"खाली घर नहीं है, तुम्हारा मन है. उसे भरो. जीवनभर हम आदित्य की परवरिश में, उसकी पढ़ाई आदि में ख़ुद…
"नीता मैडम से सीखिए कुछ, वे महिला हो कर अपनी ज़िम्मेदारियों से नहीं भागतीं और आप..." नीता ने एक कुटिल…
कल रात बड़ी अच्छी सी पंक्तियां मन में आ रही थीं. बार-बार दोहराती रही सोचा जब विवेक सो जाएंगे तब…
“तुम सूखे पत्तों की तरह हो शिल्पी और मैं एक बेजान ठूंठ की तरह! नहीं संभाल पाऊंगा मैं तुम्हें... शायद…
“मार्केटिंग! यानी जो दिखता है, वही बिकता है. मैं क्या कोई प्रोडक्ट हूं?” रजतजी ग़ुस्सा हो गए थे. “सॉरी, ग़लत…
“राधिकाजी, आपको और सुननेवालों को नमस्कार! आज यहां आकर एक बहुत बड़ा सपना पूरा हो गया. बचपन से पिताजी से…
साड़ी को अपने सीने में भींचे आंखों मे आंसू होने के बाद भी दिल मे एक तसल्ली का भाव तैर…
"वो मैं पूछ लूंगा." अपनी जीत पर उछलता सुशांत नीरा के आगे गर्व से इठलाया, "देखी मेरी रणनीति." तभी पीछे…
"जो लौट रहा है वो इस घर का बेटा है, भाई है. मेरा रिश्ता तो उसी दिन ख़त्म हो गया…
मैं तो सच में मदहोश हो गई. गाने के हर लफ़्ज़ के साथ जैसे एक डोर वास्तव में मन को…