कहानी- परसत मुक्ति (Short Story- Parsat Mukti)

“आपने केवल मेरी अपवित्र देह देखी, पवित्र और क्षत-विक्षत मन नहीं. ठीक है, मेरे शरीर पर किसी और ने अधिकार…

December 24, 2016

पंचतंत्र की कहानी- चतुर खरगोश और शेर (Panchtantra Story- The Cunning Hare and the Lion)

किसी घने जंगल में एक बहुत बड़ा शेर रहता था. वह रोज़ शिकार पर निकलता और एक-दो नहीं, कई-कई जानवरों…

December 24, 2016

कहानी- शेष जीवन… (Short Story- Shesh Jeevan)

अपने चेहरे की घबराहट को किससे छुपाना चाहती है संध्या. यहां तो उसके सिवाय और कोई भी नहीं. उसकी बेटी…

December 22, 2016

कहानी- पीड़ा की मुक्ति (Story- Peeda ki mukti)

नारी होकर भी तुम नारी के मन की व्यथा को समझ नहीं पा रही थीं. हां, शायद इसमें बाबूजी की…

December 20, 2016

कहानी- कितने गुलाब? (Story- Kitne Gulab)

मां की तस्वीर के आगे गुलाब रखा, तो आंखों के कोर पर कुछ गरम-गरम उमड़ आया था. मां का गहरा…

December 17, 2016

पंचतंत्र की कहानी- चापलूस मंडली (Panchtantra Story- Fawning coterie)

जंगल में एक शेर रहता था. उसके चार सेवक थे चील, भेड़िया, लोमड़ी और चीता. चील दूर-दूर तक उड़कर समाचार…

December 17, 2016

कहानी- थोड़ी-सी बेवफ़ाई (Story- Thodi-si Bewafai)

अवनी क्या कभी मुझसे लिपटकर प्यार करते व़क़्त सोचेगी कि मेरी आंखें, नाक, रंग, बाल उससे मेल खाते हैं या…

December 16, 2016

कहानी- जमी बर्फ (Short Story- Jami Burf)

मुझे ऐसा सोचना बुरा लगता है कि वक़्त बदलने के साथ रिश्तों की गर्माहट कम हो जाए और उसकी जगह…

December 13, 2016

पंचतंत्र की कहानी- अक़्लमंद हंस (Panchtantra Story- Clever Swan)

एक बहुत विशाल पेड़ था. उस पर वहुत सारे हंस रहते थे. उनमें एक बहुत स्याना हंस था, बुद्धिमान और…

December 10, 2016

कहानी- पतंग (Short Story- Patang)

‘कितनी स्वार्थी सोच है! पहले लोग भावुक थे, रिश्ते निभाते थे, फिर प्रैक्टिकल हुए, रिश्तों से फ़ायदा उठाने लगे. अब…

December 10, 2016
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