"मैं कभी भी उसे दुखी नहीं करना चाहता था. वह जब मेरी पत्नी बन कर आई, हर पल चहकनेवाली बुलबुल…
संगीता माथुर “हम भारतीय स्त्रियां ऐसी ही होती हैं. जूठा-अच्छा नहीं, हमारे लिए हमारे आत्मीय जनों का स्वास्थ्य, सुरक्षा ज़्यादा…
‘‘रैंचो भाई, ऐसे कुछ नहीं होगा. आप दूर से दौड़ कर आइए और पीछे से ठोकर मारिए धांय से महाराज…
“हां गुड़िया, पर मुझे एक बात आज तक समझ नहीं आई कि बिन बताए उनकी परेशानी तुम कैसे समझ गई…
“नहीं दोस्तों, सच तो यह है कि हम सबसे अद्भुत और सबसे समझदार पीढ़ी हैं. हम वो अंतिम पीढ़ी हैं,…
हमने आंखों से ज़्यादा बात की थी. शायद हम आंखों की भाषा ज़्यादा समझते थे. एक दिन वो मुझे दिखा.…
“तो यही होगा न, हम फिर वहीं आ जाएंगे जहां से चले थे. इस डर से हम चलना नहीं छोड़…
दिखने में पतली-दुबली, क्षीण-सी काया वाली शगुना, मगर भीतर कितनी हिम्मती, कितनी साहसी है. एक अनदेखे, अजन्मे बच्चे के लिए…
"... रिश्तों के अवलोकन में वेद जिस ऊंचाई पर आसीन है, वहां मैं पहुंच ही नहीं सकता ऋचा. दुख इसी…
गुल्लक में छिपा मां का अस्तित्व, उनका दर्द आंसू बन मेरी आंखों से बह रहा था. आज इस बात का…