"मेरे लिए तुम भी उतनी ही महत्वपूर्ण हो जितनी कि मां, पर क्या करूं डियर, तुम्हारी बात मानता हूं तो…
अपने बोझिल शरीर को समेटते हुए दीपा खिड़की के क़रीब पहुंची. तब तक तेज़ बारिश होने लगी थी. पानी की…
“कुछ बिरले ही ऐसे होते हैं, जो जीवन के मध्यान्तर में भी अपने पैरों में बेड़ियां डाले विकास के पथ…
एक तालाब में एक कछुआ रहता था. उसी तालाब में दो हंस भी तैरने आया करते थे. हंस बहुत हंसमुख…
"अपने नसीब में ये सब सुख कहां? अलका को हमारा ध्यान ही कब रहता है? जब घर में रहती…
“तुमने ये सब सीख रखा है. मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा और ये सब प्रमाणपत्र, मेडल आदि तुमने…
"कैसे त्याग दूं मोह-माया?'' सरोजिनी बुदबुदायी. इसी मोह-माया ने तो ज़िन्दगी के सत्तर वर्षों को सुंदर बनाया और पल-पल ख़ुशियों…
बहुत साल पहले एक जंगल में हाथियों का झुंड रहता था. उस झुंड के सरदार का नाम चतुर्दंत था, दो…
लगता है अजय भी यह जता देना चाहता है कि वह प्रिया को भूला नहीं है, अन्यथा अजय प्रिया के…
सोन चिरैया हंसी. बोली, “हे रानी, मैं तो बस तुम्हारे भीतर बैठी लालसा हूं, जो कुछ तुम सोचती और…