मां मनसा का स्मरण करती श्वेता अपनी धुन में आगे बढ़ रही थी. तभी अचानक पानी वाला गुब्बारा फूटने की…
अब इस स्पर्श में कुछ नहीं है. सब कुछ बदल गया था. अब हमारे रिश्ते बदल गए थे, जिनका कोई…
तुम बाजू पर लिखने लगी थी, तो मैंने कहा, “यहां नहीं, ऊपर दिल पर…” ये सुनते ही पहली बार तुम्हारी…
“मैं ज़रा भी उदास नहीं हूं, सच कहूं तो इस बार उनके न आने की ख़बर से मुझे राहत ही…
क्या वह अपने भइया के लिए एक और राखी नहीं ला सकती? अचानक उसे ख़्याल आया. वह दौड़ती हुई पापा…
रक्षाबंधन का पावन त्योहारहै प्रेम प्यार से जुड़ा हुआसावन माह की पूर्णिमा का दिनसाल में जब भी आता हैबहनों और…
आज खाना बनाते हुए सीमा के मन में रह-रह कर विचारों की तरंगें उठ रही थीं. पिछले कई दिनों से…
अंशु के सो जाने के बाद कनु अपना फेसबुक एकाउंट खोलकर बैठ गयी. जब से नितीश तीन माह की ट्रेनिंग…
ताश के पत्ते बंटने के साथ ही बैठक में रम और बीयर की बोतलें भी खुल गई थीं. मेज़बान मिस्टर…
मुंबई की एक विशाल बिल्डिंग के ड्रॉइंग रूम का नज़ारा किसी भी आम ड्रॉइंग रूम जैसा ही था. शाम के…