याद है तुम्हें?सागर के झालरदार तट परघूमना?पानी की तेज़ आती लहर मेंहाथ कस के पकड़ लेनाभीग जाना अंतर्मन तक सफलता…
"कुछ भारी लग रहा है?"मैंने मासूमियत से ना में गर्दन हिला दी.दुश्मन की भवें तन गई. शायद उसका वार खाली…
ऑर्डर सुनकर शुभिका के होंठों पर भीनी सी मुस्कान छा गई, "तुम्हें याद है अब तक?""और नहीं तो क्या? तुम…
ज़रा सोचिए, जिस इंसान को यह पता चलेगा कि उसने उस डॉक्टर से पेस मेकर लगवाया है जो डुप्लीकेट पेस…
यूं अप्रत्याशित रूप से नीनू की सखियों द्वारा रंग लगाए जाने पर आद्या स्तब्ध थी. सोच रही थी, पुराने ख़्यालों…
बहू द्वारा नेमप्लेट की तारीफ़ ने हरिकिशनजी के कमज़ोर पड़ते हौसले को बल दिया. और वे कुछ सफ़ाई देने के अंदाज़ में बोले,…
पता नहीं, उसकी मानसिकता सही है या मैं सही हूं. एक मैं हूं जब बच्चे छोटे थे, तब भी घर…
फागुन कृष्ण चतुर्दशी, शिव का हुआ विवाह।पूजन जन-जन कर रहा, लेकर हृदय उछाह।।लेकर हृदय उछाह, पूजते पार्थिव को सब।रस का…
कंचन अपना लंच बॉक्स निकाल कर खोलती, फिर ग़ुस्से से हम दोनों को देखती. हम अच्छी और मासूम सहेलियों की…
भावना प्रकाश “नहीं, लड़कियों की जान बहुत सख्त होती है. उनके लिए व्रत नहीं रखने पड़ते.” दादी ने रोष से…