“क्यों मुझे भी जीते जी मारने पर तुली है तू? अगर तुझे कुछ हो जाता तो? अंजली तो यही कहती…
ऐसे आदमी के लिए वह ख़ुद को सज़ा देती रही, जिसने रिश्तों को खेल बना रखा था. जैसे वर्जनाएं मात्र…
आज के हाईटेक युग में जब बच्चों को हर जानकारी कंप्यूटर/इंटरनेट पर ही मिल रही है, उनका पैरेंट्स से जुड़ाव…
आजकल मां को अपने पुराने घर की बहुत याद आती है. वह घर पुराना था, असुविधाजनक था, परंतु वह उनका…
बाप रे! एक भी उत्तर इस तरह नहीं दे रही है कि कोई सुराग मिले. तो क्या वक़्त आ गया…
रात को अचानक हॉट फ्लैशेज़ की वजह से मैं बहुत बेचैन हुई. शरीर पसीने से पूरी तरह भीग गया. समीर…
प्रिय अनुराग, शुभाशीष! कल तुमने फ़ोन पर जो कुछ भी कहा, सुनकर क्षणभर को तो स्तब्ध रह गया मैं, फिर…
''शायद तुम ठीक कहती हो. अब ज़िंदगी आराम की रहेगी. आख़िर तुम्हारी तो पूरी ज़िंदगी ही एक रिटायर्ड लाइफ़ रही…
''तुम मुझे रखते तो यह वृद्धाश्रम होता, मैं यहां आया हूं तो मेरे लिए ये वानप्रस्थ आश्रम है. मैं अभी…
“क्या बात कर रही हो स्वाती! लोग अपने समाज का सड़ा-गला भी खाने को तैयार हैं, पर दूसरे समाज का…