम नहीं मिल पाया. जो उन्हें अपने पहले सीरियल से मिला था. आखिरी बार अर्जुन 2014 में टीवी सीरियल ‘दीया और बाती हम” में दिखाई दिए थे. इसके बाद अर्जुन टीवी और फिल्मों को बाय-बाय कह दिया.
6. एकता कौल
एक्ट्रेस एकता कौल ने “रब से सोहणा इश्क से अपना एक्टिंग करियर शुरू किया था. लेकिन उन्हें पॉपुलैरिटी सीरियल ‘मेरे अंगने में’ और ‘बड़े अच्छे लगते हैं’ से मिली. साल 2017 के बाद एकता ने छोटे परदे से ब्रेक लिया है. खबर है कि एकता ने कुछ महीने पहले ही एक प्यारे से बेटे को जन्म दिया.
7. अरहान बहल
अरहान बहल ने टीवी सीरियल ‘मन की आवाज प्रतिज्ञा’ में रघु का किरदार निभाया था. उनके इस किरदार को दर्शकोंने काफी सराहा. इस सीरियल ने उन्हें रातोंरत स्टार बना दिया. इस धारावाहिक के बाद दूसरे शो में भी उन्हें एक्टिंग का मौका मिला, लेकिन वो स्टारडम नहीं मिला, जो उन्हें ‘मन की आवाज प्रतिज्ञा” से मिला था. इसके बाद टीवी से गायब हो गए. हाल ही में अरहान सीरियल ‘ये जादू है जिन्न का’ में एक जिन के रोल में दिखाई दिए.
8. जिया मानेक
घर-घर में मशहूर सीरियल ‘साथ निभाना साथिया’ में गोपी बहू का रोल प्ले करने वाली जिया मानेक को दर्शकों का बहुत प्यार मिला. इसके बाद जिया मानेक को लीड रोल वाला सीरियल नहीं मिला, जिससे वह पहले वाला स्टारडम हासिल कर सकें. सुनने में आ रहा है कि जिया मानेक ‘बिग बॉस 14’ में बतौर कंटेस्टेंट नजर आ सकती हैं, पर इस खबर में कितनी सच्चाई है, यह तो बिग बॉस के स्टार्ट होने के बाद ही पता चलेगा.
आंवले को सुखाकर उसका चूर्ण बनाकर हर रोज़ सुबह गर्म पानी के साथ लें. आंवले…
बॉलीवुड के वर्सेटाइल एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पर्सनल लाइफ में बीते कुछ समय से काफी…
कॉमेडी के बादशाह कपिल शर्मा और कॉमेडियन व एक्टर सुनील ग्रोवर की लड़ाई तो जगजाहिर…
उसने तत्काल निर्णय लिया कि अपने परिवार की डूबती नैया को वह ख़ुद पार लगाएगी.…
जिस दिन से 'आप' नेता एमपी राघव चड्ढा और परिणीति चोपड़ा को एक रेस्टोरेंट में…
मीति और मधुर बचपन से एक ही स्कूल में पढते थे, लेकिन मधुर के पिता का अचानक निधन हो गया और उसे मीति का स्कूल छोड़ सरकारी स्कूल में दाख़िला लेना पड़ा. लेकिन आते-जाते अक्सर दोनों के रास्ते मिल ही जाते थे और उनकी नज़रें मिल जातीं, तो दोनों केचेहरे पर अनायास मुस्कुराहट आ जाती. स्कूल ख़त्म हुआ तो दोनों ने कॉलेज में एडमिशन ले लिया था. दोनों उम्र की उस दहलीज़ पर खड़े थे जहां आंखों में हसीन सपने पलने लगते हैं. मधुर भी एक बेहद आकर्षक व्यक्तित्व में ढल चुका थाऔर उसके व्यक्तित्व के आकर्षण में मीति खोती जा रही थी. कई बार मधुर ने उसे आगाह भी किया था कि मीति तुम एक रईस पिता की बेटी हो, मैं तो बिल्कुल साधारण परिवार से हूं, जहां मुश्किल से गुज़र-बसर होती है, लेकिन मीति तो मधुर के प्यार में डूब चुकी थी. वहकब मधुर के ख्यालों में भी बस गई थी वह यह जान ही नहीं पाया. मीति कभी नोट्स, तो कभी असाइनमेंट के बहाने उसके पास आ जाती, फिर कभी कॉफी, तो कभी आइसक्रीम, ये सब तो उसका मधुरके साथ नज़दीकियां बढ़ाने का बहाना था. अब मीति और मधुर क़ा इश्क कॉलेज में भी किसी से छिपा नहीं रह गया था. करोड़पति परिवार की इकलौती लाडली मीति कोपूरा विश्वास था कि मध्यवर्गीय परिवार के मधुर के कैंपस सेलेक्शन के बाद वह पापा को अपने प्यार से मिलवायेगी. मल्टीनेशनल कंपनी के ऊंचे पैकेज का मेल मिलते ही मधुर ने मीति को अपनी आगोश में ले लिया ऒर वह भावुक हो उठा, ”मीति, तुम तो मेरे जीवन मेंकी चांदनी हो, जो शीतलता भी देती है और चारों ओर रोशनी की जगमगाहट भी फैला देती है. जब हंसती हो तो मेरे दिल में न जानेकितनी कलियां खिल उठती हैं. बस अब मेरी जिंदगी में आकर मेरे सपनों में रंग भर दो.” मीति मधुर के प्यार भरे शब्दों में खो गई और लजाते हुए उसने अपनी पलकें झुका लीं और मधुर ने झट से उसकी पलकों को चूम लिया था. इस मीठी-सी छुअन से उसका पोर-पोर खिल उठा. वह छुई मुई सी अपने में सिमट गई. लेकिन इसी बीच मीति के पापा ने उसकी ख्वाहिश को एक पल में नकार दिया और मधुर को इससे दूर रहने का फरमान सुना दिया. मधुर उदास पराजित-सा होकर दूर चला गया. दोनों के सतरंगी सपनों का रंग बदरंग कर दिया गया था. मधुर ने अपना फ़ोन नंबर भी बदल दिया था और अपनी परिस्थिति को समझतेहुए मीति से सारे संबंध तोड़ लिये थे. मीति के करोड़पति पापा ने धूमधाम और बाजे-गाजे के साथ उसे मिसेज़ मेहुल पोद्दार बना दिया. उसका अप्रतिम सौंदर्य पति मेहुल केलिए गर्व का विषय था. समय के साथ वह जुड़वां बच्चों की स्मार्ट मां बन गई थी. पोद्दार परिवार की बहू बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमतीऔर अपने चेहरे पर खिलखिलाहट व मुस्कान का मुखौटा लगाए हुए अपने होने के एहसास और वजूद को हर क्षण तलाशती-सी रहती. उसे किसी भी रिश्ते में उस मीठी-सी छुअन का एहसास न हो पाता और वह तड़प उठती. सब कुछ होने के बाद भी वह खोई-खोई-सी…