"तुझे नहीं मालूम?" दीदी के लहज़े में ताज़्जुब था."पिताजी कह तो रहे थे कल तुझसे कि अंदर वाला कमरा पौने…
मेरा मन अभी तक यह स्वीकार नहीं कर पा रहा है कि अब वृंदा मुझसे हमेशा के लिए दूर चली…
संवरे सारे बिगड़े काम विपदा का हो काम तमाम संशय हटे तब मन का सारा प्रभु राम का लें जब…
उसे देखते ही बाबा के चेहरे की मांसपेशियां पुनः कठोर होने लगीं… आंखों में वहीं वहशीपन उतर आया. कुत्ते को…
“समय की एक छोटी-सी भूल ने, वक़्त के आईने ने मुझे साफ़-साफ़ दिखा दिया कि मैं क्या हूं? मेरी मर्यादा,…
क्या…क्या वह ठीक कर रही है? रमेश को इतना विश्वास क्यों है उस पर? जिस व्यक्ति ने बुरे दिनों से…
"दीदी, हम दोनों के साथ कितनी अजीब बातें जुड़ी हुई हैं. तुम चाहकर भी किसी बच्चे को जन्म न दे…
हाथियों को यूं निश्चिंत होकर ले जाते व्यक्ति से राहगीर ने पूछा, “न तो ये हाथी जंज़ीर से बंधे हैं,…
"मिनी कितनी गुमसुम घूमती है. मैं बात करूं सिद्धार्थ से? ग़लती तो है उसकी ही, ऐसा भी क्या पत्नी प्रेम…
मानसी को झटका सा लगा. उसका सपना था अपने पैरों पर खड़े होने का, अपनी स्वतंत्रता बनाए रखने का, किन्तु…