क्या आप भी करती हैं ये बेसिक फ़ैशन मिसटेक्स? (Basic Fashion Mistakes We All Make, Know How To Avoid Them)
फैशनेबल भला कौन नहीं नज़र आना चाहता, लेकिन स्टाइलिश दिखने के चक्कर में हम सभी अक्सर कुछ ऐसी ग़लतियांकर जाते हैं, जो हमें परेशानी में डाल सकती हैं. तो क्या आप भी उन्हीं में से हैं जो ये बेसिक फ़ैशन मिस्टेक्स करती हैं?
फैशनेबल नज़र आने के लिए कम्फ़र्ट को भूल जाने की गलती अक्सर लोग करते हैं. प्रीति रोज़ लोकल ट्रांसपोर्ट सेट्रैवल करती है, लेकिन उसे पेंसिल हील पहनने का शौक़ ही नहीं, जुनून है. उसे लगता है कि इससे वो स्टाइलिश औरमॉडल जैसी लगेगी. कई बार उसे पार्टीज़ में अपने सैंडल्स इसलिए उतारने पड़ते थे कि उसके पैरों में बुरी तरह दर्दहोने लगता था. उसकी सहेलियों ने उसको समझाया कि हमेशा पेंसिल हील पहनना सेफ और हेल्दी नहीं है. लेकिनइतनी तकलीफ़ उठाकर भी वो अपने जुनून को नहीं छोड़ सकी और एक रोज़ बस पकड़ने के चक्कर में वो दौड़ी औरहील्स के कारण गिर पड़ी. काफ़ी चोट आई और तब जाकर उसने क़सम खाई कि फ़ैशन से ज़्यादा वो कम्फ़र्ट काख़्याल रखेगी.
वेस्टर्न आउटफिट के साथ ट्रेडिशनल एक्सेसरीज़ या बिंदी लगानेवाली भी कई महिलाएं हैं. आपने भी अक्सर कइयोंको जींस-टीशर्ट के साथ बिंदी लगाए हुए या झुमके पहने हुए देखा होगा. लेकिन ये आपके पूरे लुक को ख़राबकरेगा.
अल्ट्रा मॉडर्न ड्रेस पहनने में बुराई तो नहीं, लेकिन अगर आप सहज नहीं हैं किसी मॉडर्न ड्रेस में तो वो आपको नहींपहनना चाहिए क्योंकि आप उसमें कॉन्फ़िडेंट महसूस नहीं करेंगी और इससे आप स्टाइलिश तो बिल्कुल नहीं लगेंगी.
ऑफ़िस में ज़्यादा रिवीलिंग कपड़े पहनना भी आपको फ़ैशनेबल नहीं बनाता. कुछ महिलाओं की ये सोच होती है किक्लीवेज दिखने वाले डीप नेक में वो हॉट लगेंगी या ज़्यादा शॉर्ट ड्रेस पहनकर वो लाइमलाइट में आएंगी, लेकिनइससे सिर्फ़ आपकी इमेज ख़राब होगी क्योंकि ऑफ़िस में जितने शालीन कपड़े पहने जाएं उतना बेहतर होगा.
बहुत ज़्यादा ब्लिंग या शिमरी ड्रेस पहनना भी सही नहीं. माना आपको ये चमक-धमक पसंद है लेकिन ये पार्टीज़ मेंही अच्छे लगते हैं , डेली लाइफ़ में नहीं.
अपनी बॉडी की ख़ामियों को उभारनेवाले आउटफिट्स पहनने की ग़लतियां भी अक्सर महिलाएं करती हैं. कभी भीकोई भी फ़ैशनेबल आउटफिट लेते समय ये ज़रूर ध्यान रखें कि क्या वो आपके लिए सही है? क्या आप इसमें सुंदरऔर सहज नज़र आएंगी? सना को बेल्ट्स का बेहद शौक़ है, वो अक्सर ऐसे ही ड्रेसेज़ पहनी थी जिनके साथ ट्रेंडीबेल्ट्स पेयर कर सके. लेकिन उसकी मॉम ने उसे कई बार समझाया कि सना की लोअर बॉडी हेवी है और अपर बॉडीज़्यादा ही पतली, इसलिए उसे बेल्ट्स या ऐसे कपड़े नहीं पहनने चाहिए जिससे ये फ़र्क़ ज़्यादा नज़र आए. लेकिनउसे लगता था उसकी मम्मी को फ़ैशन सेंस नहीं. पर एक दिन उसके बॉयफ्रेंड ने जब उसको ये बात कही तब जाकरउसे एहसास हुआ कि वो अपनी बॉडी टाइप को इग्नोर करके कूल दिखना चाहती थी.
गर्मियों में भी बूट्स, लेदर पैंट्स या जैकेट्स पहनना. रितु को हमेशा यही लगता था कि फ़ैशन का मतलब होता हैटाइट लेदर पैंट, स्टाइलिश जैकेट और बूट्स. उसे ये नहीं पता था कि पीठ पीछे सब उसका मज़ाक़ ही बनाते थे. एकदिन वो वॉशरूम में थी और बाहर अपनी कलीग्स को बातें करते सुना जो कह रही थीं कि उस फ़ैशन ब्लंडर को देखा, आज भी माइकल जैक्सन बनकर आई है. उसको कौन समझाए कि ये ऑफ़िस है कोई रॉक कॉन्सर्ट नहीं. इसकेबाद रितु को अपनी गलती का एहसास हुआ.
बहुत ज़्यादा ओवर साइज़्ड कपड़े पहनना आपके लुक को ख़राब कर सकता है. कई लोगों की ये सोच होती है किवो लूज़ या ओवर साइज़्ड कपड़े पहनकर अपने बॉडी फ़ैट्स को छिपा लेंगे, लेकिन ये आपको बल्की लुक दे सकताहै. हमेशा करेक्ट साइज़ के कपड़े पहनें और ओवर साइज़्ड भी पहनने हों तो पहले ट्रायल ले लें.
इसी तरह बहुत ज़्यादा टाइट कपड़े भी न पहनें, क्योंकि ये न सिर्फ़ अनहेल्दी होगा बल्कि असुविधाजनक भी.
एक ही तरह के बहुत से कपड़े या एक्सेसरीज़ यूज़ करना. सरला को बेसिक टी शर्ट्स जींस के साथ पहना बेहदपसंद था इसलिए उसने हर कलर की बेसिक टी शर्ट्स ले रखी थी और उनको ही जींस के साथ पहनती थी औरअक्सर एक डेनिम जैकेट के साथ उनको पहनती थी, उसको लगता था उसका स्टाइल बहुत कूल है लेकिन एक रोज़जब फ़्रेंड्स ने पार्टी करने की बात सोची तो सबने सरला को कहा तू पार्टी में भी यही जींस, टी शर्ट और जैकेट मतपहनकर आ जाना, कुछ स्टाइलिश और डिफरेंट पहनना… तब सरला को एहसास हुआ कि वो जिसे फ़ैशन समझरही थी, वो उसकी मिस्टेक थी.
सही ब्रा न पहनने से आपके महंगे से महंगे और सुपर स्टाइलिश कपड़े भी ख़राब लग सकते हैं, लेकिन अक्सरमहिलाओं की सोच यही होती है कि अंदर पहने जानेवाले कपड़ों को कौन देख रहा है. ठीक इसी तरह अंडर गार्मेंट्सपर भी इन्वेस्ट करना ज़्यादातर महिलाओं को फ़िज़ूलखर्ची लगता है, जबकि आपके पास सही साइज़ औरआउटफिट के अनुसार अंडर गार्मेंट्स होने ही चाहिए, वर्ना आपकी टी शर्ट का फ़िनिश प्रॉपर नहीं होगा और आपकीपैंट के ऊपर से पैंटी लाइंस आपको भद्दा लुक देगी.
उन्हीं ब्रैंड्स पर चिपके रहना जो पहले भले ही ट्रेंड में थे पर अब आउट ऑफ़ फ़ैशन हो गए. माना आपको कुछ ब्रैंड्ससे प्यार या भरोसा है, लेकिन अगर कोई अपना प्रोडक्ट वक़्त के साथ बदलने या आगे बढ़ने को तैयार नहीं तोआपको उसे छोड़ देना चाहिए.
ज़्यादातर ओकेज़न पर वही आउटफिट्स और एक्सेसरी रिपीट करना जो आप पर अच्छे लगते हैं या जो आपकोपसंद हैं. कोमल को एक रोज़ अपने एक ड्रेस पर बहुत कॉम्प्लिमेंट्स मिले थे और उसके बाद वो ड्रेस उसका फेवरेटहो गया. वो ज़्यादातर ख़ास मौक़ों पर वही ड्रेस पहनकर जाती थी. कोमल के ऑफ़िस में पार्टी थी तो उसकी कलीग्सने कहा तुमने बहुत दिनों से अपना वो फ़ेवरेट ड्रेस नहीं पहना ना? तो तुमको कल ऑफ़िस पार्टी में मौक़ा मिलजाएगा, वही पहनोगी न तुम तो क्योंकि वो तो कोमल के पार्टी ड्रेस के नाम से जाना जाता है अब. कोमल कोशर्मिंदगी हुई क्योंकि ढेरों आउटफिट्स होने के बाद भी उसको ये सब सुनना पड़ा, लेकिन गलती भी उसी की ही थी.
ख़ास अवसर और मौक़ों को नज़रअंदाज़ कर सिर्फ़ और सिर्फ़ कम्फ़र्ट पर ही ध्यान देना. कुछ लोग पार्टी या मीटिंगमें भी लाउंज ड्रेस में ही पहुंच जाते हैं. महिलाएं ही नहीं पुरुष भी. उनको लगता है मेस्सी लुक, बिखरे बाल, बिनामेकअप के नेचुरल स्टाइल उनको कूल और सबसे जुदा दुखाएगा लेकिन वो आपको लेज़ी लुक के सिवा और कुछनहीं दिखाएगा. इसलिए आप भी बचें इस तरह की ग़लतियों से और थोड़ा अलर्ट हो जाएं. अपनी फ़ैशन सेंस सुधारेंऔर ओवर फ़ैशन भी न करें.